राजनांदगांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 19 जुलाई। छत्तीसगढ़ प्रदेश शिक्षक फेडरेशन के प्रांताध्यक्ष राजेश चटर्जी एवं प्रांतीय महामंत्री सतीश ब्यौहरे ने बताया कि छत्तीसगढ़ राज्य में शासकीय सेवकों को 12 प्रतिशत महंगाई भत्ता मिल रहा है, जो कि जनवरी 2019 के स्थिति में केन्द्रीय कर्मचारियों को देय था। केंद्र सरकार ने महंगाई भत्ता दर में जुलाई 2019 को 5 प्रतिशत वृद्धि से 17 प्रतिशत, जनवरी 2020 को 4 प्रतिशत वृद्धि से 21 प्रतिशत, जुलाई 2020 को 3 प्रतिशत वृद्धि से 24 प्रतिशत तथा जनवरी 21 को 4 प्रतिशत वृद्धि से 28 प्रतिशत महंगाई भत्ता दर निर्धारित किया है। प्रत्येक वर्ष के जनवरी एवं जुलाई माह में केंद्र सरकार द्वारा महंगाई भत्ता को उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (आईसीपीआईएन) के आधार पर पुनरीक्षित किया जाता है।
उन्होंने बताया कि उपभोक्ता मूल्य सूचकांक की गणना वस्तुओं एवं सेवाओं के एक मानक समूह के औसत मूल्य के आधार पर की जाती है, जो कि मई 2021 के स्थिति में 120.6 है।
उन्होंने बताया कि केंद्रीय कर्मचारियों को 1 जुलाई 2019 से 17 प्रतिशत महंगाई भत्ता मिल रहा था। केंद्र सरकार की घोषणा से लंबित तीन किस्त का कुल 11 प्रतिशत वृद्धि से महंगाई भत्ता अब 28 प्रतिशत हो गया है। जिसका भुगतान 1 जुलाई 2021 से प्रभावशील किया गया है। इसका तात्पर्य है कि 1 जनवरी 2020 से 30 जून 2021 तक महंगाई भत्ता मूलवेतन का 17 प्रतिशत ही देय रहेगा। जिसके कारण 48,34,000 केंद्रीय कर्मचारियों एवं 65,26,000 पेंशनरों को 18 माह का देय एरियर्स का भुगतान होगा, किन्तु इस विषय पर अभी स्पष्ट नहीं है।
उन्होंने बताया कि राज्य सरकार के कर्मचारियों को 1 जनवरी 2019 से आज पर्यन्त 12 प्रतिशत महंगाई भत्ता मिल रहा है। जबकि छत्तीसगढ़ में पदस्थ केंद्रीय कर्मचारियों को 1 जुलाई 2019 से 17 प्रतिशत महंगाई भत्ता मिल रहा है। उन्होंने 1 जुलाई 2019 देय तिथि से 17 प्रतिशत महंगाई भत्ता स्वीकृत करने कि मांग की है। उन्होंने राज्य के कर्मचारियों को 1 जुलाई 2019 से 30 जून 2021 तक हुए न्यूनतम वित्तीय नुकसान की जानकारी दी है।
कोरोनाकाल के इस कठिन दौर में भी अपनी जान हथेली पर रखकर शासकीय सेवा कार्यों को सतत् संपादित करने वाले ऐसे कर्तव्यनिष्ठ शासकीय सेवकों के हक का पैसा मिलना चाहिए।
छग प्रदेश शिक्षक फेडरेशन राजनांदगांव के जिलाध्यक्ष मुकुल साव, जिला महामंत्री पीआर झा, सदस्यगण बृजभान सिन्हा, एफआर वर्मा, वायडी साहू, जनक तिवारी, संजीव मिश्रा, भूषणलाल साव, रंजीत सिंह कुंजाम, जितेन्द्र बघेल, संगीता ब्यौहरे, नीलू झा, सीमा तरार, अभिशिक्ता फंदियाल, मालती टंडन, सीएल चंद्रवंशी, देवचंद बंजारे, शिवप्रसाद जोशी, सुधांशु सिंह, विरेन्द्र रंगारी, नितेश मेश्राम, रमेश कुमार साहू, सुखराम खोब्रागढ़े, ईश्वर टंडन, अब्दुल कलीम खान, सोहन निषाद, मुकेश शुक्ला, एचके सोनसारवां, बीके गुप्ता एवं साथियों ने भी छग प्रदेश शिक्षक फेडरेशन की इस मांग का समर्थन किया है।