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फुट प्रिंट मिलने की डीएफ ओ ने की पुष्टि
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 9 मार्च। कुहरी पड़ाव से सिरपुर मुख्य मार्ग पर गुरुवार को दोपहर करीब ढाई बजे एक बाघ को सडक़ पार करते देखा गया। इसका वीडियो वायरल होने के बाद गुरुवार रात और शुक्रवार को वन अमले ने ट्रेकिंग की। पीढ़ी जलाशय के समीप फुट प्रिंट मिलने के बाद डीएफ ओ पंकज राजपूत ने बाघ की मौजूदगी की पुष्टि की है।
मालूम हो कि लगभग 12 साल बाद यहां बाघ देखा गया है। वन विभाग ने गांवों में मुनादी कर ग्रामीणों को सतर्क कर दिया है।
गौरतलब है कि 7 मार्च को सिरपुर की ओर जा रहे कुछ लोगों ने यह रोमांचक दृश्य देखकर कार दूर ही खड़ी कर दी। इनमें किसी ने वीडियो बनाकर वायरल कर दिया। उसके बाद गुरुवार रात और शुक्रवार को दिन भर डीएफओ पंकज राजपूत स्वयं टीम लेकर उसकी ट्रेकिंग में जुटे रहे। उन्होंने छत्तीसगढ़ को जानकारी दी है कि पीढ़ी जलाशय के पास उसके फुट प्रिंट मिले हैं। हम लगातार ट्रेकिंग कर रहे हैं। श्री राजपूत ने बताया कि संभवत: वह सप्ताह भर पहले से उदंती अभयारण्य से चला होगा। शुक्रवार को उसके लोकेशन का पता नहीं चल पाया है। उन्होंने बताया कि वीडियो देखने पर बाघ व्यस्क लग रहा है। यह भी बताया कि इसके पूर्व 2012-13 के दौरान एक शेर इस क्षेत्र में दिखा था। उसके बाद से कल देखा गयाहै। उन्होंने बताया कि वह इस क्षेत्र का स्थाई नहीं होगा।
वन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार बाघ देखे जाने की पुष्टि होने के बाद महासमुंद, बलौदाबाजार वन मंडल ने क्रमश: 2 और 3 तथा वन विकास निगम ने 2, इस तरह कुल 7 टीमों का गठन किया है। टीमें लगातार ट्रेकिंग कर रही है। इसके अलावा गांवों में मुनादी कराकर लोगों को सचेत रहने और गांव व आसपास कहीं बिजली के तार लगे हो तो उसे निकालने की सलाह दी जा रही है। बार नवापारा के जंगल में उसके आने की उम्मीद से वन विभाग में खुशी की लहर है।
वन विभाग द्वारा कोटवारों व वन विभाग के कर्मचारियों के जरिये हर गांवों में मुनादी कर जंगल में न जाने की की अपील के साथ गांव के दोनों छोर में अलाव जलाने की सलाह दी जा रही है।
महासमुंद, 8 मार्च। नगर के स्वामी आत्मानंद शासकीय इंग्लिश स्कूल नयापारा महासमुंद में महिला दिवस की पूर्व संध्या पर कक्षा 9 वीं के छात्रों को संस्था के प्राचार्य एवं स्टॉफ ने शासन के आदेशानुसार न्योता भोज कराया।
इस अवसर पर प्राचार्यअमी रूफस, प्रमोद कुमार कन्नौजे, जी.आर. टांडेकर, प्रियंका पीटर, शिवा कोटेश्वरम्मा, विकास यादव, मितेश शर्मा, आकांक्षा भोई, नेहा सिंह, आकांक्षा भोई, रौनक अग्रवाल, श्रुति श्रीवास्तव, अंशूमाला बारिक, ऋतुराज देवांगन, अंजू चन्द्राकर, अंजली कहार, प्रखर साहू, पूर्णिमा चन्द्राकर, तृषा शर्मा, रवि कुमार ठाकुर, मदनलाल कौशिक, शनिदेव सिंह ठाकुर, विन्देश्वरी जोशी, तेजेश्वरी साहू आदि उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 8 मार्च। दो सूत्रीय मांगों को लेकर जिले भर की 23 सौ मितानिनें 5 दिवसीय हड़ताल पर हैं। इनकी हड़ताल से प्राथमिक उप स्वास्थ्य केंद्रों, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में स्वास्थ्य से संबंधित अनेक कार्य प्रभावित हो रहे हैं। खासतौर पर नसबंदी तथा प्रसव से संबंधित काम बूरी तरह ठप्प है। कल दिन भर जिला अस्पताल में एक भी मितानिन प्रसूता को लेकर नहीं पहुंची। मितानिनों ने मेडिकल कॉलेज और पटवारी कार्यालय के समक्ष जमकर नारेबाजी की।
पटवारी दफ्तर के समक्ष धरना दे रही जिला स्वास्थ्य मितानिन संघ के अध्यक्ष जनक राम यादव, सहसचिव रीना चंद्राकर,कोषाध्यक्ष सुनीता कुर्रे और पिथौरा ब्लॉक अध्यक्ष मेरी पुहुप ने बताया कि प्रदेश स्वास्थ्य मितानिन संघ के तत्वावधान में आज से 5 दिनों के लिए जिले की मितानिन, मितानिन प्रशिक्षिका हड़ताल पर हैं।
महिलाओं को महत्वपूर्ण जानकारियां व सलाह मिल सके इसलिए शासन ने ग्रामों में मिलानिन तैयार किया था। मात्र क्षतिपूर्ति हेतु मिलने वाली राशि पर ही ये अपना परिवार चलाते हैं। अत: ब्लॉक समन्वयक, स्वास्थ्य पंचायत समन्वयक, शहरी मितानिन कार्यक्रम और हेल्प डेस्क जिला मितानिन संघ अपनी दो सूत्रीय मांगों को लेकर हड़ताल पर हैं।
उनकी मांग है कि मितानिन, मितानिन प्रशिक्षक, ब्लॉक समन्वयक, स्वास्थ्य पंचायत समन्वयक, हेल्प डेस्क को राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन में जोड़ा जाए और प्रोत्साहन व क्षतिपूर्ति राशि में 50 प्रतिशत की वृद्धि की जाए। बताया कि जिले में लगभग 23 सौ मितानिनें सेवारत हैं। जिनकी हड़ताल से टीकाकरण, आयुष्मान कार्ड, शिशु संरक्षण कार्यक्रम, मोतियाबिंद कार्यक्रम, स्वास्थ्यगत प्रसव और टीटी ऑपरेशन सहित अन्य स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित होगी। श्री यादव ने बताया कि उक्त दो सूत्रीय मांगों के लिए 7 मार्च से 10 मार्च तक जिला मुख्यालय में धरना-प्रदर्शन के बाद 11 मार्च को एक दिवसीय प्रदेश स्तरीय धरना-प्रदर्शन रायपुर में किया जाएगा। जिसमें जिले की लगभग 400-500 मितानिनें हिस्सा लेंगी।
महासमुंद, 8 मार्च। महाशिवरात्रि पर्व पर विशाल मेगामार्ट परिसर में 8 मार्च को रात्रि 8 बजे से भगवान शिव की विशेष पूजा और अभिषेक कार्यक्रम आयोजित है। इसमें विशेष अनुष्ठान में विधायक योगेश्वर राजू सिन्हा और उनकी पत्नी प्रिया सिन्हा शामिल होंगी। तैयारी में जुटे शिवभक्तों ने बताया कि देवाधिदेव महादेव को पूजा. अर्चना अभिषेक करने 108 युगल पति-पत्नी का पंजीयन किया जा रहा है। रात्रिकालीन महाशिवरात्रि पूजा अभिषेक 11 आचार्यों द्वारा कराया जाएगा। विधायक श्री सिन्हा ने कहा है कि श्रद्धालुओं से महाशिवरात्रि पूजा में शामिल होकर पुण्य लाभ प्राप्त करें। आयोजन को भव्य बनाने श्रद्धालु व आयोजक मण्डल के लोग जुटे हुए हैं।
महासमुंद, 8 मार्च। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण महासमुंद के सचिव दामोदर प्रसाद चन्द्रा ने जानकारी दी है कि राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण नई दिल्ली के निर्देशानुसार कल 9 मार्च शनिवार को सम्पूर्ण राज्य में नेशनल लोक अदालत का आयोजन किया किया जाएगा। इसी तारतम्य में जिला न्यायालय तथा सभी तालुका स्थित न्यायालयों में नेषनल लोक अदालत का अयोजन किया जाएगा।
