राजनांदगांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 28 जून। महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में 16 लाख की ईनामी दो महिला नक्सलियों ने हथियार छोडक़र मुख्यधारा में लौटने के लिए पुलिस के समक्ष समर्पण किया है। पिछले सप्ताह भी 41 लाख के ईनामी गिरधर ने अपनी पत्नी के साथ आत्मसमर्पण किया था। सिलसिलेवार आत्मसर्पण से नक्सलियों की कमर टूट रही है, वहीं पुलिस कामयाबी के रास्ते आगे बढ़ रही है।
मिली जानकारी के मुताबिक बाली उर्फ रामबती उर्फ झरीना नरोटे और शशिकला उर्फ चंद्रकला उर्फ सुनंदा उर्फ मनीषा उईके ने आत्मसर्पण किया है। बाली नरोटे और शशिकला दोनों प्लाटून पार्टी कमेटी सदस्य क्रमांक 10 में सक्रिय थी। दोनों मूलत: गढ़चिरौली के ही निवासी हैं।
बाली उर्फ रामबती 2010 में नक्सलियों के गट्टा दलम में सदस्य के तौर पर भर्ती हुई थी। 2021 में वह एरिया कमेटी सदस्य के पद पर कार्यरत थी। उसके खिलाफ कुल 21 आपराधिक मामले दर्ज हैं। जिसमें 10 मुठभेड़ समेत आगजनी और अपहरण के मामले थानों में नामजद है।
इसी तरह शशिकला उर्फ चंद्रकला 2011 में नक्सलियों के टीपगढ़ दलम में शामिल हुई थी। उस पर भी कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। गढ़चिरौली पुलिस की नक्सल पुनर्वास नीति से आत्मसर्पण के लिए उन्मुक्त माहौल बना है।