राजनांदगांव
संदिग्ध हालात में मौत पर परिजनों ने हत्या की जताई थी आशंका
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 14 जुलाई। बालोद जिले के सूरेगांव इलाके में एक नवविवाहिता की 52 दिनों से दफन शव को दोबारा पोस्टमार्टम कराने के लिए डौंडीलोहारा पुलिस बुधवार को राजनांदगांव मेडिकल कॉलेज पहुंची।
मिली जानकारी के मुताबिक सूरेगांव क्षेत्र के मुडख़ुसरी की गमिता साहू की मौत को हत्या करार देते हुए परिजनों ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर सवालिया निशान खड़े किए थे। गमिता की 52 दिनों पहले मौत हो गई थी। वह भिलाई के एक निजी हास्पिटल में बतौर स्टॉफ नर्स कार्यरत थी। मृत्यु के पीछे हत्या होने की आशंका जताते परिजनों ने दोबारा पोस्टमार्टम करने की अर्जी दी थी।
बताया जा रहा है कि नवविवाहिता की अचानक हुई मौत पर आशंका जताते परिजनों ने हत्या होने का दावा किया था। इससे उलट बालोद पुलिस का कहना है कि मृत्यु के पश्चात महिला का पोस्टमार्टम कराया गया था। जिसमें चिकित्सकों ने बीमारी की वजह से मौत होने की पीएम रिपोर्ट के जरिये जानकारी दी थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट को मानने से इंकार करते हुए परिजन लगातार नवविवाहिता के पति, सास और ससुर पर हत्या का आरोप लगाकर नए सिरे से पीएम करने की मांग कर रहे थे।
बताया जा रहा है कि परिजनों ने मृतिका के 20 लाख रुपए के बीमा होने पर हत्या की आशंका जताई थी। इस संबंध में बालोद एसपी सदानंद कुमार और एएसपी डीआर पोर्ते ने ‘छत्तीसगढ़’ को बताया कि परिवार वालों की शिकायत पर दोबारा पोस्टमार्टम कराने नांदगांव भेजा गया है। जल्द ही इस मामले की स्थिति साफ हो जाएगी। इस बीच आज पोस्टमार्टम के लिए शव लेकर पुलिस की टीम पहुंची है। इसके बाद आगे की कार्रवाई होगी।