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महासमुंद, 29 नवंबर। महासमुंद शहर की नवगठित समाजसेवी संस्था मानव संस्कार सेवा समिति के सदस्यों द्वारा विगत एक माह से चलाए जा रहे स्वच्छता अभियान सहित समाजसेवा कार्यों के चलते स्थानीय दलदली मार्ग स्थित प्राथमिक शाला के शिक्षकों ने समिति के सदस्यों का सम्मान किया। मालूम हो कि इस समिति ने शहर में मुक्तिधाम, आशियाना वृद्धाश्रम, प्राथमिक शाला दलदली, जिला मेडिकल कालेज जैसे सार्वजनिक महत्वपूर्ण स्थानों में स्वच्छता अभियान का कार्यक्रम चलाया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 29 नवंबर। जिला स्तरीय तीन दिवसीय यूथ रेडक्रॉस प्रशिक्षण शिविर महासमुंद में 27 से 29 नवंबर मंगल भवन, संजय कानन के पास अशोक गिरी गोस्वामी जिला संगठक इंडियन रेडक्रॉस सोसायटी के मार्गदर्शन में आयोजित हुआ। आज शिविर का समापन हुआ।
प्रथम दिवस 27 नवंबर को पंजीयन पश्चात कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र के मुख्य अतिथि धरमचंद श्रीश्रीमाल, उपाध्यक्ष रेडक्रॉस सोसायटी महासमुंद थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता डा. विश्वनाथ पाणीग्राही वरिष्ठ सदस्य रेडक्रॉस सोसायटी महासमुंद ने की। विशेष अतिथि के रीप में दाऊलाल चंद्राकर उप सभापति रेडक्रॉस सोसायटी, मनीष शर्मा पार्षद, अरसी अनवर वरिष्ठ सदस्य रेडक्रॉस सोसायटी महासमुंद, डा. यशवंत चंद्राकर राष्ट्रीय प्रशिक्षक उपस्थित थे।
प्रथम सत्र में रेडक्रॉस ध्वजारोहण एवं ध्वज गीत के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। अतिथियों का रेडक्रॉस स्कॉर्प से स्वागत किया गया । कार्यक्रम में स्वागत भाषण अशोक गिरी गोस्वामी ने दिया। शिविर दिनचर्या के बारे में प्रशिक्षण में सम्मिलित यूथ वॉरियर्स, प्रभारी काउंसलर को अवगत कराया गया।
कार्यक्रम में उपस्थित धरमचंद श्री श्रीमाल ने कहा कि रेडक्रॉस ने किस प्रकार उचाइयों को प्राप्त किया है। रेडक्रॉस की स्थापना कैसे हुईस इलकी जानकारी भी उन्होंने दी। डा. विश्वनाथ पाणीग्राही ने रेडक्रॉस की स्थापना के कारण और किस कमियों को दूर करने के लिए इसकी स्थापना की गई, इससे अवगत कराया।
दाऊलाल चंद्राकर ने कोरोनाकाल में रेडक्रॉस वॉलेंटीयर द्वारा किए गए कार्यों की प्रशंसा करते हुए मास्क, सेनेटाइजर वितरण किए कार्यों को बताया गया। मनीष शर्मा ने यूथ को ऊर्जा की परिभाषा देते हुए सभी यूथ को देश के प्रगति में आगे रहने कहा गया। डा. यशवंत चंद्राकर ने राष्ट्रीय प्रशिक्षण में किस प्रकार से प्रशिक्षण दिया जाता है उसे संक्षित्प में सभी को अवगत कराया।
इस कार्यक्रम में महासमुंद जिले के महासमुंद, बागबाहरा, पिथौरा एवं बसना से 8 महाविद्यालय के यूथ रेडक्रॉस प्रभारी 10 एवं 38 छात्र, 46 छात्रा सहित 84 विद्यार्थी और 5 कार्यालयीन कर्मचारी तेजलाल देवांगन सहित सम्मिलित हुए है।
इस अवसर पर डॉ. यशवंत चंद्राकर ने बताया कि स्वास्थ्य संबंधित दुर्घटना होने पर प्राथमिक सहायता किस प्रकार करना है। सभी शिवरार्थियों को प्रशिक्षण दिया गया। कार्यक्रम में पी एल पटेल,दिनेश साहू, जगदीश सत्यम, तरुण ध्रुव के अलावा 10 काउंसलर उपस्थित थे। हितेंद्र कुमार शर्मा ने अंत में सभी का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन शिविर दलनायक प्रकाशमणि ने किया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 29 नवंबर। जिले में अब तक 93 हजार क्विंटल 93 टन से अधिक पैरादान गौठानों में किया गया है। कृषि विभाग के उप संचालक ने बताया कि 52 गांवों के 127 किसानों ने अब तक 93.76 टन गौठान में पैरादान किया है। कलेक्टर निलेशकुमार क्षीरसागर ने किसानों से अपील की है कि फसल कटने के बाद पैरा को एकत्रित करके पशुओं के लिए चारा गौठानों में दान करें।
गौरतलब है कि राज्य शासन की महत्वाकांक्षी योजना नरवा, गरूवा, घुरवा, बाड़ी अंतर्गत जिले के ग्रामों में बने गौठानों में पशुओं को पर्याप्त चारे की व्यवस्था के लिए पिछले वर्ष की भांति इस वर्ष भी किसान स्वयं आगे आकर फसल कटने के बाद पैरा दान कर रहे हैं। इसके लिए विभागीय अमलों के द्वारा किसानों से अपील भी की जा रही हैं। किसानों के द्वारा दान की गई पैरा को गौठान में संग्रहित कर व्यस्थित तरीके से रखा जा रहा है, ताकि लम्बे समय तक पशुओं को चारा मिल सके।
प्रभारी उप संचालक कृषि विभाग अमित मोहंती ने जानकारी दी कि गांवों में ग्रामीणों की बैठक लेकर पैरादान के लिए अपील की जा रही हैं। इससे प्रेरित होकर किसान गौठानों में पैरा उपलब्ध करा रहे हंै। सभी विकासखण्ड स्तरीय अधिकारी-कर्मचारियों एवं ग्राम स्तर के अधिकारी को निर्देशित किया है। कलेक्टर ने कहा हैकि पशुपालन विभाग के अधिकारी, ग्राम पंचायत सचिव, ग्राम पंचायत सरपंच,उप सरपंच,पंच तथा रोजगार सहायक से संपर्क कर अपने अधीनस्थ क्षेत्र के पैरा को गौठानों में जन सहभागिता को बढ़ावा देते हुए पैरादान के माध्यम से गौठानों में चारे की व्यवस्था सुनिश्चित कराएं।
विभागीय जानकारी मुताबिक जिले के विभिन्न गांवों में बेलर मशीन द्वारा मिजाई के बाद कृषक पैरा को गौठानों में दान कर रहे हैं। दान के पैरे को गौठानों में सुरक्षित रखा गया है। धान कटाई व मिंजाई इस समय जिले के गांवों में जारी है। किसान बेलर मशीन से पैरा एकत्र करने का काम कर रहे हैं। ताकि पशुओं को चारा मिल सके। किसानों को बेलर मशीन दिलाने का श्रेय कृषि एवं जैव प्रौद्योगिकी विभाग को जाता है।
बेलर मशीन न होने की हालत में किसान हार्वेस्टर से फसल कटाई के बाद पैरा एकत्रित करने में अधिक परेशान होते हैं। कई किसान पैरा खेत में ही जला देते हैं। इस पर सरकार ने पूरी तरह प्रतिबंध लगाई है। इसके विकल्प के रूप में बेलर मशीन से पैरा एकत्रित करते हैं। इससे किसानों को प्रदूषण से मुक्ति और सरकार की महत्वपूर्ण योजना नरवा, गरूआ, घुरूवा एवं बाड़ी के तहत गौठान ग्राम के लिए आसानी से पैरा भी उपलब्ध हो रहा है।
कृषि विभाग के अधिकारियों के मुताबिक बेलर मशीन पैरा को इक_ा कर बंडल बना देता है। जिसे किसान पैरा एकत्रित कर स्वयं के ट्रैक्टर ट्राली से गौठान में इक_ा कर रहे हैं। इससे अन्य कृषकों को भी प्रेरणा मिल रहा है।
महासमुंद, 29 नवंबर। राज्य शासन ने कल देर शाम महासमुंद जिले के 2 आईपीएस अधिकारियों का स्थानांतरण कर दिया है। धर्मेंद्र सिंह छवई महासमुंद के नए पुलिस अधीक्षक होंगे। महासमुंद के पुलिस अधीक्षक भोजनाम पटेल को 15 वीं वाहिनी छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल बीजापुर का सेनानी नियुक्त किया गया है।
पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल महासमुंद से पहले कोरबा के पुलिस अधीक्षक भी रह चुके हैं। गरियाबंद, कांकेर, पुलिस अधीक्षक के रूप में अपनी सेवाएं दे चुके भोजराम पटेल की छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल में पहली बार पदस्थापना की जा रही है। इसी तरह महासमुंद के नए पुलिस अधीक्षक धर्मेंद्र सिंह छवई वर्तमान में रेल पुलिस अधीक्षक का दायित्व संभाल रहे थे। हाल ही में वे बेमेतरा से तबादला होकर पुलिस अधीक्षक का दायित्व संभालने महासमुंद पहुंच रहे हैं।
आंगनबाड़ी सहायिका हुई पद से पृथक
गरियाबंद, 29 नवंबर। जिले के एकीकृत बाल विकास परियोजना गरियाबंद के अंतर्गत आंगनबाड़ी केन्द्र मोंहदा 3 की आंगनबाड़ी सहायिका रूखमणी नागेश को बिना किसी सूचना के लगातार एक माह से अधिक अवधि तक आंगनबाड़ी केन्द्र से अनुपस्थित रहने और उच्चाधिकारी द्वारा दिये गए आदेश/निर्देश का पालन नहीं करने तथा अपने कर्तव्य के प्रति लापरवाही व अनियमितता बरतने के कारण पद से पृथक कर दिया गया है। यह आदेश जिला कार्यक्रम अधिकारी के अनुमोदन से एकीकृत बाल विकास गरियाबंद के परियोजना अधिकारी द्वारा जारी की गई है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 29 नवंबर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के मंशानुरूप गौ माता को चारा उपलब्ध हो इसके लिए किसानों को जागरूक करते हुए कलेक्टर निलेश कुमार क्षीरसागर एवं नगर पालिका उपाध्यक्ष कृष्ण कुमार चंद्राकर समेत अन्य जनप्रतिनिधियों ने पैरा दान रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह रथ गांवों में जाकर किसानों को पैरा दान करने की अपील करेगा।
इस मौके पर कलेक्टर श्री क्षीरसागर ने किसानों से अपील की है कि धान कटाई के बाद बचे अवशेष पराली को न जलाएं बल्कि उस पराली को गोठानों में दान करें। जिससे गोठानों में गौ माता के लिए चारे की व्यवस्था हो सके। उन्होंने कहा कि इसके लिए जिला प्रशासन द्वारा जनपद पंचायत और सहायक संचालक कृषि के अधिनस्थ प्रत्येक ब्लाक में बेलर मशीन की व्यवस्था की गई है। जिसके माध्यम से पैरा एकत्रित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि गांवों में पशुधन के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए गोठान बानाए गए हैं।
इस अवसर पर नपा उपाध्यक्ष कृष्ण कुमार चंद्राकर ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के महत्वाकांक्षी योजनाओं में एक पैरा दान योजना है। खेत खलिहानों में बचे पैरा दान करने के लिए गांव गांव जाकर किसानों को प्रेरित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जिनके पास पैरा है और पहुंचाने की व्यवस्था नहीं ऐसे किसानों से हम पैरा एकत्रित करेंगे। यह रथ प्रतिदिन 8 से 10 गांवों का का भ्रमण करेगा। इस अवसर पर जनपद पंचायत अध्यक्ष यतेन्द्र साहू, मंड़ी अध्यक्ष हीरा बंजारे, सरपंच संघ अध्यक्ष विरेन्द्र चंद्राकर, दाऊलाल चंद्राकर, पार्षद अमन चंद्राकर, निखिलकांत साहू, राजेन्द्र चंद्राकर, जिला पंचायत सभापति अमर चंद्राकर, देवेन्द्र चंद्राकर, गोविंद चंद्राकर, राजेन्द्र कौशिक, कपिल साहू, मुख्य नगर पालिका अधिकारी आशीष तिवारी, ममता बग्गा, प्रेमशीला बघेल, राखी सिंह व पालिका के सभी कर्मचारी उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 29 नवंबर। मोर आवास मोर अधिकार, प्रधानमंत्री आवास को कल महासमुंद जिला भाजपा कार्यालय में जिला स्तरीय कार्यशाला एवं बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें केन्द्र के मोदी सरकार द्वारा मिले कुल 16 लाख आवास में से स्वीकृत लगभग 12 लाख प्रधानमंत्री आवास को छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा रोक पर चर्चा हुई। उपस्थित भाजपाई ने कहा कि अनेक बार मांग करने के बाद भी गरीबों के सर से छत छीना जा रहा है। इनका निर्णय है कि भाजपा भूपेश सरकार से गरीबों के आवास हेतु राज्यांश शीघ्र जारी करने की मांग करेगी।
बैठक में निर्णय लिया गया कि विधानसभा स्तर आंदोलन 21 दिसम्बर से 5 जनवरी 2023 तक किया जावेगा। आंदोलन का स्वरूप विधानसभा स्तरीय पद यात्रा होगी। इस दौरान कांग्रेस विधायक, कलेक्टर कार्यालय, एसडीएम, तहसील कार्यालय का घेराव किया जावेगा। महासमुंद जिले के 551 ग्राम पंचायतों में यह कार्यक्रम होगा।
ऊक्त बैठक में प्रस्तावना जिलाध्यक्ष रूप कुमारी चौधरी ने रखी। तत्पश्चात कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी जिला प्रभारी जगन्नाथ पाणिग्रही ने दी। बैठक को प्रदेश उपाध्यक्ष सरला कोसरिया ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम का संचालन जिला महामंत्री संजय शर्मा ने एवं आभार बागबाहरा के मण्डल अध्यक्ष प्रेम लाल साहू ने किया।
इस बैठक में पूर्व विधायक द्वय प्रीतम दीवान,परेश बागबाहरा, नगर पंचायत तुमगांव के अध्यक्ष राकेश चंद्राकर, पूर्व क्रेडाध्यक्ष पुरन्दर मिश्रा, सरायपाली जनपद पंचायत अध्यक्ष कुमारी भास्कर, मोती साहू, उपाध्यक्ष मोनिका साहू,पवन वर्मा, जितेन्द्र त्रिपाठी, योगेश्वर सिन्हा, जिले के मोर्चा प्रकोष्ठ के अध्यक्ष एवं संयोजक,18 मण्डल के अध्यक्ष एवं महामंत्री, प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य एवं वरिष्ठ भाजपा कार्यकर्ता उपस्थित थे। ऊक्त जानकारी जिला मीडिया प्रभारी प्रेम चन्द्राकर ने दी है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 29 नवंबर। बेतहाशा बिजली बिल को लेकर कल भाजपा युवा मोर्चा ने डिला मुख्यालय स्थित बिजली ऑफिस का घेराव कर दिया। कार्यक्रम भाजयुमो जिला महामंत्री दिनेश रूपरेला के नेतृत्व में हुआ। जिसमें राजू सिन्हा, प्रेम चंद्राकर, प्रशांत श्रीवास्तव, राजू बाघमारे, प्रकाश शर्मा, धरम पटेल, अरुण साहू, रमेश साहू, एम आर विश्वनाथन, मनीष बंसल, दिग्विजय साहू, विष्णु चंद्राकर, देवेंद्र चन्द्राकर, सुधा साहू, मधु यादव, गोपाल चन्द्राकर, हिमांशु चन्द्राकर, आनंद साहू, नितिन जैन, अजय चोपड़ा, पप्पू ठाकुर, नंदू जलक्षत्री, गोपी कन्नौजे, सुमित जैन, अमन वर्मा, कादर राजपूत, महेंद्र वर्मा, अमित साहू, चंद्रशेखर बेलदार, विक्की महानंद, राहिल गुप्ता, आदित्य जैन एवं भारी संख्या में युवा मोर्चा के कार्यकर्ता उपस्थित थे।
इनका कहना है कि पिछले माह की बिजली बिल में सुरक्षा निधि के नाम पर भारी भरकम बिल उपभोक्ताओं को भेजा गया जिसके कारण कई परिवारों पर आर्थिक बोझ की संकट खड़ी हो गई है। बिजली बिल में विगत 3 चार वर्षों में बेतहाशा वृद्धि हुई है। कभी सुरक्षा निधि के नाम पर तो कभी रीडिंग में गड़बड़ी के चलते मनमानी ढंग से आम जनता की जेब ढीली की जा रही है। कांग्रेस सरकार का बिजली बिल हाफ की घोषणा जुमला साबित हो रही है। भूपेश सरकार अपने जन घोषणाओं के अनुरूप कार्य नहीं कर रही है। जनता को सिर्फ ठगने का कार्य कर रही है। पूरे छत्तीसगढ़ में भूपेश सरकार के खिलाफ जनाक्रोश है। कांग्रेस सरकार की नीयत साफ नहीं है।
