राजनांदगांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 16 मार्च। मानपुर के अंदरूनी इलाकों में बारिश के दौरान ग्रामीणों से सतत् संपर्क बनाए रखने की एक कठिन भौगोलिक समस्या को प्रशासन ने एक पुल का निर्माण कर काफी हद तक दूर कर दिया है। मानपुर से महज 20 किमी दूर बसे कनेली-चंवरगांव समेत घोर नक्सल प्रभावित मदनवाड़ा तक पहुंचना एक कठिन चुनौती साबित होता रहा है। कोहका नदी में बनकर तैयार नए पुल से आधा दर्जन गांव को बारिश में होने वाली व्यवहारिक दिक्कतों से निजात दिला दी है। राजनंादगांव कलेक्टर टीके वर्मा ने पुल निर्माण के लिए अफसरों पर लगातार दबाव बनाया। नतीजतन पुल अब तैयार हो गया है।
बताया जा रहा है कि बरसात के दौरान कोहका नदी काफी उफान पर होती है। जिसके चलते मदनवाड़ा, बसेली समेत कारेकट्टा और दूसरे गांव का रूख करना ग्रामीणों के लिए जानलेवा रहा है। कई बार जरूरी काम के चलते ग्रामीणों को उफनती नदी को पार करने के लिए मजबूर होना पड़ता रहा है। कलेक्टर ने नए पुल निर्माण के लिए व्यक्तिगत रूप से मॉनिटरिंग की। कनेली और चंवरगांव के नाम से बने इस पुल की लागत 4 करोड़ रुपए है। जिसकी लंबाई 120 मीटर है। कोहका नदी में बने इस पुल को तैयार करने से पहले ग्रामीणों से प्रशासन ने आपसी चर्चा की। करीब 4 साल पहले शुरू हुए पुल निर्माण के लिए नक्सलियों ने भी डर का माहौल बनाने में कोई कमी नहीं की। नक्सलियों की पुल निर्माण के दौरान आवाजाही भी रही। इसकी परवाह किए बगैर प्रशासन ने पुल को खड़ा कर दिया।
इस संबंध में ‘छत्तीसगढ़’ से चर्चा करते कलेक्टर टीके वर्मा ने संतुष्टि जाहिर करते कहा कि पुल से लोगों की बुनियादी समस्याएं दूर होंगी। नदी के उस पार रहने वाले बाशिंदों को अक्सर आपातकालीन स्थिति में लंबा सफर तय कर मानपुर ब्लॉक आना पड़ता था। अब उनका सफर आसान हो गया।
गांव के एक उम्रदराज बुजुर्ग भूसाराम ने ‘छत्तीसगढ़’ से कहा कि पुल की अहमियत चिकित्सकीय सेवा के लिहाज से महत्वपूर्ण है। आपातकालीन स्थिति में हमेशा परेशानी रही है। उन्होंने कहा कि गर्भवती महिलाओं को कई बार खराब मार्ग से ले जाना पड़ता था, अब यह समस्या नहीं होगी।
गांव के ही सुकालू ने भी कहा कि पुल से ग्रामीणों की कई परेशानियां दूर हो गई है। व्यापारिक कामकाज और दूसरे कार्यों के लिए पुल तैयार होने से काफी समय बचेगा। उन्होंने कहा कि कोहका नदी के बाढ़ का भय नहीं रहेगा। गौरतलब है कि कोहका नदी में एक-दूसरे दिशा में एक और नए पुल का निर्माण किया है। उस इलाके के लोगों को भी उस पुल से काफी राहत मिली है।