राजनांदगांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 22 मार्च। शासकीय दिग्विजय महाविद्यालय के स्वशासी विस्तार के लिए यूजीसी द्वारा गठित चार सदस्यीय समिति द्वारा महाविद्यालय के स्वशासी संबंद्धता के विस्तार हेतु निरीक्षण मूल्यांकन किया गया था। जिसके आधार पर महाविद्यालय को अगले पांच वर्ष के लिए पुन: स्वशासी संबंद्धता प्राप्त हुआ।
इस संबंध में प्राचार्य डॉ. बीएन मेश्राम ने बताया कि महाविद्यालय के स्वशासी विस्तार के लिए यूजीसी द्वारा गठित समिति ने दो दिन तक महाविद्यालय के विगत पांच वर्ष की उपलब्धियों का अवलोकन और मूल्यांकन किया। इस मूूल्यांकन में अध्ययन, अध्यापन तथा अनुसंधान सहित परिसर विस्तार, छात्रावास, खेल मैदान, व्यायाम शाला, प्रयोगशाला, ग्रंथालय, रोजगार एवं प्लेसमेंट, कौशल प्रशिक्षण और नूतन तकनीक से युक्त अध्यापन शैली की गतिविधयां शामिल थी। साथ ही स्वशासी निकाय के अधीन संचालित परीक्षा प्रणाली और उसकी वित्तीय व्यवस्था से संबंधित कार्यप्रणाली का मूल्यांकन किया गया।
उल्लेखनीय है कि दिग्विजय महाविद्यालय को सत्र 1992-93 से स्वशासी महाविद्यालय का दर्जा प्राप्त है। महाविद्यालय को यह स्वायत्त अधिकार उसकी पांच वर्षीय उपलब्धियों के आधार पर प्रदान किया जाता है। महाविद्यालय की इस उपलब्धि पर महाविद्यालय के जनभागीदारी समिति के अध्यक्ष रईस अहमद शकील प्रसन्नता व्यक्त करते महाविद्यालय परिवार को बधाई दी।