न्यायालयों में बड़ी संख्या में लंबित प्रकरणों में कमी लाने के उद्देश्य से तथा प्रभावित पक्षकारों को त्वरित एवं सुलभ न्याय प्रदान करने की दिशा में नेशनल लोक अदालत एक प्रभावशली कदम है। जिस हेतु जिला न्यायालय महासमुंद के अंतर्गत जिला विधिक सेवा प्राधिकरण महासमुंद के द्वारा नेशनल लोक अदालत हेतु 23 खण्डपीठों का गठन किया गया है। जिसमें राजस्व सहित अन्य मामलों का भी उक्त खंडपीठों के द्वारा ही विभिन्न प्रकरणों तथा प्रीलिटिगेशन प्रकरणों का निराकरण किया जाएगा। नेशनल लोक अदालत में प्री.लिटिगेशन संबंधी प्रकरणो में राजस्व के अलावा जिला न्यायालय, तहसील स्थित न्यायालयों में कुल बैंक रिकवरी, विद्युत, नगर पालिका अथवा नगर पंचायत के प्रकरणों का निराकरण किया जाएगा।
लोक अदालत के माध्यम से न्यायालय में राजीनामा योग्य अपराधिक प्रकरणों धारा 138 परक्राम्य लिखत अधिनियम मोटर दुर्घटना दावा प्रकरणों, बैंक रिकवरी प्रकरण सिविल प्रकरण निष्पादन प्रकरण विद्युत संबंधी मामलों तथा पारिवारिक विवाद के मामलों का निराकरण किया जाता हैं।
इसके अतिरिक्त राजस्व, बैंक, विद्युत विभाग दूरसंचार विभाग नगर पालिका परिषद में वसूली संबंधी लंबित प्रकरण प्रीलिटिगेशन प्रकरण जिला विधिक सेवा प्राधिकरण में प्रस्तुत किए जाएंगे। जो विधिवत पंजीयन उपरांत संबंधित पक्षकारों के प्रकरण लोक अदालत खण्ड पीठ में निराकृत किए जाएंगे। इस तरह पक्षकार अपने न्यायालयीन प्रकरणों का निराकरण लोक अदालत के माध्यम से कर सकते हैं। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण महासमुंद के द्वारा पक्षकारों से अपील की गई है कि वे अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित होकर नेशनल लोक अदालत को सफल बनायें।
महासमुंद, 8 मार्च। महाशिवरात्रि पर शिवालयों में सुबह से भक्तों का तांता लगा रहा। खासकर सिरपुर स्थित गंधेश्वर महादेव में श्रद्धालुओं की काफी भीड़ सुबह से देखी गई।
गंधेश्वर महादेव के बारे में कहा जाता है कि इस शिवलिंग से समय-समय पर अलग-अलग तरह की सुगंध आती रहती है। इसीलिए इन्हें गंधेश्वर शिव कहते हैं। गंधेश्वर महादेव की महिमा को देखते हुए इसे बाबा धाम भी कहा जाता है। यह मंदिर महानदी के तट पर स्थित है। इस अद्भूत शिवलिंग का निर्माण आठवीं सदी में बालार्जुन के समय में बाणासुर ने कराया था।
पुरातत्व विभाग से जुड़े गाइड सत्यप्रकाश ओझा कहते हैं कि यह शिवलिंग यहां पुरातत्व विभाग को खुदाई से नहीं बल्कि आदीकाल से स्थित है। वैसे तो सिरपुर में अनेक शिवलिंग हैं। लेकिन पुरातत्व विभाग को खुदाई के दौरान अलग से 21 शिवलिंग मिले हैं। खुदाई में प्राप्त शिवलिंगों में भगवान गंधेश्वर की तरह खुशबू नहीं आती। इस मंदिर का काफी हिस्सा सालों पहले पानी और भूकंप के कारण भूमिगत हो गया था। जिसे फिर से रिनोवेट कराया गया है। यहां सावन महीने में हजारों के तादात में कांवरिया दूर-दूर से जल चढ़ाने आते हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 8 मार्च। समग्र शिक्षा अंतर्गत जिला स्तरीय दो दिवसीय खिलौना आधारित प्रशिक्षण सह कार्यशाला का आयोजन 5 से 6 मार्च को आशीबाई गोलछा सुमित्रा तिवारी कक्षा में किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में जिला शिक्षा अधिकारी मीता मुखर्जी, जिला मिशन समन्वयक कमल नारायण चंद्राकर, सहायक क्रीड़ा अधिकारी अंजली बरमाल, सहायक कार्यक्रम समन्वयक समग्र शिक्षा देवनारायण जांगड़े, सहायक कार्यक्रम समन्वयक पेडागाजी कार्यक्रम प्रभारी सम्पा बोस तथा विकासखंड स्त्रोत केंद्र समन्वयक जागेश्वर सिन्हा की उपस्थिति में संपन्न हुआ।
इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य बच्चों की सर्वांगीण विकास हेतु खिलौना आधारित शिक्षणए शास्त्र द्वारा बच्चों के सामाजिक और भावनात्मक विकास में मदद कर समझ विकसित करना तथा बिना किसी तनाव से एफएलएन के लक्ष्यों को प्राप्त करना। जिला मिशन समन्वयक कमल नारायण चन्द्राकर ने हर विद्यालय में खिलौना कॉर्नर तथा जादुई पिटारा के लिए आवश्यक दिशा निर्देश दिया। जिला शिक्षा अधिकारी मीता मुखर्जी ने खेल-खेल में बच्चों को रोचक तरीके से सीखने पर मार्गदर्शन दिया।
कार्यक्रम में विभिन्न गतिविधि मुखौटा निर्माण टेनग्राम, कठपुतली निर्माण, पोपेट आदि का निर्माण, राज्य स्तर पर चयनित मास्टर ट्रेनर्स तथा जिला स्तरीय ट्रेनर्स के द्वारा किया गया। इस कार्यक्रम में विभिन्न समूह के द्वारा प्रस्तुतीकरण दिया गया। उक्त कार्यक्रम को सफल बनाने में सभी मास्टर ट्रेनर्स तथा सीएससी पवन साहू का सहयोग रहा। कार्यक्रम का संचालन एवं आभार प्रदर्शन कार्यक्रम प्रभारी सम्पा बोस नेकिया।
महिला हेल्प लाइन की इन्हें जरूरत नहीं पड़ती
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 8 मार्च। शुक्रवार को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस है। जिले भर में कई स्थानों पर महिलाओं को समर्पित कई कार्यक्रम जारी हैं। ऐसे में शहर के बीच से गुजरने वाली राष्ट्रीय राजमार्ग किनारे आधा दर्जन महिलाएंं प्लाास्टर ऑफ पेरिस से मूर्तियां बनाकर उसमें रंग भर रही हैं। ये मूलत: राजस्थान की हैं, लेकिन इनका डेरा भिलाई में मौर्या टाकीज के पास है। अभी ये मूर्तियां बेचने महासमुंद पहुंची हैं।
किरण, श्वेता, भवानी, कल्पना, मिची, धारी नाम की इन महिलाओं के साथ बच्चों को छोडक़र कोई भी पुरुष सदस्य नहीं है। सडक़ किनारे बने फूटपाथ पर आत्मानंद स्कूल के ठीक सामने इन्होंने अपना डेरा डाल रखा है। यह महिला ब्रिग्रेड किसी भी स्थिति-परिस्थिति से निपटने के लिए सक्षम हैं। वुमेन पॉवर महिला हेल्प लाइन की उन्हें जरूरत नहीं पड़ती। इनसे महिला दिवस के बारे में ‘छत्तीसगढ़’ ने कुछ सवाल किए, जिनसे इनको कोई मतलब ही नहीं है।
गुरुवार की सुबह 10 बजे स्कू ल के मुख्य दरवाजे से बच्चे प्रवेश कर रहे थे, तब इनके बच्चे मूर्तियों में रंग भरने का काम कर रहे थे। इन महिलाओं से बातचीत में पता चला कि महिला दिवस के बारे में ये जानती नहीं। मुझे लगा कि महिलाओं की स्थिति में कोई भारी सकारात्मक फेरबदल आया हो, ऐसी स्थिति अभी नहीं आई है। ये भी दुनिया की आबादी का आधा हिस्सा हैं। महिला अधिकारों के बारे में उनसे पूछने पर कहती हैं-आंख खुलते ही परिवार के बारे में सोचना, उनके लिए खाना एकत्र करना, कपड़े लत्ते आदि दिमाग में रहता है। बच्चों को स्कूल नहीं भेजते। एक जगह ठौर ठिकाना नहीं है इसलिए। घर के पुरुष अलग काम पर निकल जाते हैं। महीने-दो महीने बाद उनसे मुलाकात होती है। शाम को हम सभी महिलाएं जहां जगह मिली, खाना खाते हैं, जहां जगह मिली सो जाते हैं। समाज के मूल्यों, महिलाओं की पीड़ा, दोयम दर्जे का नागरिक जैसे सवाल इनसे नहीं पूछ सकी।
