राजनांदगांव
यात्री भाड़ा नहीं बढऩे से सिलसिलेवार आंदोलन में बस मालिक
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 8 जुलाई। यात्री भाड़ा और परिवहन संबंधी समस्याओं को लेकर सिलसिलेवार समूचे राज्य में आंदोलनरत बस संचालक अपनी मांगों को लेकर अब भी अड़े हुए हैं। गुरुवार को राजनांदगांव के संचालकों ने बस लेकर कलेक्टोरेट में धावा बोल दिया। पूरे राज्य में बस मालिक अलग-अलग दिनों में जिलेवार धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं। आज मालिकों ने अपनी मांग को पूरा नहीं होने से नाराज होकर बसों का काफिला लेकर कलेक्टोरेट के बाहर प्रदर्शन किया। इससे पहले पुराने बस स्टैंड से बसों का रेला लेकर मालिकों ने कलेक्टोरेट कूच किया।
बताया जा रहा है कि यात्री को बढ़ाने की मांग लेकर लंबे समय से सरकार से गुहार लगा रहे हैं। कई दफे संचालकों की परिवहन विभाग से अफसरों के साथ बैठकें भी हुई, लेकिन बेनतीजा होने के कारण समस्या का हल नहीं निकला है। यही कारण है कि राजनांदगांव जिले के 200 से अधिक बस यात्री मालिक लगातार अपनी मांग को लेकर आंदोलरत हैं। कोरोनाकाल में बस कारोबार पूरी तरह से चौपट हो गया है। वहीं डीजल के बढ़ते दाम से मालिकों का दम निकल रहा है।
जिला बस ऑपरेटर संघ अध्यक्ष रईस अहमद शकील के नेतृत्व में बस मालिकों ने आज कलेक्टोरेट के बाहर नारेबाजी करते प्रदर्शन किया। डीजल के बढ़ते दाम की वजह से मौजूदा यात्री किराया के आधार पर बसों की आवाजाही संभव नहीं है। बताया जा रहा है कि बीते डेढ़ साल में डीजल के दाम 65 रुपए से सीधे 90 रुपए के करीब पहुंच गया है। जबकि यात्री भाड़े में लंबे समय से सरकार ने बढ़ोत्तरी नहीं की है। वहीं बसों के मशीनरी के दाम भी लगातार बढ़ रहे हैं। जिले में रोजाना सामान्य दिनों में 200 बसों की आवाजाही होती है। बस कारोबार के जरिये 500 से अधिक कर्मचारियों के परिवार का भरण पोषण होता है। बताया जा रहा है कि सरकार शासन स्तर पर मांग पूरी नहीं होने तक बस मालिक आंदोलन करने के लिए कटिबद्ध हैं। आज हुए प्रदर्शन में बस मालिक बड़ी संख्या में शामिल थे।