भाजपाईयों का कहना है कि कांंग्रेस ने सत्ता में आने के पूर्व जिस प्रकार से लोगों को बिजली बिल हाफ का सब्जबाग दिखाया उसके विपरीत आम जनता को प्रति माह मनमाने बिजली बिल अदा करना पड़ रहा है। सुरक्षा निधि के साथ जो उपभोक्ता बिल पटा चुके हैं उनका आगामी माह के बिल में राशि समायोजित करने की भारतीय जनता युवा मोर्चा मांग करती है। यदि बिजली बिल में राहत नही देंगे और मनमानी ढंग से बिजली बिल भेजेंगे तो भारतीय जनता युवा मोर्चा के द्वारा पूरे छत्तीसगढ़ में उग्र आंदोलन किया जाएगा, जिसकी समस्त जिम्मेदारी शासन एवं प्रशासन की होगी।
कलेक्टर-एसपी ने बारीकी से अभ्यास देखा-कहा कि किसी भी स्थिति संयम न खोएं
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 29 नवंबर। कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी महासमुंद निलेश क्षीरसागर तथा पुलिस अधीक्षक महासमुंद भोजराम पटेल के मार्गदर्शन में पुलिस लाईन परसदा में बलवा ड्रिल अभ्यास का आयोजन कल किया गया। बताया जा रहा है कि जिले में कानून व्यवस्था की अप्रिय स्थिति, हिंसक प्रदर्शनों के दौरान बड़े हादसे से बचने जिला प्रशासन व पुलिस के अधिकारियों का सम्मिलित रूप से इस ड्रिल का अभ्यास किया गया है। इस बलवा ड्रिल अभ्यास में वरिष्ठ कार्यपालिक मजिस्ट्रेट व पुलिस विभाग के अधिकारियों सहित 150 से अधिक जवान शामिल हुए। इस दौरान अश्रु गैस, लाठी व केन पार्टी, वाटर कैनन व फायरिंग की सभी टीमों व तकनीकों का प्रयोग किया गया।
लेक्टर महासमुंद, पुलिस अधीक्षक ने स्वयं इस बलवा ड्रिल अभ्यास का बारीकी से निरीक्षण किया। जिला बल के अलावा नगर सेना व 20वी वाहनी महासमुंद के जवान तथा मेडिकल टीम भी बलवा ड्रिल अभ्यास में शामिल हुए। पुलिस लाइन परसदा में बलवा ड्रिल अभ्यास के दौरान मीडिया के लोग भी बड़ी तादात में उपस्थित थे।
कलेक्टर एसपी का कहना है कि किसी भी प्रकार से प्रदर्शन व भीड़ को किस तरह से नियंत्रित किया जाए,किस प्रकार से वैपनों का इस्तेमाल किया जाए तथा ऐसी प्रत्येक स्थितियों के दौरान प्रशासन व पुलिस के अधिकारियों की क्या-क्या भूमिका होनी चाहिए, यह इसी का अभ्यास था। बलवा ड्रिल अभ्यास कार्यक्रम में पुलिस की टीम के सदस्य सादी वर्दी में बलवाई बने थे। वर्दी में पुलिस टीम के जवान विधिवत बैरिकेडिंग लगाकर बलवाइयों को रोकने का प्रयास कर रहे थे। प्रदर्शनकारियों ने जब बलपूर्वक बैरिकेट्स तोड़े तो उनके अनियंत्रित होने की स्थिति में पुलिस पार्टी ने अश्रु गैस छोड़ा। पुलिस की लाठी पार्टी, केन पार्टी, फायरिंग पार्टी तथा वाटर कैनन टीम ने बारी बारी से अपने हथियार का उपयोग किया। इस दौरान अश्रु गैस के गोले भी छोड़े गए तथा वाटर कैनन भी बखूबी चलाया गया। उक्त बलवा ड्रिल अभ्यास समाप्त हो जाने के उपरांत पुलिस अधीक्षक ने पूरी फोर्स को डाब्रीफ करते हुए अभ्यास के दौरान तथा वास्तविक परिस्थितियों में बलवा प्रदर्शन का सामना करने के दौरान आने वाली चुनौतियां और उनका सामना करने की तकनीकों को लेकर निर्देश दिये। जिलाधीश ने भी कानून व्यवस्था की स्थितियों के दौरान अधिकारियों को संयम से कार्य करने की हिदायत दी। कार्यक्रम में कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक,अतिरिक्त जिला मैजिस्ट्रेट दुर्गेश वर्मा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आकाश राव एवं अनुविभागीय अधिकारी, तहसीलदार तथा पुलिस विभाग की ओर से जिले के समस्त उप पुलिस अधीक्षक तथा निरीक्षक स्तर के सभी अधिकारियों सहित, मेडिकल टीम व प्रशासन के सभी अधिकारी जिला बल, नगर सेना तथा 20वी वाहिनी के कुल 150 से भी अधिक जवान उपस्थित रहे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 29 नवंबर। जिला सहकारी बैंक कोमाखान में शाखा मैनेजर के लिखित आश्वासन एवं आग्रह पर आज 29 नवंबर से आयोजित होने वाले अनिश्चितकालीन धरना कार्यक्रम को स्थगित कर दिया गया है। बागबाहरा जनपद अध्यक्ष स्मिता हितेश चंद्राकर ने बताया है कि जिला सहकारी बैंक शाखा कोमाखान में किसानों को रात्रि 9 बजे तक भुगतान नहीं मिलने एवं सैकड़ों किसानों को बिना भुगतान के वापस जाने की शिकायत पर धरना कार्यक्रम आहुत था। उन्होंने बताया है कि पूर्व में किसान नेताओं के प्रतिनिधि मंडल किसान मोर्चा कार्यसमिति सदस्य लोचन पटेल, भाजपा मंडल महामंत्री कलाराम नायक, माधव माझी, जनपद सदस्य पूर्व मंडल अध्यक्ष भाजपा नवीन पटेल पूर्व किसान मोर्चा जिला अध्यक्ष मूलचंद साहू, जिला किसान मोर्चा कोषाध्यक्ष रमेश पटेल, सरपंच संघ अध्यक्ष एवन साह,ू सरपंच भूखंन सिन्हा सरपंच वीरेंद्र महानंद, युवा मोर्चा जिला महामंत्री नितिन जैन, दीपेंद्र यादव, पंकज जैन आदि नेताओं के साथ खरीदी केन्द्रों का निरीक्षण किया था। निरीक्षण के दौरान किसानों से एवं शाखा मैनेजर से चर्चा करने पर पता चला कि व्यवस्था बिगडऩे का मूल कारण खाताधारक किसानों की अधिक संख्या है। इसी वजह से समय पर बैंक में केस नहीं होने से भुगतान के लिए परेशानी हो रही थी। एक केस काउंटर होने की वजह से भी भुगतान में दिक्कतें थी।
इस संबंध में जनपद अध्यक्ष ने जिला सहकारी बैंक रायपुर अध्यक्ष पंकज शर्मा को शाखा मैनेजर के माध्यम से 25 नवम्बर तक व्यवस्था सुधारने का आग्रह किया था और व्यवस्था सुधार नहीं होने पर 28 तारीख से अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन करने की बात कही थी।
मुख्य कार्यालय जिला सहकारी बैंक रायपुर के प्रबंधन द्वारा शाखा मैनेजर कोमाखान से लिखित में 10.30 बजे से 5.30 बजे तक हर हाल में संपूर्ण किसानों को भुगतान करने एवं सप्ताह के अंदर अधिक से अधिक किसानों को एटीएम वितरण किए गए की संख्या से अवगत करा कर धरना प्रदर्शन नहीं करने आग्रह किया गया है। जिस पर उपस्थित प्रतिनिधिमंडल एवं किसानों से चर्चा उपरांत धरना प्रदर्शन को स्थगित करने का निर्णय लिया गया है। भविष्य में व्यवस्था बिगडऩे पर पुन: धरना में बैठने का आगाह बैंक को कर दिया गया है।
‘छत्तीसगढ़’संवाददाता
सरायपाली, 28 नवंबर। कॉलेज में विज्ञान संकाय व भूगोल विषय के साथ स्नातक की पढ़ाई पूरा करने वाले स्वाध्यायी विद्यार्थियों के लिए प्रायोगिक फीस जमा कर पंजीयन करवाने मात्र 3 दिन का समय शेष है, पश्चात 1 दिसंबर से मुख्य परीक्षा फॉर्म भरने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी, जो विद्यार्थी प्रायोगिक(प्रैक्टिकल) विषय का पंजीयन 30 नवंबर तक नहीं करवा पाते हैं, वे कॉलेज के 2023 के मुख्य परीक्षा में शामिल होने से वंचित हो जाएंगे।
