राजनांदगांव
![सावन का पहला सोमवार: जलाभिषेक के लिए शिवालयों में उमड़े भक्त सावन का पहला सोमवार: जलाभिषेक के लिए शिवालयों में उमड़े भक्त](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1721640379jn__7_(1).jpg)
पहले दिन बोलबम के जयघोष करते कांवरियों का दिखा जत्था
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 4 जुलाई। पहले सावन सोमवार में जलाभिषेक के लिए शहर के शिवालयों में कांवरियों की भीड़ उमड़ पड़ी। कांवरियों में महिलाएं भी शामिल थीं, वहीं युवा और अन्य वर्ग के लोगों ने भी जलाभिषेक के लिए शिवनाथ नदी से जल लेकर भगवान भोलेनाथ को अर्पित किया। शहर के शिवलायों में आज सुबह से ही भक्तों का तांता लगा रहा। सावन की शुरूआत पहले सोमवार से हुई है। सावन मास में 5 सोमवार होने से इस बार भक्तिमय माहौल अलग रहेगा।
सावन मास के पहले दिन सोमवार को भक्तों ने भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक कर बोलबम के जयघोष किए। शिवनाथ नदी से जल लेकर कांवरिये शिवालयों में पहुंचे। सावन मास के शुरू होते ही मंदिरों में हर तबके ने शिवलिंग में जल अर्पित किया। सावन मास को भगवान शिव की आराधना के लिए खास माना जाता है।
लोकमान्यता है कि सावन मास में भगवान शिव की पूजा-अर्चना करने से खुशहाली और मनचाही इच्छाएं पूरी होती है। शिवालयों में पहुंचे भक्तों ने बोलबम के जयघोष किए। मंदिरों में युवतियों की भी बड़ी तादाद रही। इससे पहले कांवरियों का अलग-अलग जत्था जल लेकर शहर के शिव मंदिरों में जल अभिषेक करने पहुंचा। शिवनाथ नदी के जल से शिवलिंग का स्नान कराने बड़ी संख्या में भक्त कांवरिये बनकर पहुंचते हैं।
कांवरियों की जुबां से सुबह बोलबम की गूंज सुनाई दी। भगवा पोशाक में कांवर लेकर चलते भक्तों का उत्साह देखकर वातावरण भक्तिमय हो गया। श्रद्धालुओं ने मंदिरों में पहुंचकर सुबह से घंटों पूजा-अर्चना की। परिजनों के साथ लोगों ने जल अर्पित कर अपनी मनोकामना पूर्ण करने के लिए भगवान शिव से कामना की। पिछले कुछ सालों में शिवभक्तों की तादाद में तेजी से बढ़ोत्तरी हुई है।
युवा वर्ग भी भक्ति के वातावरण में पूजा-अर्चना करने मंदिरों में पहुंचने लगा है। वहीं उम्रदराज लोग मंदिरों के अंदर और बाहर बैठकर भगवान शिव की स्तुति गान करते हैं। सावन मास में घरों में भी धार्मिक आयोजन होंगे। भगवान शिव की अलौकिक गाथाओं से जुड़ी कथाओं का जहां वाचन करेंगे। वहीं पार्वती-शिव की महिमा का भी गान करेंगे।
महिलाओं में भी सावन मास के दौरान कठिन व्रत रखने के लिए एक अलग उत्साह दिखाई दे रहा है। इधर शिवालयों में भगवान भोलेनाथ की आराधना के लिए विशेष बंदोबस्त किए किए गए हैं। आज सावन मास के पहले सोमवार को भगवान महादेव की आराधना जिलेभर के मंदिरों व देवालयों में हुई।
ऐसी मान्यता है कि भगवान शिव की आराधना के लिए यह महीना सबसे पवित्र होता है। सावन मास में घरों से लेकर अन्य सार्वजनिक स्थलों में भगवान शिव की स्तुतिगान होती रही। सावन महीने को तप और उपवास के लिए भी जाना जाता है।
पूजन-सामग्रियों की लगी दुकानें
इस बार 5 सावन सोमवार होने के चलते पूजन-सामग्रियों का कारोबार करने वाले लोग उत्साहित नजर आ रहे हैं। वहीं शहर के मंदिरों और बाजार क्षेत्र में कारोबारी दुकान लगाने जुट गए हैं। शहर के मोहारा स्थित शिव मंदिर, भरकापारा स्थित मंदिर, पाताल भैरवी मंदिर, शीतला मंदिर समेत शहर समेत ग्रामीण इलाकों के मंदिर परिसर व बाजार क्षेत्र में पूजन सामग्रियों के कारोबारी अपनी तैयारी में जुट गए हैं।
कांवरियों में दिखा उत्साह
सावन मास में भगवान शिव को प्रसन्न करने और मनोकामना लिए भक्त नदी और पोखरों से कांवर में जल लेकर जलाभिषेक कर रहे हैं। वहीं आज से सावन मास शुरू होने के साथ ही युवा वर्ग भी नदी से कांवर में जल लेकर शिवालयों तक पहुंचकर भगवान शिव का जलाभिषेक किया। जिसमें बड़ी संख्या में युवा वर्ग भी शामिल थे।