राजनांदगांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 27 जून। शुक्रवार को राजनांदगांव के प्रभारी मंत्री अमरजीत भगत के डोंगरगढ़ प्रवास के दौरान शराबबंदी को लेकर पत्रकारों द्वारा पूछे गए सवाल को लेकर जो प्रतिक्रिया प्रभारी मंत्री ने दी, उसे लेकर अब जनता में आक्रोश व्याप्त है। इस मामले में अब भाजयमो प्रभारी मंत्री के अगले दौरे में उन्हें कान की मशीन भेंट करने वाली है।
भाजयुमो जिलाध्यक्ष मोनू बहादुर सिंह ने बयान जारी करते कहा कि सत्ता सरकार के संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत खुद अपनी संस्कृति भूल चुके हैं। उन्होंने कहा कि डोंगरगढ़ में पत्रकार साथी के सवाल पर प्रभारी मंत्री सीधे तौर पर कह रहे हैं कि उन्हें सवाल सुनाई ही नहीं दी, जो कि बहुत गैर जिम्मेदाराना जवाब है और पत्रकारों की तौहीन भी, जिसे भाजयुमो कतई बर्दाश्त नहीं करेगा।
भाजयुमो जिलाध्यक्ष मोनू बहादुर ने कहा कि प्रभारी मंत्री को शराबबंदी के मसले पर सवाल सुनाई नहीं देता। जबकि उन्हें जनता की समस्या सुनने के लिए अपने काम खुले रखने चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रभारी मंत्री के अगले प्रवास के दौरान भाजयुमो की ओर से उन्हें कान की मशीन भेंट की जाएगी, ताकि जनता की आवाज स्पष्ट रूप से मंत्री के कानों तक पहुंचे। मोनू बहादुर ने प्रदेश की कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते कहा कि ये सरकार गंगाजल हाथ में लेकर शराबबंदी की कसम खाकर सत्ता में आए हैं और अब उनके मंत्री अवैध शराब के मामलों पर खुद को बहरा बताने की जुगत में लगे हैं और सवालों से बचना चाहते हैं।
मोनू ने कहा कि जनता को धोखा देकर जब्त सत्ता में आ ही गई है कांग्रेस तो जनता के सवालों का जवाब देना ही होगा और यदि नहीं दे सकते तो संस्कृति मंत्री को नैतिकता के आधार पर अपना इस्तीफा दे देना चाहिए।