मिली जानकारी के अनुसार सरायपाली अंचल में तीन महाविद्यालय स्व. राजा बिरेन्द्र बहादुर सिंह शासकीय महाविद्यालय, डॉ भीमराव अंबेडकर शासकीय महाविद्यालय बलौदा, राम चंडी महाविद्यालय बगईजोर संचालित है, जहां नियमित विद्यार्थियों की अपेक्षा अमहाविद्यालीन (प्राइवेट) विद्यार्थियों की संख्या काफी ज्यादा रहता है,लेकिन कई विद्यार्थी जो स्व अध्ययन कर अपनी स्नातक की पढ़ाई पूरा करना चाहते हैं।
जानकारी के अभाव में समय रहते प्रैक्टिकल विषयों की पंजीयन निर्धारित कॉलेज में नहीं करवा पाते, जिसके चलते वे कालेज के मुख्य परीक्षा में शामिल नहीं हो पाते और उनकी पढ़ाई बाधित होता है, वर्ष 2022-23 की स्नातक कि मुख्य परीक्षा में शामिल होने स्वाध्यायी विद्यार्थियों के लिए प्रैक्टिकल विषयों का फीस जमा कर पंजीयन करवाने 30 नवंबर तक का समय निर्धारित है,वे इस बीच आवश्यक दस्तावेज के साथ प्रैक्टिकल फीस देकर पंजीयन करवा सकते हैं, अगर छात्र किसी कारण से निर्धारित तिथि तक प्रैक्टिकल की फीस जमा करने से चूकते हैं, और 1 दिसंबर से पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय अंतर्गत संचालित महाविद्यालय के मुख्य परीक्षा में शामिल होने आवेदन करते हैं तो पंजीयन नंबर के अभाव में वे ऑनलाइन परीक्षा फॉर्म भी नहीं भर पाएंगे, और मुख्य परीक्षा में बैठने से वंचित हो जाएंगे, जिससे उनको 1 वर्ष का पढ़ाई का भी नुकसान होगा।
1 दिसंबर से स्नातक,स्नातकोत्तर के मुख्य परीक्षा 2023 में शामिल होने के लिए परीक्षा फार्म भरने की शुरुआत होगी,और आगामी 24 दिसंबर तक बिना कोई विलंब शुल्क के ऑनलाइन परीक्षा फॉर्म भर सकेंगे,पश्चात 25 से 31 दिसंबर तक 100 विलंब शुल्क के साथ ऑनलाइन परीक्षा फार्म स्वीकार किया जाएगा।
जानकारी अनुसार प्रतिवर्ष की भांति विश्वविद्यालय की वेबसाइट से ऑनलाइन विद्यार्थी परीक्षा फॉर्म भर सकेंगे, ऑनलाइन ही परीक्षा शुल्क भी जमा करना होगा.जिसकी हार्ड कॉपी निर्धारित कॉलेज में जमा करना है।
मुख्य परीक्षा में शामिल होने प्रायोगिक विषय का पंजीयन अनिवार्य-प्राचार्य
स्व. राजा वीरेंद्र बहादुर सिंह शासकीय महाविद्यालय सरायपाली के प्राचार्य पी के भोई ने बताया कि मुख्य परीक्षा में शामिल होने के लिए विश्व विद्यालय के निर्देशानुसार अमहाविद्यालीन विद्यार्थियों को प्रायोगिक विषयों का पंजीयन करवाना अनिवार्य है,पंजीयन के अभाव में वे मुख्य परीक्षा में शामिल नहीं हो सकेंगे। पंजीयन के लिए अभी 3 दिन समय शेष है,इस बीच पंजीयन करवा कर मुख्य परीक्षा में विद्यार्थी शामिल हो सकते हैं।
3 से 6 वर्ष तक के बच्चों को 20 मिनट करवाई जाती है आंगनबाड़ी में गतिविधि
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सरायपाली, 28 नवंबर। आंगनबाड़ी के छोटे-छोटे बच्चों के विकास के लिए कार्यकर्ता के द्वारा प्रतिदिन 20 मिनट गतिविधि करवाई जा रही है, बच्चों को सिखाये जा रहे बिंदु मिलाओ गतिविधि से बच्चों के हाथ में लिखने की क्षमता विकसित होती है और धीरे-धीरे अक्षर ज्ञान की ओर आगे बढ़ते हैं, इस खेल-खेल में बच्चों को सिखाई जा रही बिंदु मिलाओ गतिविधि से बच्चों का सृजनात्मक विकास होता है, इस तरह का नजारा आंगनबाड़ी केंद्र किसड़ी में देखा गया।जहां बच्चों को आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के द्वारा गोल घेरे में बच्चों को बिठाकर चॉक से विभिन्न प्रकार के आकृति बनाकर बिंदु मिलाओ करवाई जा रही थी.
ग्राम किसड़ी कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सुजाता भोई ने बताया कि प्रतिदिन बच्चों को 20 मिनट गतिविधि करवाई जाती है,जिसमें कभी बिंदु मिलाओ तो कभी अन्य प्रकार की गतिविधि करवाई जाती है, बिंदु मिलाओ गतिविधि में कागज,पेंसिल,चॉक,इमली बीज की आवश्यकता होती है,गतिविधि में अपने आसपास ही गांव में सहजता से उपलब्ध होने वाले सामग्री का उपयोग किया जाता है,जो प्राकृतिक रूप से नि:शुल्क प्राप्त हो,उनके द्वारा बिंदु मिलाने इमली बीज का उपयोग किया जाता है, बिंदु मिलाओ गतिविधि में छोटे-छोटे बच्चों को चॉक से बने विभिन्न प्रकार की आकृतियां में इमली बीज को रखने व जो बच्चे चॉक से बने आकृति में इमली बीज नहीं रख पा रहे थे,उनकी कार्यकर्ता द्वारा मदद की जा रही थी, उन्होंने बताया कि गतिविधि से बच्चों के हाथ में चॉक से बने विभिन्न प्रकार के आकृति में बीज रखने से बच्चों में लिखने की क्षमता विकसित होगी और बच्चों का ध्यान पढ़ाई कि ओर आकर्षित होगा, गतिविधि से बच्चे फल,त्रिभुज, अंग्रेजी के अक्षर, त्रिकोण, गोला बनाना, फूल बनाना, गिनती लिखना, आदि सीखते हैं,।
शुरुआत से बच्चे कोई शब्द नहीं लिख पाते उन्हें शाला जाने के पूर्व आंगनबाड़ी में गतिविधि के माध्यम से पढऩे-लिखने व खेल-खेल से पढऩे में रुचि लाने की कला सिखाई जाती है, इस तरह और कई गतिविधि हैं,जिसे बच्चे घरों में देखते हैं या स्वयं करते हैं, उन्हें प्रतिदिन अलग-अलग तरह के गतिविधि के माध्यम से पढ़ाई में रुचि लाने व आंगनबाड़ी आने के लिए प्रेरित करने गतिविधि कराई जाती है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद,27 नवंबर। बाल संप्रेक्षण गृह, जिला जेल सहित जिले के स्कूलों एवं कॉलोजों में कल विधिक जागरूकता शिवर का आयोजन किया गया। जिला न्यायालय परिसर महासमुंद एवं न्यायालय परिसर सरायपाली, बसना, पिथौरा में संविधान की प्रस्तावना का वाचन किया गया। संविधान दिवस के अवसर पर अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश योगिता विनय वासनिक एवं सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण महासमुंद दामोदर प्रसाद चन्द्रा ने शासकीय महाप्रभु वल्लाभाचार्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय महासमुंद में संविधान दिवस के अवसर पर विशेष विधिक जागरूकता शिविर का आयेाजन किया। इसी प्रकार जिला जेल महासमुंद एवं बाल संप्रेक्षण गृह में रविन्दर कौर तृतीय सिविल न्यायाधीश वर्ग.एक महासमुंद एवं योगिता जांगड़े,सिविल न्यायाधीश वर्ग.दो महासमुंद ने शंकराचार्य भवन में मुख्य न्यायिक मजिस्टेट चित्रलेखा सोनवानी, शासकीय मिडिल स्कूल बरोडा बाजार में सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण महासमुंद द्वारा विधिक जागरूकता शिविर का अयोजन किया गया।
वहीं तालुका विधिक सेवा समिति सतर पर न्यायाधीशों ने शिश्ुाुं मंदिर सरायपाली, शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सरायपाली, शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय भिथीडिह
