बलौदा बाजार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 22 जुलाई। नगर के बाईपास में 4 स्थानों पर मार्ग संगम होता है। जहां बड़ी संख्या में भारी वाहनों के अलावा छोटी-बड़ी यात्री वाहनों का आवागमन होता है। मार्ग संगम पर रात्रि के दौरान अंधेरा होने की वजह से दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। वहीं बारिश के मौसम में इन स्थानों पर अत्यधिक अंधेरा छाया रहता है. जिसके चलते बड़ी आवागमन के दौरान वाहनों के चालकों को अत्यधिक दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
लोगों द्वारा प्रशासन से लगातार इन चारों स्थान पर सडक़ के मध्य हाईमास्टर लैंप लगाने की मांग की जा रही है, परंतु अब तक इस दिशा में पहल नहीं किया गया है। सीमेंट संयंत्र भी इस दिशा में उदासीन बने हुए हैं, जबकि इस बाईपास का उपयोग अधिकांशत: सीमेंट संयंत्र की ट्रकों द्वारा किया जाता है। अत: सीमेंट संयंत्र प्रबंधक स्वयं इस कार्य को सीएसआर से पूर्ण करें तो निश्चित ही लोगों को दुर्घटना से बचाया जा सकता है।
गौतलब है कि शहर के बाहर से भाटापारा मार्ग ग्राम कुकुरदी से लेकर कसडोल मार्ग तक अपन गांव के समीप मिलने वाला बाईपास करीब 13 किलोमीटर लंबा है। इस मार्ग पर ग्राम पनगांव के समीप कसडोल की ओर रायपुर की तरफ आने जाने वाले वाहन का तांता लगा रहता है। यहां तीन रास्ते मिलते हैं। बाईपास के भारी दबाव की वजह से अक्सर यही गंभीर दुर्घटनाएं घटित होती है। यदि यहां हाई मास्टर लैंप लगा दिया जाए तो निश्चित ही अंधेरे में डूबे रहने वाले इस मार के संग संगम पर लोगों को आवागमन में होने वाले दिक्कतों से छुटकारा मिलेगा ही साथ ही यहां घटित होने वाले हादसों से भी लोगों को बचाया जा सकेगा।
भारी वाहनों का दबाव
सकरी के समीप 4 मार्गों का संगम है। जहां लवन ,रिसदा, रायपुर और बलोदा बाजार की ओर से वाहनों का आवागमन होता है। वाहनों की अधिकता की वजह से लोगों को आवागमन में जान का जोखिम बना रहता है। बायपास में ही रिसदा के समीप भी 4 मार्गों और कुकुरदी बाईपास के पास भी बलौदा बाजार, भाटापारा, ग्राम भरसेला वह रिसदा मार्ग का संगम है उक्त चारों स्थानों पर मार्ग संगम में लगातार भारी वाहनों का दबाव रहता है जिससे कई बार गंभीर हादसे घटित होते हैं।
वाहन डिवाइडर से ही जा भिड़ते हंै
रात्रि के दौरान तो दो पहिया छोटे चार पहिया वाहन के चालकों को कई बार सडक़ के मध्य स्थित डिवाइड अभी रात्रि में नजर ना आने की वजह से वाहन डिवाइडर से ही जा पढ़ते हैं।
अत: इस मार्ग इस सभी स्थानों पर हाई मास्टर लैंप लगा दिया जाए दिया जाए तो आवागमन के दौरान लोगों को सुविधा तो होगी ही यहां होने वाली दुर्घटनाओं में भी कमी होगी। क्योंकि मार्ग का सर्वाधिक उपयोग क्षेत्र में स्थानीय सीमेंट संयंत्रों की ट्रकों के आवागमन हेतु होता है।