दुर्ग
![सेल पालिसी के अनुसार मृतक कार्तिकराम के प्रकरण में अनुकंपा की पात्रता नहीं सेल पालिसी के अनुसार मृतक कार्तिकराम के प्रकरण में अनुकंपा की पात्रता नहीं](https://dailychhattisgarh.com/2020/chhattisgarh_article/1615726666_1613305088G_LOGO-001.jpg)
बैठक में बीएसपी सीईओ ने किया स्पष्ट
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भिलाई नगर, 14 मार्च। भिलाई इस्पात संयंत्र के निदेशक प्रभारी अनिर्बान दासगुप्ता के साथ बीएसपी के पूर्व कर्मी स्वर्गीय कार्तिक राम के परिजनों की बैठक में परिजनों द्वारा उठाये गए हर पहलु पर विस्तार से चर्चा के बाद निदेशक प्रभारी ने स्पष्ट किया है कि पूरे प्रकरण का बारीकी से अध्ययन पश्चात यह निष्कर्ष निकला कि अनुकम्पा नियुक्ति की सेल की पालिसी के अन्तर्गत यह प्रकरण आहर्ता नहीं रखता।
उन्होंने बताया कि रिकार्ड्स के अनुसार उनकी बीमारी और चिकित्सा विवरण सेल पालिसी के प्रावधानों अनुरूप नहीं हैं। प्रबंधन मृत कर्मी के परिवारजनों के प्रति पूरी संवेदना और सहानुभूति रखता है और नियमों के दायरे में तात्कालिक और दीर्घकालिक सहायता अवश्य उपलब्ध कराई जाएगी, लेकिन अनुकम्पा नियुक्ति संभव नहीं है।
गौरतलब हो कि पूर्व में कार्यपालक निदेशक कार्मिक एवं प्रशासन सुरेश कुमार दुबे के साथ हुई बैठक में परिजनों को आश्वस्त किया गया था कि उनकी बैठक निदेशक प्रभारी के साथ 9 मार्च को कराई जाएगी ताकि वे शीर्ष प्रबंधन को सीधे अपनी बात कह सकें और तथ्य प्रस्तुत कर सकें लेकिन संयंत्र में पंप ब्रेकडाउन के कारण यह बैठक 9 मार्च की जगह 12 मार्च को कराई गई।
बैठक में स्वर्गीय कार्तिक राम के आश्रित को अनुकम्पा नियुक्ति के विषय में विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से बताया गया। बैठक में स्व. कार्तिक राम की पत्नी आसन बाई तथा समाज के अन्य सदस्यों ने अनुकम्पा नियुक्ति की मांग प्रमुखता से रखी। श्री दासगुप्ता ने सर्वप्रथम स्व कार्तिक राम के निधन पर गहरा दुख प्रगट किया और कहा कि यह दु:खद है कि श्रेष्ठ चिकित्सा सुविधा और भरपूर प्रयासों के बाद भी उन्हें बचाया नहीं जा सका। उन्होंने परिजनों को आश्वस्त किया कि कंपनी के नियमों के तहत कार्मिक के परिवार को प्रबंधन हर संभव सहायता उपलब्ध कराएगा।
बैठक में परिजनों द्वारा उठाये गए हर पहलु पर विस्तार से उन्होंने उत्तर दिया तथा स्पष्ट किया कि अनुकम्पा नियुक्ति की सेल की पालिसी के अन्तर्गत यह प्रकरण आहर्ता नहीं रखता क्योंकि रिकार्ड्स के अनुसार उनके रोग और चिकित्सा विवरण पालिसी के प्रावधानों पर पूरे नहीं उतरते। उन्होंने कहा कि परिवारजन प्रबंधन की ईएफबीएस योजना का लाभ अवश्य लें। उनके आश्रितों को भविष्य में भी सहायता देने का और पूरे परिवार के अच्छे भविष्य के लिए यथासंभव सहयोग का वचन उन्होंने दिया। बैठक में कार्यपालक निदेशक सुरेश कुमार दुबे, मुख्य महाप्रबंधक कार्मिक निशा सोनी भी उपस्थित रहीं।