पिथौरा, हायर सेकेण्डरी स्कूल सिंघनपुर बसना में विधिक जागरूकता कैम्प का आयोजन किया। शिविर में न्यायाधीशों ने भारत का संविधान, गुड टच बेड टच, बच्चों तथा महिलाओं से संबंधित अपराध, दिव्यांगजनों के अधिकार, डाक केन्द्रों के माध्यम से विधिक सहायता योजना, आगामी नेशनल लोक अदालत, जनोपयोगी लोक अदालत, बाल श्रम, हमर अंगना योजना, नालसा टोल फ्री नम्बर 15100, यू.ट्युब चैनल जनचेतना, ई.संपर्क क्रांति योजना, मूलभुत कर्तव्य आदि विषयों के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी।
अपराधों के खिलाफ जागरूक हुई बेटियां
बेटियों से अपील कि अपराधों के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद करें, किसी के बहकावे में न आएं
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 27 नवंबर। जिले में लगातार संचालित सामुदायिक पुलिसिंग प्रोग्राम के तहत कल शनिवार को महासमुंद के शंकराचार्य सभागार में हमर बेटी हमर मान कार्यक्रम के तहत महिलाओं और बच्चों के खिलाफ होने वाले अपराधों-कानूनी प्रावधानों के प्रति जागरूकता का एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन पुलिस अधीक्षक महासमुंद भोजराम पटेल ने दीप प्रज्वलित कर किया। कार्यक्रम में हाई स्कूल और हायर सेकेंडरी स्कूल स्तर की मेधावी छात्राओं और शिक्षिकाओं को और नर्सिंग में कार्यरत बालिकाओं को सम्मिलित किया गया। उक्त कार्यक्रम में अतिथि व्याख्याताओं और प्रतिभागियों के मध्य संवाद हुआ जिसमें प्रतिभागियों ने बहुत से प्रश्न अतिथि व्याख्याताओं से पूछे।
कार्यक्रम में अतिथि व्याख्याताओं के रूप में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट चित्रलेखा सोनवानी, एडीपीओ हेमलता देवांगन, छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग सदस्य अनिता रावटे, सामाजिक कार्यकर्ता बी शैलजा और पुलिस विभाग से एसडीओपी बागबाहरा प्रतिभा चंद्रा, एसडीओपी महासमुंद मंजूलता बाज ने अपने विचार व्यक्त किए। इस दौरान महिलाओं के साथ बढ़ते अपराध, घरेलू हिंसा, दहेज प्रथा और पुलिस की विभिन्नगतिविधियों के बारे में स्कूली छात्र छात्राओं को अवगत कराया गया।
‘छत्तीसगढ़’ से इस संबंध में बातचीत करते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आकाश राव गिरेपुंजे ने कहा कि हर रोज महिलाओं के साथ प्रताडऩा के केस थानों तक पहुंचते हैं। इनमें से अधिकांश को कानून व्यवस्था को नहीं जानतीं। घर-बाहर-दफ्तर-स्कूल में खासकर बेटियों के साथ अपराध घटित होते हैं। अत: हम भी समझ रहे हैं कि बेटियों की सुरक्षा अब अलग नीति के तहत होना चाहिए। इसलिए हम बेटियों को तैयार कर रहे हैं। हर बच्ची के पीछे एक पुलिस चौबीसों घंटे नजर नहीं रख सकती क्योंकि पुलिस के पास ढेरों जिम्मेदारियां हैं। इसलिए बेटियों का अपना मित्र बना रहे हैं, उनमें आत्मविश्वास जगा रहे हैं, उन्हें हौसला दे रहे हैं कि पुलिस उनके साथ है। कहीं भी, उनके साथ गलत होता दिखे तो तत्काल सूचित करें। बेटियों से अपील है कि अपराधों के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद करें,किसी के बहकावे में न आएं। खुद को कभी कमजोर
न समझें और अपराधियों से भरसक मुकाबला करें।
महासमुंद के बच्चों ने सीखा बस्तर आर्ट
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 27 नवंबर। भारतीय सांस्कृतिक निधि इन्टैक विरासत शिक्षा और संचार सेवा प्रभाग, नई दिल्ली एवं महासमुंद अध्याय के संयुक्त तत्वावधान में स्कूली विद्यार्थियों के लिये लुप्तप्राय, पारंपरिक, विशिष्ट, शिल्प, कला कार्यशाला कल समाप्त हुई। स्थानीय भलेसर मार्ग स्थित सरस्वती शिशु विद्या मंदिर उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के सभागार में इस कार्यशाला में शहर के कई स्कूलों के बच्चों ने सहभागिता निभाई। इन बच्चों में प्रथम एवं द्वितीय स्थान प्राप्त बच्चों का चयन कर उन्हें राज्य तथा राष्ट्रीय स्तर तक भेजा जाएगा।
कल समापन अवसर पर विशेष अतिथि सोमा चन्द्राकर ने कहा कि इस कार्यशाला के माध्यम से बच्चे बस्तर चित्रकारी से परिचित होंगे। ऐसे आयोजनों से अपनी भाषा-संस्कृति के सरंक्षण व संवर्धन के प्रति इनमें अच्छी समझ विकसित होगी। शुभारंभ के पहले छत्तीसगढ़ राज्यगीत की संगीतमय प्रस्तुति सरस्वती शिशु मंदिर विद्यालय परिवार ने दी।
संयोजक दाऊलाल चन्द्राकर ने इन्टैक की गतिविधियों की सविस्तार जानकारी दी। इस कार्यशाला में स्थानीय 9 विद्यालयों के 7 वीं से 9 वीं कक्षा तक के 67 प्रतिभागी विद्यार्थियों को बांस की चटाई पर भित्ती चित्र व बस्तर कलाकृति विशेषकर चेहरे की कलाकृति की पेंटिंग बनाने की कला का प्रशिक्षण बस्तरिहा आर्ट के कुशल चितेरे अरुण हालदार ने दिया।
कार्यशाला के दौरान विद्यार्थियों ने ए.3 साईज ड्राईंग पेपर पर रंगों के माध्यम से बस्तर चित्रकला को बखूबी ढंग से उकेरा। समापन समारोह की मुख्य अतिथि प्रेस क्लब महासमुंद की अध्यक्ष उत्तरा विदानी थी। उन्होंने कहा कि इंसान को इंसान से जोड़ती है। बच्चे संस्कारित होते हैं। हमारे यहां भगवान से मिलने श्रध्दालु मंदिर जाते हैं लेकिन बस्तर के लोग जहां-जहां जाते हैं, उनके देव उनके साथ-साथ चले आते हैं। इस कार्यशाला में बस्तर चित्रकारी का प्रशिक्षण देने जो कलाकार यहां आये हैं, निश्चित ही उनके देवी-देवता, संस्कार भी उनके साथ आये हैं। जिनकी कृपा से हमारे बच्चे इस कला में दक्ष हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि बस्तर की इस कला का कारवां महासमुंद की पावन धरा से गुजरते हुए दिल्ली तक जायेगा और हमारे अंचल का नाम रोशन होगा, मेरी शुभकामनाएं हैं।
विशेष अतिथि देव संस्कृति विद्यालय के प्राचार्य कुबेर प्रकाश गिरि गोस्वामी, सरस्वती शिशु मंदिर की प्राचार्या राजश्री ठाकुर, प्रधानाचार्य कृष्णा चन्द्राकर ने भी संबोधित किया। संचालन संयुक्त रूप से सह संयोजक राजेश्वर खरे व टेकराम सेन ने किया। आदर्श शिक्षण मण्डल के अध्यक्ष घनश्याम सोनी, आजीवन सदस्य मानक नामदेव, प्रमोद कन्नौजे, काव्यांश परिवार से जयराम पटेल, डी बसंत साव, लोकेश चन्द्राकर, देव संस्कृति विद्यालय, एसके झुलपे स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ठ हिन्दी स्कूल, साक्षी साहू गुड शेफर्ड, नेहा भारद्वाज चन्द्रोदय पब्लिक स्कूल, गीतांजली वर्मा वृन्दावन विद्यालय, सीमा ध्रुव श्याम विद्या मंदिर, आकांक्षा भोई स्वामी आत्मानंद नयापारा, प्रज्ञा लांजेवार आशीबाई गोलछा कन्या विद्यालय,रेखराज चन्द्राकर सरस्वती शिशु मंदिर, पुष्पांजलि नेटी बृजराज पाठशाला आदि का विशेष सहयोग रहा।