उन्होंने कहा-मेहनतकश महिलाओं की अपनी परिस्थितियां होती हैं। आर्थिक स्वतंत्रता होती है। रोजाना मिले पैसे पास रखते हैं, पर बचा नहीं सकते। हमारी यह महिला ब्रिग्रेड किसी भी स्थिति-परिस्थिति से निपटने के लिए सक्षम हैं। ये खुद ही अपने सामानों और बच्चों की सुरक्षा कर लेती हैं। अनौपचारिक रूप से ये महिलाएं परिवार चलाने में अपने घर के पुुरुषों का साथ दे रही हैं।
किरण बताती हैं-राजस्थान में हमारा गांव है बनस्थली। वहां हमने प्लास्टर आफ पैरिस से मूर्तियां बनाने का काम सीखा और मूर्तियों को दूूसरे शहर में ले जाकर बेचने का काम शुरू किया। परिवार समेत हम इस तरह एक शहर से दूूसरे शहर जाते रहे। ऐसा करते-करते हम छत्तीसगढ़ आ गए। यहां हमारे काम को अच्छा पैसा मिलना शुरू हुआ। हमने मौर्या टाकीज के पास की खाली जमीन पर झोपडिय़ां तान दी। दस सालों से वहीं रहते हैं। बारिश में परिवार के साथ रहता है। जैसे ही बारिश बंद होती है, परिवार की महिलाएं बच्चों को लेकर शहरों की ओर निकल जाती हैं और पुरुष अन्य सामान लेकर दूसरे शहरों में चले जाते हैं। दीपावली से हमारा काम अच्छा पैसा देता है। गर्मी भर चलता है। बारिश शुरू होते ही वाापस हम अपनी झोपडिय़ों में चले जाएंगे।
बातचीच के बीच ही धारी एक बच्ची के साथ लौटी तो उसने बताया-कोतवाली में मुसाफिरी दर्ज कराने गई थी, सभी महिलाओं और बच्चों का आईडी दे आई हैं। सामान ठीकठाक बिका तो कुछ दिन यहां ठहर कर अगले शहर की ओर चली जाएंगी।
धारी ने बताया कि कुल सात महिलाएं, अपने पांच बच्चियों के साथ यहां हैं। सभी एक ही गांव से हैं। परदेश (दूसरे स्थान) में एक परिवार जैसा रहते हैं। परिवार के लडक़े अपने पिता के साथ जाते हैं। महिलाएं लड़कियों को अपने साथ ले आती हैं। जहां पानी, शौचालय आदि नजदीक में हो, वहां पड़ाव होता है। दिन भर बिखरे सामानों को समेटकर रात में वहीं पर गुदड़ी डालकर सो जाते हैं ...और इस तरह जिंदगी चलती रहती है।
जब समाचार तैयार हो रहा था, ये महिलाएं अपने बच्चों के साथ मूर्तियां बनाने, उसमें बारीकी से रंग भरने में लगी हुई थीं। इनके पास तीन सौ से लेकर तीन हजार रुपए कीमती मूर्तियां हैं। मूर्तियों में रंग ऐसा भरा होता है कि अच्छे-अच्छे कलाकार तक फेल हो जाए। बगैर पढ़े लिखे होकर भी सौदेबाजी की इनकी शक्ति विचारणीय है। हमारा तंत्र इनके योगदान को माने या मत माने, लेकिन कोई भी इस तथ्य को अस्वीकार नहीं कर सकते कि जिन महिलाओं के पास जमीन है, बेहतर आर्थिक और सामाजिक सुरक्षा है, ठीक वैसे ही ये भी मजबूत हैं। इनके श्रम को, परिस्थितियों को बदलने के लिए कोशिशें हों, चाहे न हों लेकिन ये निरंतर चल रही हैं, एक शहर से दूसरे शहर की ओर, खाना बदोश की मानिंद।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बसना, 8 मार्च। तहसील में लंबित डायवर्सन शुल्क की वसूली शुरू हो गई है, इसके लिए तहसीलदार ने बकायादारों को नोटिस जारी किया है। जमीन का उपयोग बदलवाने के बाद भू-स्वामियों पर 10-10 साल से डायवर्सन शुल्क अदा नहीं करने वालों पर सख्ती शुरू कर दी गई है। रोज 100 से ज्यादा लोगों को डायवर्सन शुल्क अदा करने के लिए नोटिस भेजी जा रही है। अप्रैल के पहले तक बकाया शुल्क शून्य करने का लक्ष्य रखा गया है।
15 साल का टैक्स जमा करने पर मिलेगी 15 साल की छूट
डायवर्सन वसूली के दौरान लोगों को शासन की योजना अनुसार छूट भी दी जा रही है। वर्ष 2023-2024 से आगामी 2037-38 तक का डायवर्सन शुल्क जमा करते हैं, तो उन्हें आगामी 15 वर्ष के शुल्क में छूट मिलेगी। इस योजना की वजह से अब तक लाखों रुपयों की वसूली की जा चुकी है। यानि वर्ष 2037-38 से 2052-2053 तक का शुल्क जमा नहीं करना पड़ेगा। इस शुल्क को जमा करने के बाद इसकी अलग से एंट्री भी की जा रही है। इस योजना की वजह से अब तक लाखों रुपयों की वसूली की जा चुकी है।
31 मार्च तक किया जाना है डायवर्सन शुल्क जमा
ज्ञात हो कि 31 मार्च तक डायवर्सन शुल्क जमा किया जाना है, बकायादारों में सबसे ज्यादा अस्पताल, राइस मिल, प्राइवेट स्कूल, पेट्रोल पंप समेत अन्य उद्योगों का बकाया है, इनसे पहले वसूली की जा रही है, वहीं डायवर्सन शुल्क जमा नहीं करने वालों पर छ.ग .भू राजस्व संहिता की धारा 146,147 के तहत कार्रवाई भी जा सकती है।
जमीन की खरीदी-बिक्री कर ली कई बार, लेकिन शुल्क अदा नहीं किया
तहसील में जिन लोगों का डायवर्सन शुल्क बकाया है, उनमें से अधिकतर ऐसे भी हैं, जिन्होंने अपनी जमीन डायवर्सन कराने के बाद बेच दी है। बिना शुल्क जमा कराए ऐसे लोगों की रजिस्ट्री भी हो गई, क्योंकि डायवर्सन शुल्क जमा हुआ है या नहीं इसकी जांच करने का कोई सिस्टम ही नहीं है। ऐसे में कई नोटिसों की तामील भी नहीं हो पा रही हैं, क्योंकि पुराने जमीन मालिक ऐसी नोटिस लेने से इंकार कर देते हैं। वे कहते हैं अब वे जमीन के मालिक नहीं है इसलिए शुल्क भी नहीं देंगे। इस वजह से कई लोगों का शुल्क विवादों में भी फंस गया है।उनका कहना है कि नोटिसों के आधार पर शुल्क की वापसी हो रही है। लेकिन पूरा शुल्क जमा नहीं हुआ, तो ऐसे प्रकरणों पर आगे की कार्रवाई रोकने की नोटिस जारी की जाएगी।
जरूरत पर ही पेमेंट, बाकी समय बेखौफ
कृषि जमीन का आवासीय, कमर्शियल या औद्योगिक उपयोग करने पर ही आवेदकों को डायवर्सन शुल्क देना होता है। बड़े कारोबारियों को जब इसकी जरूरत होती है तो वे एक बार में डायवर्सन शुल्क की अदायगी कर देते हैं, लेकिन जो छोटे-छोटे प्लॉट का डायवर्सन होता है उसका शुल्क अदा नहीं किया जा रहा है। लोग बेखौफ होकर सालों भुगतान नहीं कर रहे है। इस बार ऐसे ही लोगों को सबसे ज्यादा नोटिस दी जा रही है। डब्ल्यूबीएन शाखा प्रभारी रीना पाण्डेय का कहना है कि जिन्हें नोटिस मिल रही है वे लोग दफ्तर आकर इस शुल्क का भुगतान कर रहे हैं।
महासमुंद, 8 मार्च। बसना क्षेत्र के जाड़ामुड़ा धान खरीदी केंद्र में किसानों द्वारा बेचे गए धान को रकम प्रबंधक, ऑपरेटर द्वारा गबन किए जाने के विरोध में तथा किसानों को राशि वापस दिलाए जाने हेतु कल शिवसेना ने पटवारी कार्यालय के सामने शिवसेना प्रदेश प्रमुख प्रमुख धनंजय सिंह परिहार के नेतृत्व में एक दिवसीय धरना दिया। इसके बाद मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंप दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की।
