दुर्ग
![मनोरंजन के साथ-साथ समाज को संदेश देता है नाचा मनोरंजन के साथ-साथ समाज को संदेश देता है नाचा](https://dailychhattisgarh.com/2020/chhattisgarh_article/1616419596MG_20210321_142612.jpg)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कुम्हारी, 22 मार्च। दिनांक 18 एवं 19 मार्च गुरुवार एवं शुक्रवार को दो दिवसीय नाचा महोत्सव का आयोजन ग्राम अछोटी में संस्कृति विभाग छत्तीसगढ़ शासन के सहयोग से लोकमाया छत्तीसगढ़ी लोक कला मंच के तत्वावधान में आयोजन संपन्न हुआ कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों के कर कमलों द्वारा कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉक्टर परदेशी राम वर्मा अध्यक्षता के के खेलवार सेवानिवृत्त डीएफओ, छत्तीसगढ़ शासन, विशिष्ट अतिथि हीरा वर्मा अध्यक्ष ब्लॉक कांग्रेस कमेटी हेमू साहू सरपंच ग्राम अछोटी रहे।
नाचा पर व्याख्यान अजय उमरे संत समाज नाचा पार्टी लिटिया सेमरिया ने अपने विचार रखे। उन्होंने कहा नाचा आज भी उतना ही लोकप्रिय है जितना इलेक्ट्रॉनिक युग के नहीं रहने पर भी रहा । अब लोग टीवी के कार्यक्रमो से ऊब चुके हैं जमीन से जुड़ी हुई लोक कलाओं को देखना पसंद करते हैं नाचा के कलाकार ग्रामीण जीवन से जुड़ी हुई बातों को रेखांकित कर गम्मत करते हैं तो लोगों को लगता है कि यह तो हमारी कहानी है हास्य पुट में कही जाने वाली बात लोग आत्मसात करते हैं कार्यक्रम के मुख्य अतिथि परदेशीराम वर्मा ने कहा कि मैं भिलाई स्टील प्लांट में होने वाले लोक महोत्सव का संयोजक रहा हूं कलाकारों की कला की दुनिया के साथ-साथ उनकी निजी जिंदगी के दुख सुख से मैं वाकिफ हूं। कलाकार अति संवेदनशील होते हैं भावुक होते हैं इसलिए कलाकार अपने सब कुछ त्याग कर कला के प्रति न्योछावर हो जाते हैं नाचा मनोरंजन के साथ-साथ समाज के कुरीतियों को भी गम्मत के माध्यम से संदेश देते हैं जैसे नशा उन्मूलन बाल विवाह राष्ट्रीयता की भावना एवं सद्भावना और प्रेम से रहने का संदेश नाचा में मिलता है नाचा छत्तीसगढ़ की मौलिक लोक नाट्य विधा है समाज के एक तरह का आधार है नाचा।
तत्पश्चात नाचा का कार्यक्रम प्रारंभ हुआ इसमें सर्वप्रथम 3 नाचा दलों ने बेहतरीन प्रस्तुति दी जिनमें मां कारो कन्या नाच पार्टी रामपुर भांड , शिव शंकर नाच पार्टी रवेली दाई के कोरा नाचा पार्टी पन्दर आदि शामिल है। इसी तरह दूसरे दिन भी तीन दलों की प्रस्तुति देर रात तक चलती रही।
आसपास के 10 गांव के ग्रामीणों ने इस कार्यक्रम का आनंद लिया लोकमाया के अध्यक्ष महेश वर्मा ने कलाकारों एवं अतिथियों को शाल श्रीफल व स्मृति चिन्ह देकर सम्मान किया।