बलौदा बाजार

वार्डों में मांगें सुझाव, लोगों ने मांगा-24 घंटे पानी, पब्लिक टॉयलेट व खेल मैदान
31-Jan-2021 5:10 PM
वार्डों में मांगें सुझाव, लोगों ने मांगा-24 घंटे पानी, पब्लिक टॉयलेट व खेल मैदान

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 31 जनवरी।
राजधानी रायपुर में बुधवार से शहर सरकार तुंहर दुवार योजना शुरू हो गई है, जिसमें पालिका अधिकारी-कर्मचारी जनता के बीच जाकर उनकी समस्याओं को सुनेंगे तथा निराकरण भी करेंगे। आगामी दिनों में शहर में भी इसी तरह की योजना लागू होने की संभावना के मद्देनजर बलौदाबाजार शहर की जरूरतों को लेकर बलौदाबाजार के 21 वार्डों में जाकर 300 लोगों से सुझाव मांगे। इसमें अधिकांश लोग चाहते हैं कि शहर में ड्रैनेज सिस्टम को तुरंत सुधारने की जरूरत है। अधिकांश लोगों ने जो मुद्दे उठाए, उनसे स्वास्थ्य सुविधा, 24 घंटे पानी, अंडरग्राउंड बिजली तार, पब्लिक ट्रांसपोर्ट (सिटी बसें) और पब्लिक टॉयलेट बनाने के साथ-साथ मोहल्लों में खत्म हो रहे खेल मैदानों को बच्चों के लिए फिर जीवित करने के सुझाव शामिल हैं। लोगों ने ये भी कहा कि शहर में नगर पालिका अध्यक्ष, नगर पालिका अधिकारी सहित पूरी टीम रोजाना एक से दो वार्डों में जाए और लोगों से सुझाव व उनकी जरुरतें पूछे।

मल्टीस्पेशियलिटी अस्पताल की जरूरत भी
लोगों का कहना है कि शहर में सबसे बुरा हाल स्वास्थ्य सुविधाओं का है। रात 8 बजे के बाद अचानक किसी की तबीयत खराब हो जाए तो निजी शासकीय अस्पताल में कोई डॉक्टर नहीं मिल पाता। शहर के अधिकांश अस्पताल सर्दी, बुखार, टाइफाइड, निमोनिया जैसी सामान्य बीमारियों के इलाज के लिए ही हैं, गंभीर रोग हो या एक्सीडेंटल केस यहां के अस्पताल प्रबंधकों द्वारा मरीज सीधे रायपुर रेफर कर दिए जाते हैं। लोगों ने कहा कि शहर में मल्टीस्पेशियलिटी अस्पताल की सख्त आवश्यकता है।

निर्माण सामग्रियों से अटी पड़ी हैं नालियां
एमजी रोड निवासी अनिल सोनी, विशाल केडिय़ा, प्रांजल सोनी का कहना है कि मुख्य मार्ग के किनारे बड़ी नालियां निर्माण के बाद से ही चोक हैं। इसकी वजह से बारिश के दिनों में एमजी रोड, सदर रोड, पुराना बस स्टैंड की सडक़ों पर एक से डेढ़ फुट तक पानी बहता है इसलिए ड्रेनेज सिस्टम तत्काल ठीक होना चाहिए। 

पार्किंग न होने से व्यवसाय प्रभावित
चेम्बर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष जुगल भट्टर व कैलाश सोनी, बद्री केसरवानी, राजेश केडिया का कहना है कि शहर के सदर बाजार, गोलबाजार, पुराना नगर पालिका रोड स्थित जैसे बाजारों का व्यवसाय कई सालों से सिर्फ इसलिए प्रभावित हो रहा है कि यहां पार्किंग की व्यवस्था ही नहीं है। दोपहिया वाहन वाले दिक्कतों को झेलकर आते हैं तो चारपहिया वाहन में आने वाले खरीददार मुख्य मार्ग से ही अपनी खरीददारी पूरी कर रहे हैं।

अतिक्रमण के खिलाफ सख्त रुख अपनाएं
शहर के पनीश केसरवानी, राजू नीलकमल, धनेश जायसवाल ने अतिक्रमण को तुरंत रोकने की जरूरत बताते हुए दो कारण सामने लाए:-पहला, अवैध कब्जों से शहर का विकास अनियंत्रित हो रहा है, घने इलाके और घने होते जा रहे हैं। दूसरा, नैचुरल ड्रेनेज जैसे नाले-नहरों की जमीन पर कब्जों से दूसरे इलाके भी बारिश में डूब रहे हैं। शहर के रामसागर तालाब, पिपराहा तालाब, देवराहा तालाब, सोलहा तालाब आदि तालाबों के किनारे अतिक्रमण से पट चुके हैं जहां दो-दो मंजिलों के पक्के मकान खड़े हो चुके हैं। अगर अतिक्रमण की यही रफ्तार रही तो शहर में एक इंच भी शासकीय भूमि नहीं बचेगी।

सर्वे के तथ्यों को कार्ययोजना में शामिल करेंगे 
मामले में नपा की सीएमओ राजेश्वरी पटेल ने कहा कि शहर के लिए कार्ययोजना में इस सर्वे के मुद्दे शामिल करेंगे। नपा अध्यक्ष, अधिकारी-कर्मचारी खुद भी शहर के विकास के लिए लोगों के बीच जाएं और उनकी शिकायत सुझाव लें तो व्यवस्था और बेहतर हो सकती है। रायशुमारी में जो तथ्य आ रहे हैं, उन्हें नई कार्ययोजना में शामिल करेंगे। 

अन्य मुद्दे... सिटी बस, उद्यान की भी मांग उठी
सर्वे में शामिल लोगों ने जितनी भी जरूरतें बताईं, उन्हीं में से कुछ महत्वपूर्ण बिंदु...
1.शहर में गिनती के बॉयो टॉयलेट हैं जो सफाई के अभाव में उपयोगविहीन हो चुके हैं। ऐसे टॉयलेट की नियमित रूप से साफ-सफाई कराने का मुद्दा भी सामने आया।
2.शहर की सब्जी बाजार को व्यवस्थित किया जाए
3.मुख्य मार्ग पर बने डिवाइडरों पर पौधे लगाए जाएं
4.सिटी बस संचालन शुरू करें।
5.शहर के उद्यान रखरखाव के अभाव में आकर्षण खो चुके हैं। इन उद्यानों का पुनरुद्धार कर उद्यानों की संख्या बढ़ाई जाए।
6.खाली सरकारी जमीन पर खेल मैदान या उद्यान बने।
7.अवैध निर्माण रोकें, नियमितीकरण मास्टर प्लान के अनुसार ही हो।
8.शहर के वार्ड 4 निवासी शैलेन्द्र साइमन का कहना है कि अंडरग्राउंड ड्रैनेज कहीं भी नहीं है। इस वजह से ठीक नगर पालिका के पीछे वाली कॉलोनी, महात्मा गांधी स्कूल जाने वाली सडक़ वाला हिस्सा, पुराना बस स्टैंड, इंदिरा कॉलोनी, पंचशील नगर, सहित शहर का बड़ा हिस्सा हर साल डूबता है। यहां अंडरग्राउंड ड्रैनेज सिस्टम बनाने के सुझाव सामने आए हैं।
 

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