उनका कहना है कि विगत 5 फरवरी से पीडि़त किसानों द्वारा परिवार समेत अपनी मांगों को लेकर जाड़ामुड़ा धान खरीदी केन्द्र के बाहर धरना दिया जा रहा है। किसानों की मांगों को लेकर शिवसेना जिला इकाई द्वारा पूर्व कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा जा चुका है, लेकिन अभी तक किसी भी प्रकार से कार्रवाई नहीं की गई है। उक्त धरना प्रदर्शन में हिस्सा लेने धनंजय सिंह परिहार प्रदेश प्रमुख महासमुंद पहुंचे थे। शिवसेना प्रदेश प्रमुख धनंजय परिहार ने अपने संबोधन में कहा कि आम जनता, किसानों, गरीबों के हक के लिए शिवसेना हमेशा से लड़ाई लड़ती आई है और लड़ती रहेगी।
उन्होंने कहा कि किसानों के साथ किसी भी तरह का अन्याय बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। कार्यक्रम में रेशम जांगड़े प्रदेश महासचिव, प्रदेश उपाध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह ठाकुर, प्रदेश महामंत्री राजेश ठाकरे, जिला अध्यक्ष अजय बंजारे, जिला महासचिव अशोक प्रधान, जिला सचिव इंद्रकुमार लहरे, महासमुंद विधानसभा प्रमुख बादल बंजारे, हरि चंद्राकर एवं भारी संख्या में शिव सैनिक उपस्थित थे। धरना के बाद मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंप दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की गई।
महासमुंद, 7 मार्च। स्थानीय राम जानकी मंदिर महासमुंद में प्रति मंगलवार शाम 6 बजे से 7 तक सामूहिक हनुमान चालीसा पाठ एवं संध्या आरती का आयोजन आचार्य नारायण महाराज एवं शत्रुघ्न दास महाराज के सानिध्य में किया जा रहा है। नगर के सभी श्रद्धालुओं से भी अधिक से अधिक संख्या में प्रति मंगलवार शाम 6 बजे राम जानकी मंदिर गांधी चौक महासमुंद में अपनी उपस्थिति देकर सामूहिक हनुमान चालीसा पाठ एवं आरती में भाग लेकर पुण्य लाभ प्राप्त करने का अनुरोध किया है। बीते मंगलवार को हनुमान चालीसा में प्रमुख रूप से राम जानकी मंदिर के पुजारी आचार्य नारायण दास महाराज, शत्रुघ्न दास, बलराम दास, गोवर्धन दास, संतोष दास, उत्तम वर्मा, अखिलेश लूनिया, बबल चंद्राकर,राहिल गुप्ता, राम सिंह साहू, जानकी बाई, शकुन चंद्राकर, माला चंद्राकर, कृष्ण तंबोली आदि उपस्थित रहे।
महासमुंद, 7 मार्च। जिले के भंवरपुर में एक गरीब परिवार की सरिता श्रीवास का नाम महतारी वंदन योजना लाभार्थी सूची से गायब है। भंवरपुर निवासी राजकुमार श्रीवास ने लिखित शिकायत में बताया है कि उनकी पत्नी सरिता श्रीवास ने महतारी वंदन योजना शुरू होने के दूसरे ही दिन ग्राम पंचायत में आवेदन जमा किया था। फार्म जमा होने के बाद जब दावा-आपत्ति के लिए सूची जारी हुई तो उसमें सरिता श्रीवास पति राजकुमार श्रीवास का नाम नहीं था। जिसके बाद श्रीवास दंपति ने भंवरपुर कार्यालय में संपर्क किया। जहां सचिव ने सूची में नाम है कहकर गुमराह कर दिया।
इसके बाद सरिता श्रीवास के पति राजकुमार श्रीवास ने अपने आंगनबाड़ी कार्यकर्ता से संपर्क किया। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ने बताया कि हमारे पास एंट्री के लिए जितना फार्म आया था उसकी डाटा एंट्री हो चुकी है। फिर आवेदक ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के साथ पंचायत कार्यालय जाकर रजिस्टर में दर्ज आवेदकों की सूची देखी। वहां पता चला कि सूची में सरिता के नाम पर सफेदा लगाकर उनके जमा फार्म को गायब कर दिया है। ऑनलाइन सूची में भी सरिता का नाम नहीं है। आवेदिका ने भी सचिव भुवनेश्वर चौधरी से संपर्क की तो उन्होंने कहा कि आपके आवेदन की स्वीकृति हो जाएगी। जबकि दावा आपत्ति पश्चात् अनंतिम सूची जारी हो चुकी थी।
घटना के बाद आरोपी युवक भाग खड़ा हुआ, 24 घंटे बाद गिरफ्तार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 7 मार्च। शादी समारोह में नाच-गाने के दौरान हत्या का मामला प्रकाश में आया है। घटना खल्लारी थाना क्षेत्र के ग्राम भीमखोज की है। मंगलवार की रात शादी के दौरान मायन डांस हो रहा था। इसी दौरान दुल्हन के मामा के साथ एक युवक की बहस हो गई। बहस इतनी बढ़ गई कि आरोपी ने अपने पास रखे चाकू से दुल्हन के मामा रोहित ध्रुव पर ताबड़तोड़ वार कर दिया। जिससे रोहित ध्रुव की मौत हो गई। रिपोर्ट पर खल्लारी पुलिस ने आरोपी युवक के विरूद्ध धारा 302 के तहत अपराध कायम किया है। मामले की जांच की जा रही है। आरोपी एस कुमार को पुलिस ने 24 घंटे के भीतर ही गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार भीमखोज निवासी पवन खडिय़ा के घर उसकी पुत्री की 6 मार्च को शादी थी। शादी 4 मार्च से शुरू थी और पांच मार्च को मायन का रस्म था। जिसमें उसके परिजनों के अलावा उसका साला 32 वर्षीय रोहित ध्रुव पिता रंचू राम ग्राम कोना खट्टी भी आया था। वह बिलासपुर में इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहा था। घर में मायन की रस्म डीजे, नाच-गाना खुशी के वातावरण में चल रहा था। इसी कार्यक्रम में गांव अंवराडबरी का एस कुमार उर्फ बैगा भी वहां आया। जो शराब के नशे में था। रात लगभग 2 बजे नाचने-गाने को लेकर रोहित विवाह एवं एस कुमार के बीच बहस को गयी। इस पर उत्तेजित होकर एस कुमार ने चाकू निकाल कर रोहित पर ताबड़तोड़ प्रहार कर दिया।
रोहित जख्मी होकर गिर गया और खुशी का माहौल गम में तब्दील हो गया। घटना के बाद एस कुमार मौके से भाग खड़ा हुआ। परिजनों की सूचना पर 112 मौके पर पहुंची और रक्त रंजित रोहित को बागबाहरा शासकीय अस्पताल ले आयी। लेकिन प्रथमोपचार के दौरान उसकी मौत हो गयी। पुलिस इस मामले में तेजी से हरकत में आयी। डीएसपी डॉ.यार्क, खल्लारी थाना टीआई इन्द्रभूषण सिंग सहित पुलिस टीम ने उच्चाधिकारियों के निर्देशन में दस घंटे के भीतर आरोपी को धर दबोचा। उसे हिरासत में लेकर उसके बताये स्थान से हत्या में प्रयुक्त चाकू भी बरामद किया है। गिरफ्तार होने के बाद आरोपी ने अपना गुनाह स्वीकर किया है।
दुल्हन को मामा की मौत की खबर मिलते ही वह बेहोश हो गई। दुल्हन को शासकीय अस्पताल उपचार हेतु लाना पड़ा। रोहित की मौत के खबर से घर में मातम का माहौल निर्मित हो गया है। पुलिस ने कल 6 मार्च की दोपहर शव के पीएम के बाद उनके परिजनों को सौंप दिया। उसका अंतिम संस्कार उसके गृह ग्राम कोना खट्टी में संपन्न हुआ। कल शाम से शाम रात तक भीमखोज में सादगी भरे वातावरण में शादी कार्यक्रम सम्पन्न हुआ।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 7 मार्च। जिले में लगातार हो रही चोरी के चलते मानो अब नागरिकों को पुलिस पर भरोसा ही नहीं रहा गया है। दिनदहाड़े बढ़ती चोरियों के चलते अब गांवों में मुनादी भी होने लगी है। ऐसा ही एक मामला कोमाखान के ग्राम पटरापाली में सामने आया है, जहां गांव में चोरी की वारदात से बचने और घर के सामानों की रक्षा स्वयं करने के लिए गांवों में कोटवार के माध्यम से मुनादी कराई जा रही है। जिसने पुलिस की कार्यप्रणाली पर बड़ा प्रश्नचिन्ह लगा दिया है।
