राजनांदगांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 19 मार्च। राजगामी संपदा अध्यक्ष विवेक वासनिक ने जारी विज्ञप्ति में कहा कि सांसद संतोष पांडेय ने लोकसभा में सवाल उठाते कहा कि राजनांदगांव में धीरी नल-जल योजना के अंतर्गत 42 करोड़ रुपए पानी की तरह बहा दिया गया। दोषी अफसरों पर कार्रवाई की मांग की।
श्री वासनिक ने कहा कि सांसद श्री पांडेय को इस बात की जानकारी होगी कि यह कार्य भाजपा के शासनकाल में राजनांदगांव के विधायक एवं पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के अनुसार धीरी नल-जल योजना प्रारंभ की गयी थी। उस दौरान किसी भी भाजपा नेता ने इस कार्य को लेकर विरोध नहीं किया था।
उन्होंने आगे कहा कि धीरी एनीकट जो कि जल संसाधन विभाग द्वारा बनाया गया है। वह भी भाजपा शासनकाल में पूरी तरह से तहस-नहस हो गया है। आश्चर्य की बात है कि इस पर कोई मुद्दा नहीं उठता है और न ही कोई भ्रष्टाचार की बात होती है। धीरी एनीकट के नष्ट होने के कारण ही लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग को इन्टेकवेल धीरी से ईरा में करना पड़ा और उसकी अनुमति भी भाजपा के शासनकाल में दी गयी थी।
श्री वासनिक ने कहा कि सांसद पांडेय को अब भाजपा के शासनकाल में जो काम हुए है, उस पर से विश्वास उठ गया है। श्री वासनिक ने बताया कि वर्तमान में एनीकट पर पानी नहीं पहुंच रहा है, लेकिन प्रदेश में कांग्रेस सरकार बनते ही उसका कारण और निदान का कार्य जारी है। कारण यह है कि राजनांदगांव शहर को पेयजल आपूर्ति चाहिए, उसकी मात्रा बढ़ जाने के कारण ईरा में पानी नहीं दिया जा रहा है। अत: नष्ट हुए धीरी एनीकट के स्थान पर उसके ऊपर (अप स्ट्रीम) एक अच्छे स्वीकृति का निर्माण बहुत आवश्यक है। श्री वासनिक ने कहा कि सांसद संतोष पांडेय को केंद्र से इसके लिए और राशि स्वीकृत कराना चाहिए, न कि तथ्यहीन बातें करना चाहिए।
श्री वासनिक ने कहा कि छग प्रदेश में जब से कांग्रेस सरकार बनी है, विकास कार्यों में विशेष ध्यान दे रही है। भाजपा के 15 वर्षों के कार्यकाल में केवल भ्रष्टाचार के सिवाय कोई काम नहीं हुआ। भाजपा के राज में पूर्व मुख्यमंत्री एवं राजनांदगांव विधायक डॉ. रमन सिंह के क्षेत्र के 24 गांवों में आज पेयजल की समस्या का स्थायी समाधान के नाम पर धीरी-सोमनी वृहद नल-जल योजना में स्टापडेम घटिया निर्माण का भेंट चढ़ गया। जिसके कारण आज पूरे विधानसभा क्षेत्र में पानी की त्राहि-त्राहि हो रही है। श्री वासनिक ने कहा कि सांसद को बिना तथ्य जाने लोकसभा में सवाल नहीं उठाना चाहिए और उनको खेद प्रकट करना चाहिए। अब कांग्रेस शासन में विकास के काम तेजी से हो रहे है।