राजनांदगांव
2016-17 से निगम की रसीद बुक जमा नहीं, अब जांच शुरू
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 18 मार्च। राजनांदगांव नगर निगम के मोहड़ वार्ड में नगर निगम के एक राजस्व कर्मी द्वारा लाखों रुपए डकारने का मामला सामने आया है। खास बात यह है कि करीब 5 साल से राजस्व कर्मी ने निगम की अधिकृत रसीद बुक से वार्ड के लोगों से टैक्स के रूप में राशि वसूला। बताया जा रहा है कि वार्ड पार्षद संजय रजक ने मामले को लेकर नगर निगम उपायुक्त व राजस्व प्रभारी सुदेश सिंह से जांच की मांग की है।
मिली जानकारी के मुताबिक गजानन वैष्णव नामक राजस्व कर्मी ने वार्डों के परिसीमन से पूर्व मोहड़ और सिंगदई वार्ड के नागरिकों से पेयजल और संपत्ति कर की वसूली की। बताया जा रहा है कि करीब 5 रसीद बुक से उक्त कर्मी द्वारा राशि लोगों से ली गई, जिसे निगम के खाते में जमा नहीं किया गया।
मामले का खुलासा उस वक्त हुआ, जब टैक्स जमा कर चुके नागरिकों से दोबारा दूसरे राजस्व कर्मी वसूली के लिए पहुंचे। इसके बाद वार्ड में खलबली मच गई। बीते नगरीय निकाय चुनाव के दौरान वार्डों के नए सिरे से परिसीमन होने के बाद मोहड और सिंगदई अलग-अलग वार्ड बन गए। बताया जा रहा है कि एक रसीद बुक में 100 पर्ची होती है। औसतन वार्डों से 4 से 5 हजार रुपए प्रति मकान टैक्स वसूले गए हैं। यानी 5 से 10 लाख रुपए निगम के खाते में जमा नहीं किए गए हैं।
इस संबंध में पार्षद संजय रजक ने ‘छत्तीसगढ़’ से कहा कि लंबे समय से कर्मचारी द्वारा टैक्स की राशि में हेराफेरी की जा रही थी। पार्षद का दावा है कि यह मामला 10 लाख रुपए से अधिक है। उधर उपायुक्त सुदेश सिंह ने ‘छत्तीसगढ़’ से कहा कि कर्मी को नोटिस देकर जवाब मांगा गया है। इसके बाद आगे की कार्रवाई होगी। बताया जा रहा है कि इस मामले में नगर निगम का रूख बेहद ढीला है। इस कथित गबन का खुलासा करीब माहभर पहले हुआ है। अब तक निगम के अफसरों ने कार्रवाई नहीं की है। बताया जा रहा है कि गबन के आरोपी कर्मचारी की सेहत भी खराब हो गई है। परिजनों की ओर से अफसरों पर कार्रवाई नहंी करने का दबाव बनाया जा रहा है। उधर पार्षद ने अपने वार्ड में कर्मचारी के रवैये को लेकर घर-घर जानकारी दी है। वार्ड के लोगों से मामले की निष्पक्ष जांच होने तक टैक्स नहीं पटाने पार्षद ने अभियान छेड़ दिया है।