जानकारी मिली है कि कोमाखान थाना क्षेत्र के ग्राम पटपरपाली और आसपास के अन्य गांवों में दिनदहाड़े हो रही चोरियों से क्षेत्र के ग्रामीण बेहद परेशान हंै। क्षेत्र के गांवों में लगातार घरों से दिन में भी नगद राशि, सोने-चांदी के जेवरात, मोबाइल, खेतों में लगे बोरवेल्स के मोटर पंप जैसे छोट-बड़े सामानों की चोरियों में काफी इजाफा हुआ है। अधिकांश ग्रामीण सामानों के बिल न होने से थाने में मौखिक और कुछ लिखित शिकायत तो करते हैं पर पुलिस के हाथ चोरों तक नहीं पहुंच पा रहे हैं। पुलिस द्वारा गांवों में रही चोरी की वारदातों को रोकने न तो कोई ठोस कदम उठाया जा रहा है और न ही पुलिस चोरों को पकड़ पा रही है।
इससे परेशान गांव वालों ने एकजुट होकर सोचा कि खुद ही कोई तरकीब ढूंढना जरूरी है। इसलिए अब गांवों में मुनादी कराई जा रही है। ग्रामीणों का कहना है कि अब चोरियों से बचने के लिए अंतिम उपाय के रूप में मुनादी ही बचा है ताकि लोग अपने घर-खेत में रखे सामानों की रक्षा स्वयं कर सकें।
गांव के सरपंच राजेन्द्र शर्मा ने बताया कि पिछले कुछ दिनों में गांव और उसके आसपास के गांवों में 15-20 चोरियां हो चुकी है। अधिकतर चोरियां दोपहर में हो रही है। चोर सूने मकान पर धावा बोलकर घर में रखे सोने व चांदी के जेवरात, नकद व खेत से मोटर पंप पार कर रहे हैं। जिसकी मौखिक शिकायत पुलिस में की गई है। बावजूद पुलिस चोरियां रोकने में नाकाम है। अब कोटवार से मुनादी कराकर गांव वालों को घर सूना न छोडऩे और अपने सामान की स्वयं रक्षा करने के लिए मुनादी की जा रही हैष इस मामले में आकाश राव गिरपुंजे एडिशनल एसपी महासमुंद ने कहा कि जिले में चोरी के विरूद्ध लगातार कार्रवाई हो रही है। बड़ी से लेकर छोटी चोरियों में लिप्त आरोपियों को पकड़ा जा रहा है। जहां तक पटपरपाली का मामला है वहां से चोरियों की शिकायत मिली है इस संबंध में थाना प्रभारी सहित संबंधित एसडीओपी को निर्देशित किया गया है कि चोरी की वारदात रोकने कारगर कदम उठाएं। चोरी की दर्ज मामलों की जांच कर आरोपियों को पकडऩे के लिए भी निर्देशित किया गया है।
महासमुंद,7 मार्च। महाशिवरात्रि पर्व पर विशाल मेगामार्ट परिसर बीटीआई रोड महासमुंद में 8 मार्च को रात्रि 8 बजे से शिवजी की विशेष पूजा और अभिषेक का कार्यक्रम आयोजित है। क्षेत्र का विकास, जन आरोग्य और जन-जन की समृद्धि के निमित्त आयोजित इस विशेष अनुष्ठान में महासमुंद क्षेत्र के विधायक योगेश्वर राजू सिन्हा और उनकी पत्नी प्रिया विशेष रूप से शामिल होंगी।
आयोजन की तैयारी में जुटे शिवभक्तों ने बताया कि महाशिवरात्रि पर पूजा-अर्चना, अभिषेक करने के लिए 108 युगल पति-पत्नी का पंजीयन किया जा रहा है। नगरवासियों से अपील की गई है कि पहले आओ.पहले पाओ के क्रम में 108 लोगों को विशेष अनुष्ठान का अवसर मिलेगा। रात्रिकालीन महाशिवरात्रि पूजा अभिषेक 11 आचार्यों के द्वारा संपन्न कराया जाएगा। विशेष पूजन में भाग लेने के इच्छुक श्रद्धालुओं से आयोजक मण्डल ने आग्रह किया है कि मोबाइल नंबर 9165744556, 9399998687 पर कॉल करके दम्पत्ति अपना पंजीयन करा सकते हैं। इससे विशेष अनुष्ठान को संपन्न कराने और बैठक व्यवस्था में सुविधा होगी।
विधायक योगेश्वर राजू सिन्हा ने श्रद्धालुओं से विनम्र आग्रह किया है कि महाशिवरात्रि पूजा में शामिल होकर पुण्य लाभ प्राप्त करें। शिव आराधना से मनोवांछित फल प्राप्ति के लिए यह सुनहरा अवसर है।
उल्लेखनीय है कि बीते कई वर्षों से इस स्थल पर शिव आराधना और महाशिवरात्रिपर्व पर विशेष पूजन अनुष्ठान किया जाता रहा है। इस बार आयोजन को और भी भव्य बनाने में श्रद्धालु और आयोजक मण्डल के लोग जुटे हुए हैं।
उल्लेखनीय है कि महाशिवरात्रि का पर्व सनातन संस्कृति में भगवान शिव का प्रमुख पर्व है। फाल्गुन कृष्ण पक्ष चतुर्दशी को महाशिवरात्रि का पर्व हर साल परंपरागत उल्लास के साथ मनाया जाता है। ऐसी मान्यता है कि सृष्टि का प्रारम्भ इसी दिन हुआ था। पौराणिक कथाओं के अनुसार इस दिन सृष्टि का आरम्भ अग्निलिंग जो महादेव का विशालकाय स्वरूप है, के उदय से हुआ। इसी दिन भगवान शिव का विवाह देवी पार्वती के साथ हुआ था। महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव व माता पार्वती की विशेष पूजा होती है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 7 मार्च। धान खरीदी को पूूरे एक महीने गुजर चुुके हैं लेकिन अभी तक खरीदी केन्द्रों से अधिकांश धान का उठाव नहीं हुआ है।
धान खरीदी नीति के अनुसार खरीदी होने के 72 घण्टे के भीतर उपार्जन केन्द्र से धान का उठाव किया जाना है, परंतु शाखा सरायपाली के 21 खरीदी केन्द्रों से 287959 क्विंटल एवं तोरेसिंहा के 11 उपार्जन केन्द्रों से 43665 क्विंटल धान का परिवहन अभी तक नहीं हो पाया है। सभी खरीदी केन्द्रों में अब परिवहन को लेकर फड़ प्रभारी परेशान हैं।
मालूम हो कि विगत 1 नवंबर से शासन ने समर्थन मूल्य पर किसानों से धान खरीदी शुरू की थी और 31 जनवरी तक खरीदी किया जाना था। लेकिन समय-समय पर मौसम खराब होने के कारण धान खरीदी नहीं होने से अंतिम तिथि को बढ़ाकर 4 फरवरी किया गया था। नियमानुसार धान खरीदी होने के 72 घण्टे के भीतर उक्त धान का खरीदी केन्द्रों से उठाव हो जाना चाहिए था। इस वर्ष भी जिला सहकारी बैंक सरायपाली व तोरेसिंहा के 33 प्राथमिक कृषि साख सहकारी समितियों में से 32 में धान का उठाव होना शेष है। केवल सरायपाली समिति से धान का उठाव हो चुका है। सबसे अधिक धान का उठाव केंदुवा समिति से बाकी है।
इस संबंध में जिला विपणन अधिकारी का कहना है कि प्रदेश भर में महासमुंद जिले में सबसे अधिक धान खरीदी की गई है। जिसमें से 90 प्रतिशत धान का उठाव हो चुका है। केवल 10 प्रतिशत शेष है। जिसके लिए शासन से आबंटन आने वाला है। आबंटन जारी होते ही मिलर्स के लिए डीओ कटेगा और 5-6 दिन में ही संपूर्ण धान का उठाव हो जाएगा। मिलर्स भी इसी प्रतीक्षा में हैं।
