दुर्ग
![अभी तक गति नहीं पकड़ी रोपाई अभी तक गति नहीं पकड़ी रोपाई](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1721212504158.jpg)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 17 जुलाई। जिले में अधिकांश किसान पानी के अभाव में धान की रोपाई शुरू नहीं कर पाए है और रोपाई का समय निकलता जा रहा है इसे लेकर किसान चिंतित काफी चिंतित है अभी तक रोपाई का कार्य गति नहीं पकड़ पाया है जिले में मात्र8 हजार653 हेक्टेयर में ही रोपाई हो पाई है।
जानकारी के अनुसार इस वर्ष कुल 148660 हेक्टेयर में विभिन्न किस्म के फसलों के क्षेत्रच्छादन का लक्ष्य है इसमें 135190 हेक्टेयर में धान की फसल लिया जाना है इसके विरुद्ध अब तक 108379 हेक्टेयर में धान का क्षेत्राच्छादन हो गया है जिले में इस साल 33395 हेक्टेयर में धान की रोपाई का लक्ष्य है। इनमें मात्र 8653 हेक्टेयर में रोपाई हुई है इनमें स्वयं के साधन वाले किसान है, जबकि गत वर्ष आज की तिथि में रोपाई का कार्य जोर पकड़ चुका था और 13755 हेक्टेयर में रोपाई हो चुकी थी अर्थात गत वर्ष के मुकाबले रोपाई का कार्य पिछड़ा हुआ है।
दुर्ग जनपद कृषि समिति सभापति राकेश हिरवानी का कहना है कि किसानों के खेतों में रोपाई के लिए डाले गए नर्सरी में धान का पौधा 40-45 दिन का हो गया है और रोपाई शुरू नहीं हुआ है ऐसे में थरहा खराब होने की संभावना है जिसे लेकर उन्होंने पहले ही सर्वे किए जाने की मांग की है।
जिले में 102 मिमी कम वर्षा
जिले में अब तक मात्र 166.4 मि मी औसत वर्षा हुई है जोकि सामान्य औसत वर्षा से 102.5 मिमी कम है वहीं गत वर्ष आज की तिथि में 194.3 मिमी वर्षा हो चुकी थी इससे भी कम वर्षा कम वर्षा होने से बोता वाले खेत में बियासी का कार्य भी किसान शुरु नहीं कर पाए है। अब पौधा की आयु अधिक होने से बाद में बारिश होने पर भी उत्पादन प्रभावित होने की भी संभावना बढ़ गई है।
जलाशय व तालाब भी खाली
सिंचित क्षेत्र की कृषि भूमि में जिन जलाशयों व लालाबों से सिंचाई होती थे वे भी खाली है। सबसे ज्यादा क्षेत्र को सिंचित करने वाले तांदुला जलाशय में मात्र 5 प्रतिशत जलभराव है खरखरा, गोंदली, खपरी एवं लघु तथा मध्यम सिंचाई परियोजनायों का भी बुराहाल है।