महासमुंद, 27 नवंबर। नौ दिवसीय श्रीमद् देवी भागवत महापुराण एवं श्री शतचण्डी महायज्ञ आज सुबह महायज्ञ में यजमान के रूप में मंदिर समित के सदस्य सुरेश चंद्राकर, गिरजा चंद्राकर ने आहुति अर्पित की। यज्ञाचार्य पं तरूण तिवारी ने बताया कि शत चंडी यज्ञ में भाग लेकर हम अपनी आत्मा को जहां शुद्ध कर रहे हैं वहीं हमें मां भगवती का आशीर्वाद भी प्राप्त हो रहा है। उन्होंने कहा कि यज्ञ कर्म को मनुष्यों एवं देवताओं के परस्पर कल्याण हेतु होना आवश्यक है। क्योंकि देवताओं को भोजन यज्ञ से प्राप्त होता है। देवताओं का प्रसन्न होना ही मानव कल्याण है। इसलिए यज्ञ को अति उत्तम माना जाता है। पं तरूण तिवारी ने कहा कि यज्ञ का आयोजन अपद्रवों के विनाश के लिए, विश्व शांति एवं कल्याण हेतु महाचंडी यज्ञ का विशेष महत्व है। इस अवसर पर ग्रामीणों सहित सैकड़ों श्रद्धालुओं ने धार्मिक लाभ लिया। श्रीमद् देवी भागवत महापुराण कथा के तृतीय दिन धार्मिक, पर्यटन नगरी खल्लारी में माता राऊर प्रांगण में पं अरूण नयन तिवारी ने सभी उपस्थित श्रद्धालुओं को देवी भागवत की महिमा का वर्णन किया और संगीत मय आयोजन का श्रद्धालुओं ने काफी आनंद लिया।
विद्यार्थियों को परिचित कराने शिक्षक ने किया पौधा रोपण-रामकुमार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सरायपाली, 27 नवंबर। शासकीय हायर सेकेंडरी स्कूल किसड़ी, ब्लॉक हायर सेकेंडरी स्कूल में, पढ़ाई के साथ-साथ विद्यालय परिसर की साफ-सफाई व बागवानी पर विशेष ध्यान दी जा रही है।
जहां बागवानी के लिए स्कूल परिसर की जमीन उपयुक्त नहीं है, बावजूद शिक्षकों व बच्चों कि इच्छा शक्ति व लगन से चट्टान में भी बागवानी करके दिखाया जो एक बहुत बड़ी चुनौती थी और पूरे ब्लॉक के अन्य स्कूलों के लिए भी प्रेरणा दायक है। शिक्षक व बच्चों में प्रकृति प्रेम इतना हैं कि उन्होंने घर के अलावा स्कूल में ही विभिन्न प्रजातियों के पौधे रोपण कर गार्डन का रूप दे दिया है, स्कूल पहुंचते ही ऐसा लगता है मानो किसी गार्डन में पहुंच गया हूं ।
ऐसे माहौल में विद्यार्थियों का पढ़ाई किस तरह से होता होगा सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है, जितने प्रजातियों के पौधों का रोपण किया गया है विज्ञान विषय के कक्षा 11वीं 12वीं के विद्यार्थियों के लिए पुस्तक ज्ञान के अलावा प्रैक्टिकल ज्ञान में काफी कारगर साबित होगा।
लेकिन दुख की बात स्वीकृत विज्ञान के 2 शिक्षक में से दोनों पद रिक्त हैं, जिससे विद्यार्थियों की विज्ञान की पढ़ाई पूरी तरह से चरमरा गई है। शासकीय हाई सेकेंडरी स्कूल किसड़ी के बागवानी प्रभारी व्याख्याता शिक्षक शंकर्षण पटेल ने बताया कि स्कूल परिसर में भारत भर के विभिन्न प्रांतों से लाकर कई ऐसे पौधों का रोपण किया गया है।
जो पूरे भारत में किसी एक निश्चित राज्य में ही उपलब्ध है अन्य राज्य में पौधे देखने को नहीं मिलेगा, शिक्षकों के द्वारा उसे हमर बगिया बागवानी का नाम दिया गया है।
जहाँ सुगंधित फूल, औषधीय पौधे, फलदार, ड्राई फ्ु्रट पौधों का रोपण किया गया है जो बर्बस ही अपनी ओर सभी पौधे स्कूल परिसर घुसते ही आकर्षित करते हैं। पौधों को पहचानने सभी पौधों में तख्ती भी तांगी गई है, लेकिन बागवानी प्रभारी पौधों कि पत्ती देख कर ही पौधों की पहचान कर लेते हैं और उन्हें परिसर में लगे सभी पौधों की उपयोगिता की जानकारी हैं ।
जो मौखिक तौर पर फूल, फल, लगने का समय, लगाए गए पौधों का स्थान आदि बता देते हैं, स्कूल परिसर में लगभग 200 प्रजाति के 2,000 से अधिक पौधों का रोपण किया गया है।
शिक्षकों व विद्यार्थियों की मेहनत इच्छा शक्ति के सामने स्कूल परिसर का जमीन भी पौधरोपण के लिए अब कम पडऩे लगा है, लगभग 2 एकड़ में ही घेराव है जिसमें सभी ओर पौधों का रोपण हो चुका है जबकि स्कूल के लिए लगभग 12 एकड़ जमीन आरक्षित है जहां घेराव के अभाव में केवल अनुपयोगी है।
स्कूल परिसर में लगे पौधों की जानकारी देते हुए स्कूल के प्राचार्य राजेंद्र भोई व बागवानी प्रभारी एस एस पटेल ने बताया कि परिसर में काली हल्दी लगाई गई।
जो दिखने में काला तोडऩे में नीला रंग मोच के लिए रामबाण औषधि, लहसुन पत्रक पत्ते में लहसुन जैसे स्वाद, नीलकमल, ब्रह्म कमल, अखरोट जो केवल जम्मू कश्मीर में ही पाए जाते हैं। पत्थरचट्टा जो पत्ते से पौधों का निर्माण होता है और पथरी बीमारी के लिए उपयोग में लाया जाता है, खाने के पान में डालने वाला चेरी, सर्पगंधा जो बिच्छू के डंश मारने वाले स्थान पर लगाने से जहर खत्म हो जाता है।
इंसुलिन का पौधा शुगर कंट्रोल के लिए कारगार, स्नेक प्लांट ऑक्सीजन के लिए, परिजात जो रात में खिलता है दिन में झड़ जाता है गिरे हुए फूल को भगवान में चढ़ाने के लिए उपयोग किया जाता है।
इलायची फुल आएगा फल नहीं आएगा, मधु कामिनी खुशबूदार फूल, मजनु-लैला पौधा पत्ती दो कलर में, लाल चंदन जो दक्षिण भारत में पाया जाता है, तीन मुखी रुद्राक्ष, लौंग फल नहीं आएगा पत्ती से लौंग का स्वाद, विधारा पौधा इंफेक्शन से घाव, गांठ, शुगर के घाव में शर्तिया इलाज, स्वर्ण चंपा खुशबूदार पौधा जिसके फूल सूखने पर भी खुशबू आता है इससे अगरबत्ती मनाया जाता है।
सुगंधित फूलों की खुशबू व पौधों से स्कूल परिसर बन गया है गार्डन*
स्कूल परिसर में लगे विभिन्न प्रकार के फूलों वह उसकी भीनी-भीनी खुशबू व कई तरह के लगाए गए पौधे को गार्डन से परिभाषित करना अतिशयोक्ति नहीं होगा।
सामान्य पौधों के अलावा स्कूल परिसर में आयल पाम्प, चांगरी घास जिसका उपयोग पायरिया के लिए किया जाता है, ग्राफ्टिंग युक्त गुड़हल फूल जिसमें एक पौधा में सात अलग-अलग कलर के फूल खिलते हैं।
सल्फी जो बस्तर में बीयर वृक्ष के नाम से प्रसिद्ध है जिसका तांडी बनाते हैं और मादक पदार्थ के रूप में इसके रस का लोग सेवन करते हैं, एक्जोरा, काजू, बादाम, चंदन, कुंभी इसका खासियत है इससे बक्कल बनाया जाता है जिसे लंगोट के रूप में कुनपाटिया लोग उपयोग करते हैं, ब्रह्म यास्तिका औषधीय पौधा है, बाटर पाम, कम दिनों में फलने वाला मल्लिका आम,स्थल कमल,मदार सफेद, लाल,पीला, क्रीम फूल खिलने वाला,मेहदीहेज, रीठा,कचनार, नाशपाती, आंवला, हरिचंपा, स्टार फ््रुट, लाल केकती, कागज फूल, लीची, बेला, क्रिसमस ट्री, अर्जुन पौधा, अमलतास, लिली, मिठाई इमली, नारियल, सुपारी, ड्रेगन फ्ु्रट, सुगर बादाम, देवनाशन, भुईनीम, अनानास ब्राम्ही, सतावर, बेहरा, गुड़मार, सम्मी, स्नेक प्लॉट, तुलसी, श्यामा तुलसी, एलीफेन, एप्पल, रामफल, गिलोय, मौलश्री, अपराजीता, सुदर्शन जिसके पत्ती का रस कान दर्द के लिए उपयोग किया जाता है,
