राजनांदगांव
![10 दिवसीय शतरंज प्रशिक्षण शिविर आईजी के हाथों उद्घाटित 10 दिवसीय शतरंज प्रशिक्षण शिविर आईजी के हाथों उद्घाटित](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1721724159jn__7.jpeg)
जिला जेल में कैदियों का अपराध से ध्यान हटाने आयोजन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 23 जुलाई। नवा बिहान कार्यक्रम के तहत राजनांदगांव पुलिस द्वारा शतरंज प्रशिक्षण शिविर 2024 का आयोजन जिला जेल में किया गया। एसपी मोहित गर्ग की पहल पर नवा बिहान मिशन की शुरूआत 21 जनवरी 2024 से राजनांदगांव में प्रारंभ की गई थी, जो लगातार अभियान के रूप में जारी है। नवा बिहान का लक्ष्य कैरियर गाईडेंस, युवा उत्थान मिशन की शुरूआत है। नवा बिहान के तहत खेलकूद को बढ़ावा देना और युवाओं को प्रेरित कर नशामुक्ति की ओर ले जाना है। नवा बिहान अभियान के अंतर्गत कैरियर गाईडेंस, नशामुक्ति के जागरूकता, खेलकूद एवं अन्य आयोजन किया जाता रहा है।
मिली जानकारी के अनुसार 22 से 31 जुलाई तक जिला जेल राजनांदगांव में 10 दिवसीय शतरंज प्रशिक्षण शिविर 2024 का आयोजन जिला शतरंज संघ राजनांदगांव एवं जिला जेल के सहयोग से किया गया है। 10 दिवसीय शतरंज प्रशिक्षण शिविर का आयोजन जेल के कैदियों के लिए किया गया है। उद्घाटन समारोह में पुलिस महानिरीक्षक राजनांदगांव रेंज दीपक झा, कलेक्टर संजय अग्रवाल, एसपी मोहित गर्ग, जेल अधीक्षक राजनांदगांव अक्षय सिंह राजपूत, जिला शतरंज संघ अध्यक्ष ललित भंसाली, सचिव योगेश डाकलिया एवं जिला शतरंज संघ से प्रशांत गुप्ता, ऋषभ नाहटा, मुख्य प्रशिक्षक प्रकाश शर्मा, रक्षित निरीक्षक लोकेश कुमार कसेर शामिल हुए।
एसपी मोहित गर्ग की पहल पर नवा बिहान मिशन की शुरूआत 21 जनवरी 2024 से राजनांदगांव में प्रारंभ की गई, जो लगातार अभियान के रूप में जारी है। नवा बिहान का लक्ष्य कैरियर गाइडेंस, नशामुक्ति के जागरूकता, खेलकूद एवं अन्य आयोजन है। नवा बिहान अभियान के अंतर्गत युवाओं को कैरियर गाइडेंस, जन जागरूकता, खेलकूद, मार्शल ऑर्ट, महिलाओं की सुरक्षा, अग्निवीर एवं आरक्षक भर्ती का प्रशिक्षण देना व अन्य कार्यक्रम का आयोजन समय-समय पर जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों में विभिन्न संस्थानों के सहयोग से मेरोथोन, वॉकेथोन, कबड्डी प्रतियोगिता आदि विभिन्न खेलकूद के माध्यम से किया जाता रहा है। इसी नवा बिहान अभियान के तहत 10 दिवसीय शतरंज प्रशिक्षण शिविर का आयोजन जेल के कैदियों के लिए किया गया है। जिससे आरोपियों व अपराधियों में खेल की तरफ रूचि बढ़े और अपराध की ओर से कैदियों का ध्यान हटे। इस दौरान जिला जेल राजनांदगांव के अधिकारी-कर्मचारीगण तथा जेल के कैदी उपस्थित रहे।