धान की सुरक्षा को लेकर उन्होंने कहा कि इसके लिए समिति को राशि जारी होती है। जिसके अनुसार वे सुरक्षा के सभी प्रबंध करते हैं। समितियों में सभी धान सुरक्षित हैं। किसी प्रकार के नुकसान नहीं हैं। जबकि समिति के अधिकारियों का कहना है कि स्टेग रहने के कारण चूहा, दीमक, अचानक वर्षा एवं सुखती से धान के वजन में कमी आएगी। जिसका खामियाजा कर्मचारियों, दैनिक वेतन भोगी और समिति को भुगतना पड़ेगा। वहीं गर्मी बढऩे पर प्लास्टिक का बारदाना फटना शुरू होगा। जिससे धान जमीन में गिरने लगेंगे। इसका खामियाजा भी समिति एवं फड़ प्रभारियों को भुगतना पड़ेगा। धान के परिवहन में विलंब के कारण यदि प्रत्येक बोरी से थोड़ी सी भी कमी आती है, तो आखिर में यह आंकड़ा हजारों क्विंटल का होगा। जिसकी भरपाई कर पाना किसी भी समिति के लिए टेढ़ी खीर है।
मिला जानकारी अनुसार जिला सहकारी बैंक सरायपाली अंतर्गत धान उपार्जन केन्द्र अमरकोट में 18099.60 क्विंटल धान का उठाव नहीं हो सका है। इस संबंध में सरायपाली शाखा प्रबंधक बसंत पटेल का कहना है कि धान खरीदी समाप्त हुए एक माह बीत चुका है, लेकिन अभी तक सोसायटियों से पूरे धान का उठाव नहीं हुआ है। अधिक समय हो जाने के कारण अब उपार्जन केन्द्रों में धान को सुरक्षित रख पाना काफी मुश्किल हो गया है। समय पर धान का उठाव न होने से उसके रख.रखाव में समिति प्रभारियों को बहुत अधिक परेशानी उठानी पड़ती है। यदि प्रत्येक बोरी से धान में थोड़ी सी भी सूखत या किसी भी प्रकार से कमी होती है, तो यह आंकड़ा सीधे हजारों क्विंटल में पहुंच जाएगा। ऐसे में इस नुकसान की भरपाई कर पाना बहुत ही कठिन होगा। उन्होंने बताया कि समतियों से मिलर्स के द्वारा धान का उठाव किया जाना है। लेकिन मिलर्स को डीओ ही जारी नहीं किया जा रहा है। जिसके कारण परिवहन भी नहीं हो रहा है।
जानकारी अनुसार जम्हारी में 300.04 क्विंटल, आंवलाचक्का में 8919.60, बेहरापाली में 4141.80, नवरंगपुर में 7082.40, बाराडोली में 7794.40, बोंदा नवापाली में 10531.60, केदुवां में 35562.00, नवागढ़ में 23744.40, कनकेवा में 11216.80, केन्दुढार में 215.60, भोथलडीह में 1171.60, लिमगांव में 4000, पुटका में 19294.80, लांती में 5618.40, चिंवराकुटा में 23203.20, सिंगबहाल में 25974.80, रूढ़ा में 9052.40, सागरपाली में 13075.60, मल्दामाल में 30931.60, तिहारीपाली में 28055.20 क्विंटल कुल 287959.20 क्विंटल धान जाम है। जिनका उठाव होना शेष है। इसी तरह जिला सहकारी बैंक तोरेसिंहा अंतर्गत धान उपार्जन केन्द्र केना में 2839.60 क्विंटल, कोटद्वारी में 22376, तोषगांव में 64, केजुवां में 246.80, तोरेसिंहा में 2362, कुसमीसरार में 14772, गेर्रा में 25497.20, जोगनीपाली में 21.60, जंगलबेड़ा में 1544.80, बेलमुण्डी में 18110 एवं सिरबोड़ा में 11693.20 क्विंटल कुल 43665.40 क्विंटल धान रखा हुआ है,े जिनका उठाव होना शेष है।
उपसरपंच की शिकायत पर हाईवा बरामद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 7 मार्च। जिला मुख्यालय से लगे गांव बेलसोंडा के नेशनल हाईवे से लगे तालाब में सरपंच भामिनी चंद्राकर पर मुरुम के अवैध उत्खनन का आरोप उपसरपंच हुलसी चंद्राकर ने लगाया है।
हुलसी चंद्राकर ने एक विज्ञप्ति जारी कर जानकारी दी है कि उन्होंने ग्रामीणों के साथ मिलकर सरपंच हुलसी चंद्राकर के खिलाफ खनिज विभाग में शिकायत की थी, जिस पर मौके पर पहुंचे विभागीय अधीकारी ने एक हाईवा जब्त किया है, जबकि पांच हाईवा एवं चैन माउंटेन जेसीबी फरार है।
हुुलकी चंद्राकर के मुताबिक बेलसोंडा के बिलवा गड्ढा तालाब में अवैध रूप से मुरूम खनन कर सरपंच भामिनी चंद्राकर बाहरी लोगों को बेच रही है। कल सुबह भी चैन जेसीबी लगाकर हाईवा में भर-भर कर गांव के खनिज संपदा को गांव के बाहर बेचने का काम जारी था। खनिज विभाग से बिना अनुमति ही यह अवैध काम हो रहा था। सरपंच ने तालाब में जानलेवा कुंआ जैसे गड्ढा खुदवा दिया है। जिससे जानमाल का खतरा भी बना हुआ है। लोग वहां शौच के लिए जाते हैं और जानवर भी पानी पीने के लिए भी उतरते हैं। इसकी सूचना मिलने पर ग्रामीणों ने सरपंच को तालाब से मुरमन निकालने के लिए मना किया था लेकिन सरपंच के भांजे तेजेस्वर चंद्राकर ने गाली गलौज कर गांव वालों को वहां से भगा दिया। जबकि सरपंच का भांजा गांव का नागरिक भी नहीं है। लिहाजा गांव वाले आक्रोशित हुए और खनिज विभाग को इसकी सूचना दी गई। इसी शिकायत पर खनिज विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे और पंचनामा बनाकर मुरूम से भरी हाईवा की जब्ती कर उसे थाने ले आया।
महासमुंद, 7 मार्च। पूर्व संसदीय सचिव व महासमुंद के पूर्व विधायक विनोद सेवनलाल चंद्राकर ने कहा कि छत्तीसगढ़ की साय सरकार की महतारी वंदन योजना पूरी तरह फेल साबित हो गई है। केंद्र की मोदी व प्रदेश की साय सरकार ने महतारी वंदन योजना की पहली किश्त नहीं डालकर प्रदेश की महिलाओं के विश्वास से खिलवाड़ किया है। श्री चंद्राकर ने कहा कि भाजपा ने बड़े तामझाम से 7 मार्च को प्रदेश के 70 लाख से अधिक महिलाओं के खाते में महतारी वंदन योजना के तहत 1 हजार रुपए प्रथम किश्त के रूप में डालने का ढिंढोरा पीटा था। लेकिन अब प्रधानमंत्री को समय नहीं मिलने का बहाना बनाकर महिलाओं से विश्वासघात कर रही है।
राशि मिलने की आस में प्रदेश की लाखों माताएं-बहनें उत्साहित थीं। लेकिन प्रदेश सरकार ने उन्हें निराश कर दिया।
श्री चंद्राकर ने कहा कि छत्तीसगढ़ की नई सरकार के ढाई महीने बीत जाने के बावजूद ना वादे के अनुरूप छत्तीसगढ़ के किसानों को धान की कीमत 3100 रुपया प्रति क्विटंल की दर से एक मुश्त मिल पाया है। ना ही 500 रुपये में गैस सिलेंडर। भाजपा का सभी वादा अब जुमला हो चुका है। भाजपा की सरकार खुद की योजनाएं तो लागू नहीं कर पा रहींए उल्टे पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार की राहत और सब्सिडी को षडय़ंत्र पूर्वक बंद कर दिया। प्रदेश में 27 लाख से अधिक माताएं.बहनें गोठानों के माध्यम से आजीविका कमा रही थीए उन पर भी ग्रहण लगाने का कामए जनविरोधी विष्णुदेव साय सरकार ने किया।
