राजनांदगांव
![दो घंटे की बारिश से संभली खेती, रोपा में तेजी दो घंटे की बारिश से संभली खेती, रोपा में तेजी](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1720947198jn__4.jpeg)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 14 जुलाई। लंबे इंतजार के बाद शनिवार दोपहर बाद हुई मूसलाधार बारिश से सूखते खेतों को संभलने का मौका मिल गया। खेती के लिहाज से बारिश काफी फायदेमंद मानी जा रही है।
जुलाई का पहला पखवाड़ा बीतने को है और अब तक मानसून की चाल पिछड़ी हुई है। कमजोर मानसून के कारण खेती के साथ-साथ नदी-तालाब और बांध-बैराज सूखे पड़े हुए हैं। बैराजों में पानी की कमी देखकर लोगों को सोचना पड़ रहा है। इस बीच कल हुई बारिश ने खेती कार्य के लिए अनुकूल परिस्थितियां बना दी है।
बारिश के कारण उमस और गर्मी से फिलहाल छुटकारा मिल गया। पानी की कमी वाले खेतों में पौधे संभलने की स्थिति में आ गए हैं।
यद्यपि बारिश की अब भी दरकार है। कम से कम 3 से 4 दिन मूसलाधार बारिश होने की स्थिति में ही खेतों में फसल खड़ी होने की स्थिति में पहुंचेगी। वहीं बैराज और बांध का सूखा भी समाप्त होगा। धान की फसल के लिए पानी की अति आवश्यकता है।
इस साल मौसम विभाग ने 200 प्रतिशत से ज्यादा बारिश होने अनुमान जारी किया था। मौसम विभाग की भविष्यवाणी लगातार फेल हो रही है। पर्याप्त पानी नहीं गिरने के कारण किसानों के चेहरे मुरझा गए थे।
शनिवार को मौसम मेहरबान हुआ। मूसलाधार बारिश से पहली बार मानसून का व्यापक रूप नजर आया। जुलाई के महीने में ही खंड वर्षा की स्थिति बन गई है। वनांचल मोहला-मानपुर और साल्हेवारा क्षेत्र में बरसात शहर की तुलना में बेहतर स्थिति में है।
दो घंटे लगातार बारशि के बाद रिमझिम फुहारें पड़ी। फसल को जीवनदान मिलने से किसान रोपा में जुट गए हैं। खेतों में महिलाएं रोपा लगाने के कार्य में लगी हुई है। बारिश होने के बाद किसानों को पंप से सिंचाई करने का भी मौका मिल गया।