दन्तेवाड़ा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दंतेवाड़ा, 10 फरवरी। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी, दंतेवाड़ा इकाई द्वारा जिला मुख्यालय में धरना-प्रदर्शन किया गया। इसके उपरांत 13 सूत्रीय मांगों के समर्थन में उग्र रैली निकाली गई। धरना प्रदर्शन के दौरान प्रदेश सरकार की नीतियों की आलोचना की। शासन की नीतियों को जनविरोधी करार दिया।
प्रदेश की कांग्रेस सरकार को चुनावी घोषणापत्र की याद दिलाई गई। गौरतलब है कि कांग्रेस द्वारा चुनावी घोषणापत्र में जेलों में निरूद्ध निर्दोषों के नि:शर्त रिहाई का वादा किया था। भाकपा नेता सुदरू राम ने ‘छत्तीसगढ़’को बताया कि दिल्ली सीमा पर किसानों के आंदोलन को समर्थन देना मुख्य मांग है। इसी कड़ी में बोधघाट परियोजना का विरोध भी मांगों में शामिल है।
कड़ी सुरक्षा में सौंपा ज्ञापन
जिला मुख्यालय के सार्वजनिक धरना स्थल, दुर्गा मंच, आंवराभाटा से सैकड़ों की संख्या में ग्रामीणों नें कलेक्टोरेट कूच किया। इस दौरान ग्रामीणों द्वारा भूपेश सरकार होश में आओ... के नारे लगाये जा रहे थे। अंत में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं द्वारा नायब तहसीलदार दंतेवाड़ा यशोदा केतारप को राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा गया।
इस दौरान पार्टी के वरिष्ठ नेता राजेश संधू और भीमसेन मंडावी प्रमुख रूप से उपस्थित थे। ज्ञात हो कि कोतवाली पुलिस द्वारा रैली के दौरान चाक चौबंद सुरक्षा की गई थी। कलेक्टोरेट के मुख्य द्वार को भी एहतियातन बंद कर दिया गया था।