श्री चंद्राकर ने कहा कि छत्तीसगढ़ में पूर्ववर्ती कांग्रेस की सरकार ने आम जनता के आर्थिकए सामाजिक और सांस्कृतिक प्रगति के कीर्तिमान स्थापित किए हैं। भूपेश बघेल के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार ने छत्तीसगढ़ की जनता के बैंक खातों करोड़ों रूपए विभिन्न योजनाओं के माध्यम से प्रदान किया। यही कारण है की अर्थव्यवस्था के तीनों सेक्टर कृषिए सेवा और उत्पादन में छत्तीसगढ़ का औसत कांग्रेस की सरकार के समय राष्ट्रीय औसत से बेहतर रहा। लेकिन भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनते ही छत्तीसगढ़ की अर्थव्यवस्था फिर से उल्टे पांव तेजी से भागने लगी है। भारी भरकम कर्ज लेने के बावजूद भी विष्णुदेव सरकार जनता से किए वायदे को पूरा करने में असफल रही है। जिससे स्पष्ट हो रहा है कि प्रदेश के संसाधन भाजपा नेताओं के भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा के मुख्यमंत्री व प्रधानमंत्री को छत्तीसगढ़ के माताओं-बहनों से क्षमा मांगते हुए तत्काल महतारी वंदन योजना के हितग्राहियों को पहली किस्त में जनवरी, फरवरी व मार्च तीन माह के तीन हजार रुपए का एकमुश्त भुगतान करना चाहिए।
महासमुंद, 7 मार्च। मंगलवार को बेलसोंड़ा महासमुंद स्टेशन के मध्य एक अज्ञात पुरूष की ट्रेन से कटकर मौत हो गई है। पुलिस ने बताया कि इसकी सूचना सिटी कोतवाली में टीकाराम निषाद पिता हरिराम रेलवे कर्मी महासमुंद ने दी है। जिसके आधार पर पुलिस ने मर्ग कायम जांच विवेचना में लिया है।
महासमुंद, 7 मार्च। पटेवा थाना अंतर्गत ग्राम लखनपुर निवासी युवक ने तालाब समीप पेड़ में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। पुलिस ने बताया कि 23 वर्षीय महेश जोशी पिता बीरबल लखनपुर निवासी ने अज्ञात कारण से फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। इसकी सूचना बालक जोशी पिता बीरबल जोशी ने पटेवा थाने में दी है। जिस पर पुलिस ने मर्ग कायम कर विवेचना में लिया है।
महासमुंद,6 मार्च। आम आदमी पार्टी के महासमुंद लोकसभा के अध्यक्ष संतोष चंद्राकर एवं सकील खान ने कल बागबाहरा में उन 25 परिवारों का हाल चाल जाना, जिनके घरों को प्रशासन ने तोड़ दिया हैै।
उन परिवारों के तकलीफ के बारे में उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार की दोहरा चरित्र सामने आया है। 8 लाख गरीब परिवारों को पक्के मकान देने का दम्भ भरने वाली भाजपा सरकार ने बागबाहरा के शांति नगर के 25 गरीब परिवारों के मकानों को बुलडोजर चला कर तोड़ दिया। इन घरों में गर्भवती महिलाएं, बुजुर्ग, छोट-छोटे बच्चों के साथ गरीब परिवार विगत 15 वर्षों से रहते आ रहे थे। अधिकारियों का काम देखकर मानवता भी शर्मसार हो जाए। ऐसीदादागिरी एक निर्दयी शासन प्रशासन ही कर सकता है।
आम का कहना है कि सम्बंधित भूमि पर राजस्व मा. क्रं 20220712180000अ 68 वर्ष 2021-22 सक्षम न्यायालय श्रीमान अपर आयुक्त रायपुर संभाग में दिनांक 12-04-2023 से मामला विचाराधीन होने के बावजूद निचली न्यायालय कैसे किसी के मकान को तोडऩे का आदेश पारित कर सकता है।
यह तो सरासर कानून का उल्लंघन एवं आयुक्त न्यायालय का अपमान है, शासन प्रशासन की दादागिरी है।
इस विज्ञप्ति के माध्यम से आम आदमी पार्टी ने कहा है कि इस मामले का मननीय हाई कोर्ट स्वत: संज्ञान लेकर पीडि़त परिवारों को न्याय देने की कृपा करेंगे। आम आदमी पार्टी ने शासन-प्रशासन से मांग की है कि अपनी गलती को सुधार कर पीडि़त परिवारों के साथ न्याय करें।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 6 मार्च। मां समलेश्वरी बाल कल्याण समिति द्वारा संचालित स्थानीय सरस्वती शिशु मंदिर उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सरायपाली के हाई स्कूल एवं हायर सेकेंडरी विभाग कक्षा नवम एवं एकादश के छात्र-छात्राओं ने जवाहर नवोदय विद्यालय छिंदपाली सरायपाली का भ्रमण किया।
विद्यालय के अध्यक्ष विष्णु प्रसाद अग्रवाल, उपाध्यक्ष बिहारी लाल अग्रवाल, व्यवस्थापक सरिता साहू आदि के निर्देशन पर शैक्षिक भ्रमण की रूपरेखा तैयार की गई। जिसमें कक्षा नवम एवं एकादश के समस्त भैया बहनों एवं उस विभाग में अध्यापन कर रहे आचार्य दीदियों के द्वारा जवाहर नवोदय विद्यालय छिंदपाली जाकर वहां पर स्थित प्रयोगात्मक विज्ञान के अंतर्गत भौतिक विभाग, रसायन विभाग तथा जीव विज्ञान विभाग के समस्त गतिविधियों जैसे रोलर कोस्टर, प्रति गुरुत्वाकर्षण शंकु, परवलयिक रिफ्लेक्टर, पेंडुलम पैटर्न, उत्तालक लोवर, आन द रेल,मजेदार दर्पण आदि का अवलोकन किया।
कार्यक्रम को सफल बनाने में विद्यालय के प्रधानाचार्य रमेश प्रधान, रोहित साहू, भावना शर्मा, किरण महापात्र, प्रतिभा मिश्रा, प्रियंका श्रीवास, सुनीता भोई, गोवर्धन प्रधान,त्रिलोचन कर, राकेश नायक,अरुण साहू, अमृत मिश्रा आदि समस्त आचार्यों का सहयोग रहा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 6 मार्च। महासमुंद जिले के बरोण्डा बाजार, बिछिया एवं सरायपाली में संचालित मवेशी बाजारों की आड़ में गौ तस्करी का आरोप लगाते हुए विश्व हिन्दू परिषद और बजरंग दल ने तस्करी रोकने और मवेशी बाजारों को बंद करने की मांग को लेकर कल कलेक्ट्रोरेट का घेराव कर ज्ञापन सौंपा।
विश्व हिंदू परिषद के जिला मंत्री अखिलेश लूनिया और बजरंग दल के जिला संयोजक एवन साहू ने कहा कि जिले में संचालित मवेशी बाजारों से हजारों की संख्या में प्रति सप्ताह मवेशी तस्करी होती है। छत्तीसगढ़ राज्य में गौ सेवा आयोग द्वारा निर्धारित नियम, मापदंडों और अधिनियम भी राजपत्र में लागू है। किंतु मवेशी बजार में आयोग द्वारा निर्देशित किसी भी नियम, मापदंडों और अधिनियमों का उचित रूप से पालन नहीं किया जाता।
उन्होंने कहा कि बरोण्डा बाजार, बिछिया एवं सरायपाली में मवेशी बाजार और गोठान दोनों एक साथ संचालित है। क्षेत्र में मवेशी बाजार भी तस्करों का सबसे सुरक्षित और सुव्यवस्थित केन्द्र है जिसकी सहायता से तस्करों को सीमा से लगे ओडि़शा राज्य में गौ वंशों की अवैध तस्करी की गतिविधियों को अत्यंत सहजता और सरलता से संचालित किया जाता है। गौ तस्करों के इन अवैध अन्याय पूर्ण गतिविधियों के बाद भी प्रशासन से निरंतर असहयोगात्मक व्यवहार से हमारा संगठन आक्रोशित है। यदि प्रशासन इसे गंभीरता से नहीं लेगा तो हम भविष्य में तस्करों पर निश्चित रूप से अंकुश लगाने हर संभव प्रयास करने बाध्य होंगे।
उन्होंने कहा कि बरोण्डाबाजार, बिछिया एवं सरायपाली के मवेशी बाजारों को पूर्णत: बंद किया जाए और गौ तस्करों के खिलाफ पूर्व में हुई एफआईआर पर कार्रवाई हो। स्थानीय लोहिया चौक में धरना-प्रदर्शन के बाद विश्व हिन्दू परिषद और बजरंग दल के सैकड़ों कार्यकर्ता कलेक्ट्रोरेट की ओर रवाना हुए। यहां पहले से तैनात पुलिस ने उन्हें रोकने का पूरा बंदोबस्त कर रखा था। कलेक्टोरेट पहुंचे कार्यकर्ताओं और पुलिस में जमकर झूमाझटकी हुई।
