राजनांदगांव
गेहूं की फसलों को नुकसान का अंदेशा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 19 मार्च। जिले में शुक्रवार को मौसम ने करवट बदली। सुबह से बूंदाबांदी के साथ बारिश हुई। बेमौसम बारिश से गेहूं की फसलों को नुकसान होने का अंदेशा बढ़ गया। किसानों के लिए बेमौसम बारिश परेशानी खड़ी कर सकती है। पिछले कुछ दिनों से तेज गर्मी और सूर्य की चुभती किरणों से लोग हलाकान थे।
मौसम विभाग ने प्रदेश समेत राजनांदगांव जिले में भी बारिश होने की संभावना जाहिर की थी। बारिश के कारण मौसम का मिजाज ठंडा हो गया। गर्मी और उमस से लोगों को मौसम से राहत मिली। हालांकि दिनभर बदली छाने से ठंडी हवाएं भी चली। बीते कुछ दिनों से पारा 35 डिग्र्री के पार हो गया था। मार्च के महीने में पड़ रही गर्मी से लोग परेशान थे। मौसम का मिजाज पिछले कुछ दिनों से बदला हुआ था। आज सुबह से ही तेज ठंडी हवाओं के साथ बूंदाबांदी शुरू हुई।
बताया जा रहा है कि जिले के अलग-अलग इलाकों में भी बारिश हुई है। रबी की मुख्य फसल गेहूं को सर्वाधिक होने का अंदेशा बढ़ गया है। गेहूं खेतों में पककर तैयार हो गई है। खड़ी फसल को बारिश से नुकसान होने से किसान चिंताग्रस्त हैं। मार्च माह का एक पखवाड़ा बीतने के बाद मौसम में अचानक फेरबदल हो गया। ऐसी संभावना जताई जा रही है कि आगामी माह अप्रैल में तापमान में बढ़ोत्तरी होगी। वहीं इस बार गर्मी सामान्य से अधिक गर्मी भी आगामी अप्रैल और मई माह में देखने को मिल सकती है।
इधर शुक्रवार को अचानक बेमौसम बारिश होने से लोगों की सेहत पर भी बुरा असर पडऩे की आशंका है। अचानक आसमान में सुबह से बादल छाने के साथ ही जिले के कुछ इलाकों में बूंदाबांदी भी हुई। ऐसे में खेतीहर किसानों के चेहरे में बेमौसम बारिश को लेकर चिंता की लकीरें दिख रही है। इधर मौसम के करवट बदलने से लोगों में सर्दी-खांसी व बुखार के लक्षण भी नजर आने लगे हैं।
सुबह से आसमान में बादल छाए रहने के साथ ही बारिश और बूंदाबांदी की स्थिति निर्मित रही। दोपहर तक आसमान में काले बादल छाए रहे। मौसम के मिजाज को लेकर लोग सेहत के लिहाज से गर्म कपड़ों का भी उपयोग करते दिखे। वहीं बच्चों व बुजुर्गों की सेहत को लेकर परिवार के लोग सतर्कता बरतते दिखे।