राजनांदगांव
![रिमझिम फुहारों के साथ निकली प्रथम कावड़ यात्रा रिमझिम फुहारों के साथ निकली प्रथम कावड़ यात्रा](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1721815773jn__1013.jpg)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 24 जुलाई। श्री बागेश्वर धाम कांवड़ा यात्रा भक्तिमय वातावरण और रिमझिम बारिश के बीच शिव भजनों के साथ प्रथम सावन सोमवार को निकाली गई। इसके पूर्व रविवार को संस्कारधानी में प्रथम बार शिव प्रभातफेरी संकीर्तन यात्रा भी कालीमाई मंदिर से निकाली गई।
उक्त जानकारी देते श्री बागेश्वर धाम सेवक पंकज गुप्ता, विजय गुप्ता, सूरज गुप्ता, डॉ. मिथिलेश शर्मा, भावेश अग्रवाल, राजेश शर्मा ने बताया कि सावन माह के पहले दिन सुबह 5.30 बजे से शिवभक्त कांवड़ यात्री श्री बागेश्वर महादेव धाम मंदिर पहुंचे। श्री बागेश्वर महादेव के दर्शन के पश्चात तिलक लगाकर सभी कावडयात्री मोहारा स्थित शिवनाथ नदी तट पर पहुंचे, जहां शिव मंदिर में पूजाकर कावंड यात्रा बोल बम, हर-हर महादेव के नारों के साथ आरंभ हुई। मोहारा शिवनाथ नदी से नंदई चौक, सदर लाईन, कामठी लाईन, जीई रोड़ होते हुए श्री बागेश्वर मंदिर पहुंची, जहां पर कांवड़ यात्रियों द्वारा भगवान बागेश्वर महादेव में 5 नदियों व शिवनाथ नदी के पवित्र जल को अर्पित किया गया व महाआरती के पश्चात प्रसाद वितरण हुआ।
इसी प्रकार रविवार गुरूपूर्णिमा के शुभ दिन से नगर में प्रथम बार शिव प्रभातफेरी, संकीर्तन यात्रा मां कालीमाई मंदिर से निकली। जिसमें रघ्घु शर्मा के शिव, राम, माता भजनों के साथ भजनों को दोहराते गाते ढोल-मंजीरों के साथ सुबह 6.30 बजे से प्रारंभ होकर जलाराम मंदिर, श्री बागेश्वर मंदिर पहुंची, जहां दर्शन पश्चात दुर्गा मंदिर, गौरी नगर, स्टेशनपारा होते हुए वापस मां कालीमाई मंदिर पहुंची, जहां प्रसाद वितरण के पश्चात प्रथम प्रभातफेरी यात्रा का विराम हुआ। उक्त जानकारी श्री बागेश्वर मंदिर धर्मार्थ ट्रस्ट के सेवक अजय गुप्ता द्वारा दी गई है।