दन्तेवाड़ा
'छत्तीसगढ़' संवाददाता
बचेली, 21 मार्च। पुराना मार्केट बचेली, वार्ड क्रं. 7 स्थित कृत्रिम गर्भाधान केन्द्र पशु चिकित्सालय में कई सालों से पशु चिकित्सक नहीं होने से परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। पशुपालकों को पशुओं के उपचार के लिए भटकना पड़ रहा है।
पशुपालकों का कहना है कि सिर्फ चार स्टाफ भरोसे यह केन्द्र चल रहा है। करीब 5 वर्ष पूर्व में पदस्थ डॉक्टर का स्थानांतरण गरियाबंद जिले में होने बाद से अब तक यह पद खाली पड़ा हुआ है। बताया जा रहा है कि गरियाबंद से बचेली स्थानांतरण होकर आने वाले पशुचिकित्सक को आना था, लेकिन अभी तक नहीं आये है।
ज्ञात हो कि इस पशु चिकित्सालय केन्द्र के अंतर्गत 6 गांव बड़े बचेली, पाढ़ापुर, बेनपाल, पीना बचेली, दुगेली, बेेहनार आते है। इन गांवों में करीब तीन हजार से अधिक जानवर है। चार परिचारक है, इन गांवों को यही संभाल रहे हंै। आपातकालीन स्थिति में किरंदुल स्थित चिकित्सालय के डॉक्टर को बुलाया जाता है और वे फिर जानवरों को इलाज करते हैं। कर्मचारियों के रहने के लिए मकान भी नहीं है। इलाज के लिए दवाईयां व अन्य मेडिकल उपकरणों की सही व्यवस्था नहीं है। इलाज के अभाव में कई बार जानवरों की मौत भी हो जा रही है।
इस संबंध में बचेली के लोगों के द्वारा जिला प्रशासन एवं जिला पशुचिकित्सक अधिकारी दंतेवाड़ा को कई बार हर स्तर पर अवगत कराते हुए मंाग की जा चुकी है, लेकिन आश्वासन के सिवाय अब तक कुछ नहीं मिला है। जिला पशुचिकित्सक का कहना होता है कि जल्द ही बचेली में पशुचिकित्सक की व्यवस्था करा दी जायेगी। बचेली के गौसेवकों व नगरवासियों न मांग की है कि जल्द से पशुचिकित्सक की नियुक्ति किया जाये, ताकि बामार पशुओं को बचाया जा सके।