राजनांदगांव
![महीनों से खेल अफसर के भेजे अश्लील फोटो और गलत काम करने के दबाव से तंग शिक्षिका की शिकायत पर एफआईआर दर्ज महीनों से खेल अफसर के भेजे अश्लील फोटो और गलत काम करने के दबाव से तंग शिक्षिका की शिकायत पर एफआईआर दर्ज](https://dailychhattisgarh.com/2020/chhattisgarh_article/1625382595ishor_Mehra.jpg)
अक्सर विवादों में रहे मेहरा पर जुर्म दर्ज
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 4 जुलाई। एक सरकारी स्कूल में पदस्थ शिक्षिका ने एक खेल अधिकारी पर अश्लील तस्वीर और एलबम भेजने तथा गलत कार्य करने की पुलिस से शिकायत की है। जिला क्रीड़ा अधिकारी किशोर मेहरा पर लगे संगीन आरोप से प्रशासनिक हल्के में खलबली मच गई। शिक्षिका के शिकायत के बाद आईटी एक्ट और मानसिक प्रताडऩा के धाराओं के तहत बसंतपुर पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर मामले को विवेचना में लिया है।
बताया जा रहा है कि शिक्षिका पर कई महीनों से गलत काम करने के दबाव के साथ खेल अधिकारी मेहरा वाट्सअप के जरिये अश्लील फोटो एलबम भेज रहे थे। शिक्षिका लगातार खेल अधिकारी के इस कृत्य से मानसिक रूप से परेशान थी। बताया जा रहा है कि मेहरा अपने पद का रूतबा दिखाते हुए महिला को धमका भी रहे थे। इसी बात से तंग होकर बसंतपुर पुलिस में लिखित शिकायत कर शिक्षिका ने खेल अधिकारी के वास्तविक रूप से पुलिस के सामने रखा। गौरतलब है कि खेल अधिकारी किशोर मेहरा लंबे समय से जिले में ही पदस्थ हैं। उनके सत्तारूढ़ और विपक्षी दलों के प्रभावी लोगों से व्यक्तिगत संबंध हैं। लंबे समय से उनकी पदस्थापना को लेकर सवाल उठते रहे हैं।
मिली जानकारी के मुताबिक शहर के एक शासकीय स्कूल में पदस्थ शिक्षिका ने थाना में रिपोर्ट दर्ज कराते बताया कि 2 जुलाई को सुबह जिला क्रीड़ा अधिकारी किशोर मेहरा ने अपने वाट्सअप मोबाइल से शिक्षिका के मोबाइल नंबर पर अश्लील फोटो का पूरा एलबम ही भेज दिया। साथ ही पीडीएफ भी बनाकर भेजा। शिक्षिका का कहना है कि उसने तुरंत खेल अधिकारी मेहरा को फोन पर उनकी इस हरकत पर आपत्ति जताई तो खेल अधिकारी मोबाइल पर ही धमकी देकर अश्लील बातें करने लगा। आखिरकार पीडि़त शिक्षिका बसंतपुर थाना पहुंची और घटनाक्रम की जानकारी देते एफआईआर दर्ज करा दी। फिलहाल आरोपी खेल अधिकारी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
बस्तर में शराब पीकर हंगामा का आरोप
खेल अधिकारी किशोर मेहरा का अपने बर्ताव के चलते विवादों से नाता रहा है। वह उस समय भी प्रदेश स्तर में भी सुर्खियों में आए जब करीब 3 साल पहले बस्तर में आयोजित एक राज्य स्तरीय शालेय स्पर्धा में राजनांदगांव से टीम लेकर पहुंचने के दौरान उन्होंने शराब पीकर हंगामा खड़ा कर दिया था। उस दौरान भी उनके प्रशासनिक कार्यप्रणाली को लेकर उंगलियां उठी थी। हालांकि यह भी स्पष्ट है कि प्रशासनिक और विभागीय स्तर पर इस मामले की जांच नहीं हुई। यही कारण है कि मेहरा के इससे हौसले बुलंद हो गए। बताया जा रहा है कि पूरे मामले को लेकर कलेक्टर ने विभागीय अधिकारियों से जानकारी ली है। माना जा रहा है कि अगले एक-दो दिन में खेल अधिकारी के खिलाफ बड़ी प्रशासनिक कार्रवाई हो सकती है।