उक्त कार्यक्रम में मुख्य रूप से विश्व हिन्दू परिषद छग प्रांत के मंत्री विभूति भूषण पाण्डे, प्रांत संगठन मंत्री जितेन्द्र वर्मा, प्रांत धर्म प्रसार प्रमुख धर्मेन्द्र महोबिया, जिला अध्यक्ष सौरभ अग्रवाल, कार्याध्यक्ष हर्ष चन्द्राकर, जिला मंत्री अखिलेश लुनिया, जिला सहमंत्री धनेन्द्र चन्द्राकर, जिला संयोजक बजरंग दल ईवन साहू, रामेश्वर पाण्डे, दानेश्वर सिन्हा, महेश मक्कड़, दुर्गावाहिनी जिला संयोजिका अदिति चन्द्राकर, रामेश्वर साहू, हिमांशु तिवारी, योगेश सोनवानी, प्रमोद साहू, जयंत यादव, सुमन सेन्द्रे, गुड्डा सिन्हा, छबि सिन्हा, संदीप, नोहर साहू, जय तम्बोली, राहिल, आनंद साहू, गौकरण साहू, राहुल चन्द्राकर, विष्णु चन्द्राकर, मयंक पाणिग्राही, आशीष, नवीन देवता, गितेश पण्डा उपस्थित रहे।
महासमुंद, 6 मार्च। पूर्व संसदीय सचिव व महासमुंद के पूर्व विधायक विनोद सेवनलाल चंद्राकर ने कहा कि छत्तीसगढ़ में 2003 से 2018, पूरे 15 वर्ष तक जिसकी सरकार रही, उसने सिर्फ प्रदेश वासियों का शोषण किया। उक्त 15 वर्षों में विकास का कोई कार्य नहीं हुआ। जबकि छत्तीसगढ़ के कोयले से पूरा देश रौशन होता है। जबकि खुद छत्तीसगढ़ को अंधेरे में रखा गया। केंद्र द्वारा सरकार राज्य की कोयला रायल्टी मद का बकाया 4140 करोड़ रोककर रखा गया। इसके अलावा राज्य के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में केंद्रीय बलों की तैनाती का 12 हजार करोड़ रुपए से अधिक की राशि प्रदेश को नहीं मिली। पूर्ववर्ती कांग्रेस कार्यकाल के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने उक्त राज्यांश के लिए अनेक दफे प्रधानमंत्री को पत्राचार किया तथा प्रदेश के हक का पैसा शीघ्र प्रदान करने की मांग की। लेकिन मोदी सरकार के कानों में जूं तक नहीं रेंगी। उक्त राशि एकमुश्त छत्तीसगढ़ को मिल जाती तो राज्य के विकास मेें उपयोगी साबित होता।
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने केंद्र सरकार द्वारा कोई सहयोग नहीं मिलने के बाद भी छत्तीसगढ़ का विकास निर्बाध रूप से कराया। गांव, गरीब, किसान, युवा हर वर्ग के लिए योजनाएं बनाकर उन्हें लाभान्वित किया। श्री चंद्राकर ने कहा कि आज जब केंद्र सरकार द्वारा केंद्रीय करों में राज्यांश में से छत्तीसगढ़ के हिस्से का 4842 करोड़ का किस्त जारी की गई है, तब भाजपा नेताओं द्वारा वाहवाही लूटी जा रही है।
उन्होंने कहा कि संघीय ढांचे के तहत केंद्रीय करों में राज्यांश राज्यों का अधिकार होता है कोई एहसान नहीं। नक्सलवाद पर श्रेय की राजनीति लेने वाले भाजपा नेताओं को बताना चाहिए कि केंद्रीय बलों की तैनाती का 12 हजार करोड़ रूपए से अधिक की राशि तथा कोल रायल्टी में पेनल्टी का छत्तीसगढ़ के हक का पैसा 4140 करोड़ रुपए प्रदेश को कब मिलेगा? श्री चंद्राकर ने कहा कि श्रेय की राजनीति करने वाले भाजपा नेता दावा कर रहे हैं कि पिछले 10 साल के मोदी कार्यकाल में अभी जारी हुए 4842 करोड़ की राशि को मिलाकर कुल 3 लाख 70 हजार करोड़ रूपए प्रदेश को मिला है। लेकिन भाजपा नेता ये नहीं बता रहें कि इससे तीन गुना अधिक राशि छत्तीसगढ़ से केंद्र की मोदी सरकार ने विगत 10 वर्षों में वसूला है। छत्तीसगढ़ उत्पादक राज्य है। यहां स्टील और सीमेंट के अग्रणी उत्पादन के साथ ही वन और खनिज संपदा की भरमार है। कोयला, आयरनओर, बाक्साइट और टीन जैसे बहुमूल्य खनिजों का दोहन केंद्र की मोदी सरकार छग से करती है। श्री चंद्राकर ने कहा कि मोदी सरकार ने विगत 10 वर्षों में छत्तीसगढ़ से करीब साढ़े 9 लाख करोड़ से अधिक की राशि वसूली है। तीन गुना अधिक प्राप्ति के लिए छत्तीसगढ़ का आभार जताने के बजाय भारतीय जनता पार्टी के नेता विगत 10 वर्षों में मात्र 3 लाख 70 हजार करोड़ देने का अहसान जता रहे हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 6 मार्च। महासमुंद लोकसभा सीट से भाजपा की टिकट मिलने के बाद पहली बार महासमुंद भाजपा कार्यालय पहुंचकर रूपकुमारी चौधरी ने एक पत्रकारवार्ता में कहा कि पार्टी ने जिस भरोसे के साथ मुझे टिकट देकर सांसद पद का प्रत्याशी घोषित किया है, मैं उस भरोसे पर खरा उतरने की पूरी-पूरी कोशिश करूंगी। मैं तो महज प्रतीक हूं, चुनाव का प्रत्याशी तो कमल का फूल है। देश को इस पार्टी पर भरोसा है। महासमुंद संसदीय क्षेत्र में भी आम लोगों से जुड़े मुद्दे और क्षेत्र विकास के मुद्दे के मतदाता भाजपा को अपना वोट देंगे।
जिला भाजपा कार्यालय महासमुंद में लोकसभा प्रत्याशी घोषित होने के बाद कल पहली बार आगमन पर भाजपा जिलाध्यक्ष रूपकुमारी चौधरी का भाजपा कार्यकर्ताओं ने स्वागत किया। रूपकुमारी चौधरी ने कहा कि पूरा विश्व इस समय भारत के चुनावों की तरफ टकटकी लगाए देख रहा है। मोदी के 10 वर्षों के प्रधानमंत्री कार्यकाल में सभी वर्गों के जनकल्याण की ऐतिहासिक योजनाओं की शुरुआत हुई है। सबका साथ सबका विकास के संकल्प को पूरा करते हुए मोदी की सरकार ने देश की दशा और दिशा में आमूलचूल परिवर्तन कर विकास की एक नई गाथा लिखी है।
सांसद चुन्नीलाल साहू ने कहा कि भाजपा मूलरूप से कार्यकर्ताओं पर आधारित पार्टी है और यहां हर कार्यकर्ता को समय-समय पर सेवा के लिए समान अवसर मिलता ही है। जिला संगठन प्रभारी जगन्नाथ पाणिग्रही ने कहा कि प्रधानमंत्री के कार्यकाल में जनता ने अयोध्या में नवनिर्मित श्रीराम मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा का एक ऐतिहासिक पल हम सभी ने प्रधानमंत्री के सार्थक प्रयासों से सफल होते देखा है।
बसना विधायक संपत अग्रवाल ने सभी कार्यकर्ताओं को चुनाव के लिए जुटने का आह्वान किया। संचालन और आभार जिला महामंत्री संजय शर्मा व प्रदीप चंद्राकर ने किया। इस दौरान पूर्व राज्यमंत्री पूनम चंद्राकर, प्रदेश सदस्य इंद्रजीत सिंह गोल्डी, सांसद प्रतिनिधि संदीप दीवान, पिछड़ा वर्ग प्रदेश अध्यक्ष राकेश चंद्राकर, जिला उपाध्यक्ष विपिन उबोवेजा, ऐतराम साहू, कुमारी भास्कर, थानसिंग दीवान, मोती साहू, कामता पटेल, निरंजना शर्मा, सुधा साहू, जसराज बाला चंद्राकर आदि उपस्थित थे।
इस अवसर पर महासमुंद विधायक योगेश्वर राजू सिन्हा ने कहा कि देश की जनता मोदी की दी हुई गारंटी पर शत.प्रतिशत विश्वास करती है और पूरे देश के कार्यकर्ताओं सहित व्यापक जनसमर्थन उन्हें मिलने वाला है। अबकी बार 400 पार का लक्ष्य हम कार्यकर्ताओं के परिश्रम, लगन और संकल्प के साथ अवश्य पूरा करेंगे।
पूर्व विधायक रामलाल चौहान ने कार्यकर्ताओं का उत्साहवर्धन किया। विधानसभा संयोजक चंद्रहास चंद्राकर ने कहा कि कार्यकर्ता स्वयं अपने आपको प्रत्याशी मानकर प्रचार में जुट जाएं तो सफलता सुनिश्चित है।