सरायपाली, 27 नवंबर। विगत दिनों मध्याह्न भोजन के लिए शासकीय उच्च प्राथमिक शाला बेलमुंडी के प्रभारी प्रधान पाठक के द्वारा स्कूल समय में बच्चों से लकड़ी ढुलवाने का मामला सामने आया था।
जिस पर शिक्षा विभाग ने मामले को गंभीरता से लेते हुए कार्य में लापरवाही बरतने वाले शिक्षक को निलंबित किया है। जानकारी अनुसार कुछ दिन पुर्व ब्लॉक के शासकीय उच्च प्राथमिक शाला बेलमुंडी में प्रभारी प्राचार्य के द्वारा बच्चों से जंगल से लकड़ी खुलवाने का मामला सामने आया था, मामला को शिक्षा विभाग द्वारा गंभीरता से लेते हुए बच्चों से लकड़ी ढुलवाने वाले प्रभारी प्रधान पाठक राजेंद्र प्रसाद आचार्य को कार्य में लापरवाही बरतने व कर्तव्य का निर्वहन न करने व सिविल सेवा नियम का उल्लंघन करते पाए जाने पर, उन्हें सिविल सेवा नियम 1966 के तहत तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है निलंबन अवधि में शिक्षा विभाग के ब्लॉक मुख्यालय में रहेंगे और उन्हें जीवन निर्वाह की भत्ता देय होगा।
जिले के किसान खेतों को आग के हवाले कर रहे
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 27 नवंबर। जैसे-जैसे खेतों में धान की कटाई हो रही है किसान अपने खेतों को आग के हवाले कर रहे हैं। इससे खेतों में रह गए पुआल के हिस्से जलकर राख हो रहे हैं और खेत की मिट्टी जलकर पक रही है और मिट्टी से नाइट्रोजन, फ ास्फ ोरस, सल्फर भी खत्म हो रहा है। सरकार और जिला प्रशासन भी लगातार किसानों से अपील कर रही है कि खेतों में पुआल न जलाएं लेकिन किसान हैं कि किसी का नहीं सुन रहे हैं और लगातार खेतों को आग के हवाले किया जा रहा है। इससे कांटें आदि तो नष्ट हो रहे हैं लेकिन इसकी धुआं से हवा में विषैले तत्व जरूर फैल रहे हैं। मिट्टी की गुणवत्ता समाप्त हो रही है, सो अलग।
किसानों से अपील करते हुए जिले के वन मंडलाधिकारी पंकज सिंह राजपूज कहते हैं कि आग में जलकर मिट्टी पक जाती है, उसमें पानी सोखने की क्षमता खत्म हो जाती है और बीज ऊग नहीं पाते हैं। आग से लगातार पठल रही खेतों में भविष्य में खेती करना असंभव हो सकता है और इस क्षति का मुआवजा नामुमकिन है। किसानों से निवेदन है कि अपनी पूंजी को आग में मत झोंकिए,इस विरासत को पीढिय़ों के लिए बचा लीजिए।
मालूम हो कि महासमुंद जिले में धान की कटाई अंतिम चरण में है। किसान अपनी धान खेतों से खलिहानों तक ला रहे हैं। बहुत से किसानों की उपज धान खरीदी केंद्रों तक पहुंच रही है। कुछ किसानों में अपने खेतों में धान के बाज ङ्क्षतवरा, अलसी, गेहूं, चना आदि की फसल ली है और अधिकांश किसानों के खेत धान कटते ही खाली हो चुके हैं। इन खाली खेतों को किसान आग के हवाले कर रहे हैं। खेतों का दावानल आसपास के खेतों की जमीन को भी बंजर बना रहा है। किसान सोच रहे हैं कि आग लगाने से खेतों के खरपतवार जलकर नष्ट हो रहे हैं।
इस मामले में कांग्रेस जिला अध्यक्ष डा. रश्मि चंद्राकर ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि महासमुंद जिले के कृषकों को पैरा दान करने हेतु निवेदन किया गया और कहा है कि पैरा अथवा उसके ठूंठ को खेत में जला देने से मिट्टी में उपलब्ध नाइट्रोजन, फ ास्फ ोरस, सल्फर का नुकसान होता है साथ ही कृषकों के मित्र कीट मर जाते हंै। इससे आने वाले समय में खेती में काफ ी नुकसान होता है। डा. रश्मि चंद्राकर ने अपने वक्तव्य में बताया है कि प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल भी हमेशा से किसानों के हित में नए-नए फैसले लेते आए हैं। एक वक्त था जब ग्रामीणों के पास बैंक खाते नहीं होते थे। क्योंकि उनके पास पैसे नहीं होते थे। लेकिन आज सभी ग्रामीणों के बैंक खाते हैं और राजीव गांधी किसान न्याय योजना, गौधन न्याय योजना की राशि किसानों के खाते में छत्तीसगढ़ शासन निरंतर भेज रही है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सरायपाली, 26 नवंबर। धान खरीदी प्रारंभ हुे 25 दिन हो गए, इस बीच सरायपाली शाखा में तीन नवीन धान खरीदी केंद्र खोलने की स्वीकृति मिली, जिसमें से जम्हारी समिति से अलग होकर आंवलाचक्का व नवरंगपुर से अलग होकर बारडोली में धान खरीदी केंद्र खुला, जहां खरीदी भी प्रारंभ हो गई है।
25 नवंबर को जम्हारी, रिशेकेला समिति से बहेरापाली को नवीन उपार्जन केंद्र खोलने की स्वीकृति मिली है,जो बहुत जल्द अस्तित्व में आ जाएगा,और वहां भी 4 से 5 दिन के अंतराल में खरीदी प्रारंभ हो जाएगी। अब धान खरीदी केंद्रों की संख्या अब बढक़र सरायपाली शाखा में 18, व ब्लॉक में 29 पहुंच गई है।
किसानों की सुविधा अनुसार शासन द्वारा 3 साल के अंदर 16 नए धान खरीदी केंद्र खोले गए, इसी सत्र में जम्हारी समिति से आंवलाचक्का नवीन धान खरीदी केंद्र खुले। जिसके अंतर्गत आने वाले बहेरापाली में 25 नवंबर को नवीन धान खरीदी केंद्र खोलने स्वीकृति मिल गई है, इसके अलावा नवरंगपुर समिति से बाराडोली में भी नवीन धान खरीदी केंद्र खोले गए हैं।
धान खरीदी प्रारंभ होने के 25 दिन के अंदर तीन समिति से अलग होकर तीन धान खरीदी केंद्र खोले गए, नवीन धान खरीदी केंद्र बेहेरापाली के अंतर्गत बेहेरापाली, छिर्रापाली, पंडरीपानी, मोहन मुंड़ा व काकेनचुंवा के किसान धान बेच सकेंगे।
धान उपार्जन केंद्र जम्हारी से अलग होकर नवीन धान खरीदी केंद्र बहेरापाली में खुल जाने से बहेरापाली के 111 किसानों का 8564 कुंटल धान खरीदी होगा।इसी तरह इसके अंतर्गत आने वाले छिर्रापाली के 67 किसानों का 2848 क्विंटल धान, पंडरीपानी के 79 किसानों का 3863 क्विंटल धान, रिशेकेला समिति के मोहन मुड़ा के 184 किसानों का 9435 क्विंटल, काकेनचुंआ के 65 किसानों का 4603 क्विंटल धान की खरीदी होगी।
नए धान खरीदी केंद्र खुल जाने से 5 गांव के किसान लाभान्वित होंगे। ज्ञात हो कि 10 दिन पूर्व दो नए धान खरीदी केंद्र खुला था जिसमें आंवलाचक्का के अंतर्गत बहेरापाली शामिल था। जो अब नए खरीदी केंद्र खोलने की स्वीकृति मिलने से आंवला चक्का नए उपार्जन केंद्र के अंतर्गत आने वाले छिर्रापाली, व बेहेरापाली, पंडरीपानी के अलावा रिशेकेला समिति के मोहनमुड़ा व काकेनचुंवा के किसान अब बेहेरापाली में धान बेच सकेंगे।
नवीन धान खरीदी केंद्र बहेरापाली जम्हारी व रिशेकेला समिति से अलग होकर नए खरीदी केंद्र खुल रहा है।
बागबाहरा, 26 नवंबर। गोमती बाई बैद पत्नी गौतमचंद बैद बागबाहरा का निधन शनिवार सुबह को हो गया। वे विक्की जैन की माता थीं। उनका अंतिम संस्कार सुबह साढ़े दस बजे मारवाड़ी शमशान घाट में किया गया।
