राजनांदगांव

आपातकाल लगाकर कांग्रेस ने लोकतंत्र और संविधान का घोंट दिया गला- बजाज
26-Jun-2021 7:21 PM
  आपातकाल लगाकर कांग्रेस ने लोकतंत्र और संविधान का घोंट दिया गला- बजाज

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

राजनांदगांव, 26 जून। देश में आपातकाल की बरसी पर जिला भाजपा कार्यालय में भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं अपेक्स बैंक के पूर्व अध्यक्ष अशोक बजाज ने प्रेसवार्ता में कहा कि अभिव्यक्ति की आजादी को इस दौरान पूरी तरह से कुचल दिया गया था। मीडिया पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाया गया था। इमरजेंसी लगाने के तुरंत बाद अखबारों के दफ्तरों की बिजलियां काट दी गई थी, ताकि ज्यादातर अखबार अगले दिन आपातकाल का समाचार न छाप सके, आपातकाल के दौरान 3801 अखबारों को जब्त किया गया। 327 पत्रकारों को मीसा कानून के तहत जेल में बंद कर दिया गया। 290 अखबारों में सरकारी विज्ञापन बंद कर दिए गए। बाद में इंदिरा कांग्रेस ने लोगों की जबर्दस्ती नसबंदी करवाई।

श्री बजाज ने बताया कि आज भी कांग्रेस की अलोकतांत्रिक नीतियां जारी है, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, राजस्थान एवं अन्य कांग्रेस शासित या समर्थित राज्यों में आपातकाल जैसी मनोवृत्ति के चलते लोगों के मौलिक अधिकारों का हनन हो रहा है। उन्होंने पश्चिम बंगाल का उदाहरण देते कहा कि कांग्रेस कम्युनिस्टों के प्रत्यक्ष समर्थन से चुनकर आई टीएमसी सरकार के कार्यकर्ताओं द्वारा चुनाव के पश्चात जिस तरीके से हत्या, बलात्कार और लूट आदि को अंजाम दिया जा रहा है, वास्तव में यह तमाम उदाहरण आपातकाल जैसी मनोवृति के परिचायक है।

भूपेश सरकार को घेरते श्री बजाज ने कहा कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार का उदाहरण सबसे अनूठा है, जहां किसी ट्वीट को रीट्वीट तक करना बड़ा अपराध बना दिया गया है, जहां शासन के संसाधनों और समय का पूरा उपयोग भाजपा प्रवक्ता की आवाज को पुलिसिया डर दिखाकर दबाने एवं राष्ट्रीय पत्रकारों पर सौ सौ मुकदमे दर्ज करने में लगा दिया जाता है, जहां कांग्रेस के कार्यकर्ताओं द्वारा पुलिस स्टेशन के सामने ही पत्रकारों से बर्बरता से हिंसा तक की जाती है और वह भी महज इसलिए क्योंकि वह आपसे असहमत हैं और आप वैसे ही उनकी अभिव्यक्ति की आजादी को खत्म करना चाहते हैं। जैसे इंदिराजी ने किया था।

श्री बजाज ने कहा कि कुछ लोगों को लगता होगा कि 1975 में लगाया आपातकाल आज क्यों याद किया जा रहा है तो उन्हें हम बता दें कि कल भले ही 1977 में खत्म हो गया, लेकिन आपातकाल की मनोवृति वाली तत्व और संगठन आज भी मौजूद है।

हर क्षण प्रतिपल लोकतंत्र विरोधी तत्वों के खतरे के प्रति सावधान रहने की जरूरत है।

आपातकाल में जेल जाने वाले कुलवंत कक्कड़ ने भी वार्ता में अपने कड़वे संस्मरण सुनाए। तत्पश्चात मुख्य वक्ता अशोक बजाज एवं कार्यक्रम प्रभारी रमेश पटेल ने कुलवंत कक्कड़ का शाल-श्रीफल से सम्मान भी किया। प्रेसवार्ता के दौरान जिला भाजपा के महामंत्री सचिन बघेल, पूर्व सांसद प्रदीप गांधी, शहर अध्यक्ष तरूण लहरवानी, नेता प्रतिपक्ष किशुन यदु, सोशल मीडिया प्रभारी कमल सोनी, अरूण शुक्ला इत्यादि उपस्थित थे।

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