राजनांदगांव
![कोरोना पर कांग्रेस की कार्यप्रणाली राजनीति में अंतहीन गिरावट का सबूत- नीलू कोरोना पर कांग्रेस की कार्यप्रणाली राजनीति में अंतहीन गिरावट का सबूत- नीलू](https://dailychhattisgarh.com/2020/chhattisgarh_article/1616582900ilu_sharma.jpg)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 24 मार्च। कोरोना प्रारंभ होने से लेकर आज कोरोना टीकाकरण तक कांग्रेस की कार्यप्रणाली व बयानबाजी राजनीति में अंतहीन गिरावट का सबूत है। भाजपा प्रदेश प्रवक्ता नीलू शर्मा ने बयान जारी कर कहा कि कोरोना के प्रारंभिक काल में क्वारंटीन सेंटर में कोरोना से ज्यादा अव्यवस्था के कारण लोगों की मृत्यु हुई। वहीं कांग्रेस सरकार की अनदेखी के कारण छत्तीसगढ़ में क्वारंटीन सेंटर में आत्महत्या तक की घटनाएं हुई है। कोरोना से लडऩे केंद्र सरकार से लगातार मदद मिलने के बावजूद कांग्रेस सरकार छत्तीसगढ़ में व्यवस्था संभालने के बजाए बयानबाजी करती रही। क्रमबद्ध तरीके से जब कोरोना में छूट मिली तो उन्होंने सबसे पहले दूध, सब्जी, फल व अत्यावश्यक वस्तुओं के बजाय शराब दुकान खोलने को प्राथमिकता दी।
प्रवक्ता श्री शर्मा ने कहा कि छत्तीसगढ़ में मुफ्त वैक्सीनेशन की घोषणा करने वाले भूपेश बघेल को जवाब देना चाहिए कि शराब में कोरोना सेस के 600 करोड़ रुपए का क्या हिसाब है और उन्हें किन-किन मदों पर खर्च किया गया। जब देश के वैज्ञानिकों व डॉक्टरों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व में इस महामारी से लडऩे कोरोना वैक्सीन का निर्माण किया, उस पर भी ये बयानबाजी से बाज नहीं आए और जब पूरा देश ही नहीं, बल्कि विश्व के अन्य देशों में भारत से बने हुए कोरोना वैक्सीन लगवाकर लोग इस महामारी से लड़ रहे थे, तब यहां के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव, भारत के वैज्ञानिक व डॉक्टरों की योग्यता पर प्रश्नचिन्ह लगाते यहां कोवैक्सीन न लगाने की घोषणा कर दी व केंद्र सरकार को पत्र लिखा कि हमें कोवैक्सीन की खुराक न भेजी जाए। जबकि उस समय छत्तीसगढ़ में लगभग 72000 कोरोना टीका कोवैक्सिन के डोज रखे हुए थे।