राजनांदगांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 18 मार्च। धीरी नल-जल समूह से सोमनी के समीपस्थ 24 गांवों को पेयजल आपूर्ति के उद्देश्य से तैयार की गई जिले की महत्वाकांक्षी योजना पर बट्टा लगाने के विषय को लोकसभा में उठाने के बाद दूरभाष पर जानकारी देते सांसद संतोष पांडेय ने रहीम के दोहे रहिमन पानी राखिए बिन पानी सब सून, जो सदियों पहले लिखी गई है, का उल्लेख करते कहा कि एक-एक बूंद बचाने के उद्देश्य से लिखे हुए दोहे को लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अधिकारियों ने बिसरा दिया है। एक ओर हमारे वैष्णव राजाओं के द्वारा राजनांदगांव रियासत के घर-घर में धारा प्रवाह पानी पहुंचाने के लिए जो योजना बनाई गई थी। जिससे प्रेरित होकर तत्कालीन अन्य रियासतों ने अनुशरण कर पेयजल की व्यवस्था की थी, जो आज भी शोध का विषय है। ऐसे में धीरी नल-जल समूह राजनांदगांव के ऊपर कलंक से कम नहीं है।
सांसद श्री पांडेय ने कहा कि आज उक्त नल-जल समूह से जुड़े 24 गांव के न सिर्फ पेयजल के लिए संघर्ष कर रहे हैं, वरन ईरा में बना हुआ पंप हाउस मुंह चिढ़ा रहा है। उक्त विषय को समय-समय पर जिला पंचायत अध्यक्ष गीता साहू, सांसद प्रतिनिधि भरत वर्मा, जिला पंचायत सदस्य राजेश श्यामकर, कृष्णा तिवारी ने भी दिशा समिति सहित विभिन्न बैठकों में जोर शोर से उठाया है। चूंकि उक्त नल-जल योजना में केंद्र से प्राप्त राशि का उपयोग अधिक हुआ है। ऐसी स्थिति में जनप्रतिनिधियों ने जल आपूर्ति जैसे महत्वपूर्ण विषय में रूचि लेने का सतत निवेदन करते रहे हैं। अभी भी समय रहते विभागीय मद से पूर्व प्रस्ताव अनुसार एनीकट के समीप धीरी में नल-जल योजना संचालित करने में प्रदेश सरकार को रूचि लेनी चाहिए। सांसद द्वारा पेयजल जैसे महत्वपूर्ण संवेदनशील विषय को संसद में उठाए जाने के लिए ग्रामीणों ने सांसद का आभार व्यक्त किया है।