महासमुन्द
![सेमेस्टर परीक्षाओं को लेकर कॉलेज में विरोध प्रदर्शन-नारेबाजी सेमेस्टर परीक्षाओं को लेकर कॉलेज में विरोध प्रदर्शन-नारेबाजी](https://dailychhattisgarh.com/2020/chhattisgarh_article/16160645020.jpg)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 18 मार्च। शासकीय महाप्रभु वल्लभाचार्य महाविद्यालय परिसर में कल छात्र नेताओं ने सेमेस्टर परीक्षाओं के सम्बंध में विरोध प्रदर्शन व नारेबाजी की। प्राचार्य, शिक्षा मंत्री व विश्वविद्यालय के नाम छात्र नेता नरेश नायक, जगन्नाथ छुरा, योगेश सोनवानी, दीपक राव, आदित्य साहू, रिंकु चन्द्राकर सहित कालेज के छात्र छात्राओं ने ज्ञापन सौंपकर सुझाव दिया।
नरेश नायक का कहना है कि कोरोना की वैक्सीन निकली और महाविद्यालय विद्यालय को खोल दिया गया। इसमें विद्यार्थियों की उपस्थिति अनिवार्य नहीं की गई। वैक्सीन की खोज हो जाने से कोरोना संक्रमण रुक नहीं गया तो फिर ऑफलाइन पद्धति से परीक्षा करने की बात कहां से आई और जब संक्रमण की दर में पुन: वृद्धि होने लगी तो फिर परीक्षा की समय सारणी जारी करके परीक्षा की तिथि घोषित करके और प्रायोगिक परीक्षा आयोजित करके छात्रों और अभिभावकों को भयभीत क्यों किया जा रहा है?
ज्ञापन में कहा गया है कि विश्वविद्यालय ने हाल ही में सेमेस्टर परीक्षा की समय सारणी जारी की है जिससे कि सेमेस्टर व अन्य विद्यार्थी इस परीक्षा से चिंता में है कि जनवरी माह में प्रवेश प्रक्रिया पूरी हुई व सही ढंग से सभी विषयों की पूर्णता पढ़ाई पूरी नहीं हुई एवं कोरोना जैसी वैश्विक महामारी से आज पूरा विद्यार्थी परेशान है और विश्वविद्यालय द्वारा विगत महीने में ही परीक्षा की समय सारणी घोषित कर दी। जब विश्वविद्यालय ऑफलाइन पढ़ाई की अनुमति नहीं देता तो अब ऑफलाइन परीक्षा के लिए विश्वविद्यालय कैसे तत्पर है? प्रत्येक महाविद्यालय में शिक्षा की कमी छात्रों की भविष्य के लिए नुकसानदायक हो रही है क्योंकि महाविद्यालय के प्रत्येक कक्षाओं के विषयों काफी ज्यादा है और पढ़ाने के लिए शिक्षको की कमी से विद्यार्थीयों अपनी पढ़ाई ठीक से नहीं कर पा रहे हैं।