राजनांदगांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 25 जून। पहली बार जिले के प्रभारी मंत्री की हैसियत से दौरे पर पहुंचे राज्य सरकार के खाद्य व संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत का नांदगांव और डोंगरगढ़ में जोशीला स्वागत किया। कांग्रेसी कार्यकर्ताओं में मंत्री भगत का स्वागत करने के लिए जोरदार होड़ रही। जिले की सरहद में दाखिल होते ही भगत का सिलेसिलेवार चौक-चौराहो में स्वागत किया गया। अपने बेटे आदित्य भगत के साथ पहुंचे मंत्री शहर में गुजरने के दौरान खुली जीप में सवार हुए।
यहां बता दें कि भगत के बेटे आदित्य एनएसयूआई के सोशल मीडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी हैं। शहरी सीमा पर सटे पार्री दरगाह के पास प्रदेश कांग्रेस के नेता आफताब आलम, शकील रिजवी व अन्य ने स्वागत किया। इसके बाद पुराने बस चौक में महापौर हेमा देशमुख, हफीज खान, सुदेश देशमुख, बबलू सोनी, वीरू चौहान, मेहूल मारू, तथागत पांडे, निखिल द्विवेदी, आसिफ अली, विनय झा, भोजू भेलावे, अब्बास खान समेत अन्य कांग्रेसियों ने स्वागत किया। इसके बाद महापौर हाऊस में पहुंचे मंत्री का स्वागत किया गया। बाद में मंत्री भगत ने पोस्ट ऑफिस चौक में स्थित स्व. उदय मुदलियार और अलानूर भिंडसरा के प्रतिमा में माल्यार्पण किया। तत्पश्चात इमाम चौक में कांग्रेस नेता जितेन्द्र मुदलियार व साथियों ने स्वागत किया। प्रभारी मंत्री भगत ने नवीन गुरूद्वारा में पहुंचकर माथा टेका। बाद में वह डोंगरगढ़ के लिए रवाना हुए। डोंगरगढ़ में उनके स्वागत के लिए कार्यकर्ताओं में होड़ मची रही। पूर्व जिलाध्यक्ष नवाज खान और राजगामी संपदा के अध्यक्ष विवेक वासनिक समेत अन्य ने स्वागत किया।
मंत्री के कहने पर जीप में सवार हुए कुलबीर
प्रभारी मंत्री भगत अपने स्वागत के लिए तैयार खुली जीप में जैसे ही सवार हुए उन्होनें शहर कांग्रेस अध्यक्ष कुलबीर छाबड़ा को इशारा कर वाहन में सवार होने को कहा। तय क्षमता से अधिक लोगों के सवार होने की वजह से कुलबीर जीप में सवार नही होना नही चाह रहे थे। बताया जाता है कि मंत्री ने दोबारा कुलबीर को सवार होने को कहा। कुलबीर इसके बाद जीप में सवार हुए। बताया जाता है कि कुलबीर को मंत्री द्वारा बुलाए जाना कांग्रेस में चर्चा का विषय बन गया। शहर अध्यक्ष कुलबीर को अपने पहले दौरे में मंत्री ने महत्व देकर संगठन में एकता का संदेश दिया है।