दुर्ग
![एस आर हॉस्पिटल में पत्रकारों के लिए 1 सप्ताह तक बनेगा आयुष्मान भारत कार्ड, प्रक्रिया 16 से शुरू एस आर हॉस्पिटल में पत्रकारों के लिए 1 सप्ताह तक बनेगा आयुष्मान भारत कार्ड, प्रक्रिया 16 से शुरू](https://dailychhattisgarh.com/2020/chhattisgarh_article/16133968718.jpg)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भिलाई नगर, 15 फरवरी। राष्ट्रीय राजमार्ग नारायणपुर जबलपुर पर ग्राम चिखली धमधा रोड स्थित एस आर हॉस्पिटल एण्ड् रिसर्च सेंटर दुर्ग में 16 से 23 फरवरी तक दुर्ग जिले के पत्रकार बंधुओं व परिवार के सदस्यों का आयुष्मान भारत व डॉक्टर खुबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना का कार्ड नि:शुल्क बनाया जायगा। कार्ड बनाने का समय 11 से 4 बजे तक है। कार्ड बनवाने के लिए एपीएल या बीपीएल राशन कार्ड व आधार कार्ड होना आवश्यक है। अस्पताल के डायरेक्टर संजय तिवारी ने आग्रह किया है कि आयुष्मान भारत कार्ड अवश्य बनवाएं।
श्री तिवारी ने बताया कि आयुष्मान भारत कार्ड बनाने का कार्य एसआर हॉस्पिटल एवं रिसर्च सेंटर में विगत 7 जनवरी से किया जा रहा है। विगत डेढ़ माह पूर्व से चल रहे इस स्वास्थ्य के प्रति लोगों को जागरूक करने के अभियान के तहत अब तक करीब 20000 कार्ड बनाए जा चुके हैं। जिले में आयुष्मान कार्ड बनाने की प्रक्रिया सर्वप्रथम एसआर हॉस्पिटल के द्वारा ही शुरू की गई थी। जिसके परिणाम स्वरूप न केवल दुर्ग जिले के नागरिक इस सेवा का लाभ उठा रहे हैं। बल्कि बेमेतरा, भाटापारा, कवर्धा ,बालोद एवं राजनांदगांव के जिलों के नागरिक गण एसआर हॉस्पिटल एवं रिसर्च सेंटर पहुंचकर इस सेवा का लाभ प्राप्त कर रहे हैं। श्री तिवारी ने कहा कि न केवल अस्पताल में आयुष्मान भारत कार्ड एवं खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना का कार्ड बनाए जा रहा है बल्कि 24 घंटे स्वास्थ्य सुविधाएं भी अस्पताल प्रबंधन के द्वारा दी जा रही है और दोनों ही कार्ड होल्डर हितग्राही एसआर हॉस्पिटल एवं रिसर्च सेंटर में निर्धारित सीमा तक अपना इलाज भी करा सकते हैं। जिसमें बीपीएल समूह के हितग्राही निशुल्क एवं एपीएल समूह के हितग्राही प्रतिवर्ष 50,000 सीमा तक का इलाज करा सकते हैं।
श्री तिवारी ने बताया कि राष्ट्रीय राजमार्ग नारायणपुर जबलपुर पर स्थित होने के कारण जिले के शहरी एवं ग्रामीण दोनों ही क्षेत्रों के नागरिकों के द्वारा स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ एसआर हॉस्पिटल में दिया जा रहा है।
मरीजों के सभी बीमारियों का इलाज ऐसा हॉस्पिटल एवं रिसर्च सेंटर में किया जा रहा है। इसके अलावा सडक़ हादसे में घायल को शीघ्र स्वास्थ्य उपलब्ध कराने के लिए 112 पुलिस सेवा के वाहन भी इसी अस्पताल में पहुंच रहे हैं।