राजनांदगांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 9 जुलाई। छुरिया के ग्राम घोरतलाव एवं पेंड्रीडीह में शासन की सुराजी गांव योजना मूर्त रूप ले रही है और इन गांवों में तस्वीर बदल रही है। ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करने शासन की इस लोकहितैषी योजना के माध्यम से जनजागृति आई है और अब गौठान मल्टी एक्टीविटी केन्द्र के रूप में विकसित हो रहे हैं। ग्राम घोरतलाव एवं पेंड्रीडीह के सुघ्घर आदर्श गौठान में स्वसहायता समूह की महिलाएं विभिन्न गतिविधियों से जुडक़र कार्य कर रही हैं।
कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा ने जमीनी स्तर पर शासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि समूह की महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण के लिए विशेष प्रयास करें। गौठान को सेल्फ सस्टेनेबल बनाने की दिशा में प्रभावी कार्य करें। समूह की महिलाओं को उन्होंने अच्छा कार्य करने के लिए प्रोत्साहित किया और सामुहिक बाड़ी एवं अन्य गतिविधियों से जुडऩे कहा। कलेक्टर ने समूह की महिलाओं के लिए आटा चक्की की मशीन लगवाने के निर्देश दिए।
सरपंच ने बताया कि गौठान में गांव के लगभग 200 मवेशी आते हैं। कलेक्टर को समूह की महिलाओं ने बताया कि गोधन न्याय योजना के तहत 850 क्ंिवटल गोबर की खरीदी की गई थी। जिससे 161 क्ंिवटल वर्मी कम्पोस्ट का निर्माण किया गया है।
कलेक्टर ने उन्हें अवगत कराया कि शीघ्र ही उन्हें 1 लाख रुपए की राशि प्राप्त होगी। उन्होंने गौठान के समीप निर्मित चारागाह की प्रशंसा की। चारागाह में मवेशियों के लिए नेपियर घास लगाई गई है। उन्होंने गौठान में फेसिंग, बोरखनन एवं ड्रिप सिंचाई के निर्देश दिए। कलेक्टर ने महिला समूह द्वारा केचुआ उत्पादन की सराहना की। उन्होंने गौठान के समीप स्थित पंचायत के भवन को समूह की महिलाओं के आर्थिक गतिविधियों हेतु उपयोग देने के लिए निर्देशित किया।
पेंड्रीडीह स्थित राधाकृष्ण आदर्श गौठान में कलेक्टर को समूह की महिलाओं ने बातचीत के दौरान बताया कि सामुहिक सुघ्घर बाड़ी में आटा, मिर्ची, फूलगोभी एवं अन्य सब्जियां लगाए थे। समूह की महिलाओं ने बताया कि गोधन न्याय योजना के तहत 1473 क्ंिवटल गोबर खरीदा गया था। जिससे 340 क्ंिवटल वर्मी कम्पोस्ट बनाया गया। कलेक्टर ने समूह की महिलाओं को बेकयार्ड पोल्ट्री फार्म योजना के अंतर्गत मुर्गीपालन करने के लिए कहा। उन्होंने गौठान में समूह की महिलाओं के मुर्गीपालन के लिए उप संचालक पशुपालन को निर्देशित किया। इस अवसर पर एसडीएम हितेश पिस्दा, जनपद पंचायत सीईओ प्रतीक प्रधान, उप संचालक पशुपालन डॉ. देवरस सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।