राजनांदगांव
रिहायशी कॉलोनी महेश नगर के एक मकान में हो रही थी प्रार्थना सभा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 18 जुलाई। शहर के महेश नगर कालोनी में रविवार को एक मकान में प्रार्थना सभा की आड़ में कथित धर्मांतरण कराए जाने के मामले में एक पास्टर को हिन्दूवादी संगठन की नाराजगी का सामना करना पड़ा।
हालांकि पास्टर का दावा है कि धर्मांतरण का आरोप बेवजह लगाया गया है। जबकि प्रभु यीशु की स्तुति गान करने के लिए लोग प्रार्थना कर रहे थे। इसी बीच कतिपय हिन्दूवादी संगठनों ने मकान में धावा बोल दिया। बताया जा रहा है कि पास्टर दीपक साहू और उनकी पत्नी पर ईसाई धर्म के प्रति मोह पैदा करते हुए धर्म परिवर्तन कराने के आरोप लगाते हिन्दूवादी संगठन बजरंग दल ने प्रशासन से शिकायत की। इसके बाद विवाद बढ़ता देख तहसीलदार को वस्तु स्थिति की जानकारी लेने मौके पर भेजा। बताया जा रहा है कि आसपास के ग्रामीण और रहवासी रविवार को विशेष प्रार्थना सभा में शामिल होने के लिए जुटे हुए थे। प्रार्थना सभा में बड़ी तादाद में गैर ईसाई समाज के लोग शामिल हुए। बताया जा रहा है कि जिस मकान में प्रार्थना सभा आयोजित थी, वह वेंकट रमन नामक व्यक्ति का है। उस मकान में बतौर किरायेदार पास्टर दीपक साहू रहते हैं। रविवार को ग्रामीण इलाकों से भी लोग प्रार्थना में शरीक होने के लिए पहुंचे। इसी बीच धर्मांतरण कराए जाने की खबर के बाद बजरंग दल के लोग पहुंचे।
इस संबंध में धर्मांतरण का आरोप को खारिज करते पास्टर दीपक साहू ने मीडिया को जानकारी देते कहा कि प्रार्थना सभा शारीरिक रूप से कष्ट झेल रहे लोगों की चंगाई के लिए आयोजित किया गया था। वहीं प्रभु यीशु से प्रेम करने वाले अन्य लोग सभा में मौजूद थे। उन्होंने कहा कि यह सरासर गलत आरोप है कि प्रार्थना सभा के आड़ में लोगों को धर्म बदलने के लिए प्रेरित किया जा रहा था। इस बीच प्रशासन पूरे मामले की पूरी जांच कर रहा है। वहीं प्रार्थना सभा में मौजूद कुछ लोगों ने पास्टर के पक्ष में खड़े होते कहा कि धर्मांतरण कराने का आरोप बेबुनियाद है। सभी धार्मिक नजरिये से सभा में उपस्थित हुए थे।