महासमुंद, 26 नवंबर। प्रदेश सरकार ने 2 वर्ष के लिये मंडल रेल उपभोक्ता सलाहकार समिति पूर्वी तट रेल्वे वाल्टेयर रूट विशाखापटनम मंडल के लिये संसदीय सचिव व विधायक विनोद सेवनलाल चंद्राकर को राज्य सरकार के प्रतिनिधि के रूप में नामांकित किया गया है। मिली जानकारी के अनुसार वाणिज्य एवं उद्योग विभाग छग शासन के विशेष सचिव अनुराग पांडे ने वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय पूर्वी तट रेलवे वाल्टेयर दाडापर्ती विशाखापटनम को पत्र भेजकर कहा है कि संसदीय सचिव व विधायक विनोद सेवनलाल चंद्राकर को वर्ष 2022-23 के लिए प्रस्तावित मंडल रेल उपभोक्ता सलाहकार समिति के लिए विधानसभा सदस्य व राज्य सरकार का प्रतिनिधि नामांकित किया है। उनका कार्याकाल दो वर्ष का रहेगा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सरायपाली, 26 नवंबर। ग्राम विकास के लिए आए 15 वें वित्त आयोग व अन्य मद की राशि का ग्राम पंचायत सरपंच, सचिव के द्वारा बिना कार्य करवाएं कागजों में कार्य दर्शा कर लाखों रुपए के बंदरबांट का आरोप ग्रामीणों ने लगाया है।
मामला ग्राम पंचायत अंतरझला का है, ग्रामीणों का आरोप है कि पंचायत में कुछ भी कार्य नहीं हुआ है और ऑनलाइन रिकॉर्ड में कई कार्य होना दर्शाकर राशि का आहरण किया गया है, एक वर्ष में स्टेशनरी सामान के नाम पर 23 हजार रुपये आहरण किया गया है।
ग्रामीण सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार गौठान में बोर खनन के नाम पर 1 लाख से अधिक राशि, निंदा नाशक दवाई छिडकाव के नाम पर राशि, स्टेशनरी सामान के नाम पर, इलेक्ट्रॉनिक सामान आदि ऐसे कई सामान क्रय करने व अन्य कार्य दर्शा कर लाखों रुपए राशि आहरण किया गया है, इसके अलावा अन्य मद से भी पंचायत विकास के लिए आए राशि का बिना कार्य करवाएं लाखों रुपए राशि आहरण किया गया है।
जिसकी शिकायत ग्रामीणों के द्वारा जनपद पंचायत सरायपाली में भी की गई थी, शिकायत जांच के लिए अधिकारी भी पहुंचे थे जहां ग्रामीणों की शिकायत सही पाए जाने पर सरपंच, सचिव पर रिकवरी किए जाने आदेश जारी किया गया है।
इस संबंध में ग्राम पंचायत अंतरझोला के सचिव श्यामसुंदर दास से पूछने पर उन्होंने कहा कि पंचायत के पूर्व सचिव के कार्यकाल की शिकायत है, मेरे पंचायत में पदभार ग्रहण करने के पहले ही जांच और रिकवरी की कार्रवाई हुई है।
महासमुंद, 26 नवंबर। महासमुंद जिले के बागबाहरा विकासखण्ड के पटवारी हल्का नम्बर 26 लीलाधर डडसेना पदीय दायित्वों के प्रति अवचार का दोषी मानते हुए अनुविभागीय अधिकारी राजस्व बागबाहरा द्वारा तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। उनकी विभागीय जांच भी संस्थित की गई है। उनका मुख्यालय तहसील कार्यालय बागबाहरा नियत किया गया है। इस आशय के आदेश जारी कर दिया गया है।
निलंबन आदेश में कहा गया है कि लीलाधर डडसेना तत्कालीन पटवारी द्वारा पटवारी हल्का नम्बर 33 कोमाखान आश्रित ग्राम घोयनाबाहरा, घोयनाबाहरा खुर्द, लुकुपाली, कोमाखान, भालुचुंवा एवं पटवारी हल्का नम्बर 35आश्रित ग्राम घोयनाबाहरा, घोयनाबाहरा खुर्द,लुकुपाली, कोमाखान, भालुचुंवा, जुनवानी खुर्द इत्यादि ग्रामों में मुख्य सडक़ बस्ती से लगे बेसकीमती जमीन शासन से प्राप्त भूमि, आदिवासी भूमि एवं अन्य भूमियों को कलेक्टर की अनुमति के बिना, बगैर रजिस्ट्री के स्वयं एवं अन्य व्यक्तियों के नाम पर दर्ज कर शासन के नियमों को अनदेखी किया है।
जो कि शासकीय कार्य के प्रति घोर लापरवाही का घोतक है तथा सिविल सेवा आचरण नियम 1965 नियम 3-1 के विपरीत है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सरायपाली, 26 नवंबर। अविश्वास प्रस्ताव के लिए कल हुए चुनाव में जनपद पंचायत अध्यक्ष व उपाध्यक्ष नें विश्वास मत हासिल कर अपनी कुर्सी बचा ली, जबकि कांग्रेस समर्थित जनपद सदस्य एक मत से अविश्वास प्रस्ताव पास करने से पीछे रह गए, अविश्वास प्रस्ताव चुनाव में 24 जनपद सदस्य शामिल हुए, जिसमें से 17 विरोध में व पांच उनके पक्ष में व दो मत रिजेक्ट हुए। इस तरह कांग्रेस समर्थित सदस्य अविश्वास प्रस्ताव हासिल करने में असफल साबित हुए।
जनपद अध्यक्ष कुमारी भास्कर, व जनपद उपाध्यक्ष धर्मेंद्र चौधरी के खिलाफ विगत दिनों 19 जनपद सदस्यों ने अविश्वास प्रस्ताव के लिए महासमुंद कलेक्टर में आवेदन दिया था, जिसका जनपद पंचायत में चुनाव संपन्न हुआ, ज्ञात हो कि जनपद के अंतर्गत 25 जनपद पंचायत क्षेत्र हैं, जिसमें भाजपा के समर्थित सदस्यों की संख्या 14 था, जो बाद में 1 सदस्य की मौत के बाद संख्या 13 हो गई, और कांग्रेस समर्थित सदस्यों की संख्या 11 है, लेकिन आज जनपद अध्यक्ष, उपाध्यक्ष के खिलाफ 17 जनपद सदस्य ने मतदान किया, जाहिर सी बात है छह भाजपा समर्थित जनपद सदस्यों ने अपने ही पार्टी के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष को गिराने उनके विरोध में मतदान किया, लेकिन एक मत से अविश्वास प्रस्ताव ध्वस्त हो गया, कांग्रेस समर्थित जनपद सदस्यों को अविश्वास प्रस्ताव हासिल करने के लिए कुल 18 मत चाहिए थे, जिसमें से उन्हें 17 मत हासिल हुए, और अविश्वास प्रस्ताव हासिल करने में असफल हुए।
चूंकि अविश्वास प्रस्ताव के लिए आवेदन करने वाले सभी सदस्यों ने अध्यक्ष, उपाध्यक्ष के पक्ष में मतदान तो नहीं किया,लेकिन 2 सदस्य उनके विपक्ष में भी मतदान नहीं किए जिससे दो मत रिजेक्ट हो गया, संख्या बल की कमी के कारण अविश्वास प्रस्ताव पास नहीं हुआ और जनपद अध्यक्ष, उपाध्यक्ष की कुर्सी बच गई।
परिणाम घोषित के पहले थी गहमा-गहमी की स्थिति
अविश्वास प्रस्ताव की चुनाव प्रक्रिया शुरू होने के पश्चात भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा जनपद परिसर के सामने धरने पर बैठ गए थे, बाद में विधायक अपने समर्थकों के साथ पहुंचे दोनों पक्षों में कुछ नोक-झोंक हुई। किसी तरह की कोई अप्रिय घटना नहीं घटी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 26 नवंबर। शहर के बीचोंबीच चतुमगावं रोड़ पर बने रेलवे ओव्हरब्रिज इन दिनों शहरवासियों के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। भले ही ब्रिज का निर्माण कार्य प्रगति पर होने है, लेकिन इस ब्रिज को देखने के लिए लोगों की आवाजाही शुरू हो गई है। इसके चलते रोज सुबह-शाम लोग यहां कौतुहलवश पहुंच रहे हैं।
मालूम हो कि यह ब्रिज दीपावली से पहले ही तैयार है। इसमें डामरीकरण और अन्य मरम्मत कार्य के चलते इसे दोनों ओर से बेरिकेटिंग कर दी गई थी। डामरीकरण पूर्ण होने के बाद अब लोग सुबह-शाम यहां मॉर्निंग और इवनिंग वॉक करने के बहाने घूमने और देखने पहुंच रहे हैं। सुबह-शाम साइकलिंग करने वाले बच्चे और युवाओं की महफि़ल ब्रिज में पहुंच रही है। क्योंकिशहर का यह पहला ब्रिज है जिसका न सिर्फ लोगों को प्रतीक्षा थी। बल्कि इसे देखने के लिए लोग आतुर भी थे।