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‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 15 मार्च। मध्यान्ह भोजन रैकिंग में महासमु्न्द जिला पिछड़ गया है। कुल 95 अंकों के लिए किए गए सर्वें में धमतरी अव्वल नंबर पर है और महासमुन्द जिला 11 वें पायदान पर। यह रिपोर्ट एक सर्वे के आधार निकाली गई है। इसका खुलासा एमडीएम की डैशबोर्ड रिपोर्ट में हुआ है। जिला शिक्षा अधिकारी रार्बट मिंज का कहना है कि मध्याह्न भोजन के वितरण को लेकर लगातार निर्देश दिए गए हैं। वर्तमान में भी वितरण शुरू हो गया है। पूरे 45 दिनों का मध्याह्न भोजन बांटा जा रहा है।
मध्याह्न भोजन वितरण को लेकर जिले की स्थिति अच्छी नहीं है। एक सर्वे में इस बात का खुलासा हुआ है कि 95 अंकों के आधार पर प्रदेश में यह सर्वे किया गया है। जिसमें महासमुन्द जिला 11 वें नम्बर पर है। इसमें महासमुन्द जिले को 59 अंक प्राप्त हुए हैं। जबकि धमतरी जिला 79 अंकों के साथ पहले पायदान पर है। इसके अलावा रसाईयों के मानदेय भुगतान सहित कुकिंग कॉस्ट वितरण में भी महासुमन्द को कम अंक मिले हैं। इस मामले में विकाखंडशिक्षा अधिकारी एस चंद्रसेन ने बताया कि सूखा अनाज बांटने का काम शुरू हो गया है। पूरे 45 दिन का सूखा राशन प्राथमिक व मिडिल के बच्चों को प्रति छात्र के हिसाब से सामग्री दी जा रही है। जिले के प्राइमरी व मीडिल स्कूलों में मध्याह्न भोजन बनना बंद है, इसलिए पहली से आठवीं तक पढऩे वाले एक लाख 19 हजार 766 बच्चों को सूखा राशन बांटा जा रहा है। पिछले साल शिक्षक घर-घर पहुंचकर राशन बांटे थे। अब संचालनकर्मा यानी एजेंसी व शिक्षकों के द्वारा वितरण का कार्य किया जा रहा है। स्कूल के बाहर या अन्य जगहों पर बच्चों को बुलाकर वितरण किया जा रहा है फिर भी कोरोना संक्रमण का खतरा है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 15 मार्च। घरेलू गैस की कीमत पर इस महीने मार्च में ही 51 रुपए की बढ़ोत्तरी हुई है, इसे मिलाकर पिछले तीन महीने में गैस के दाम में 263 रुपए तक इजाफा हुआ है। इस तरह गैस सिलेंडर अब 911 रुपए की कीमत पर मिल रहा है। गैस के बढ़ते दामों का असर आम उपभोक्ताओं पर सीधे पड़ रहा है। सबसे ज्यादा असर उज्जवला योजना के कनेक्शनधारियों पर हुआ है। कीमत बढऩे के कारण उज्ज्वला के हितग्राही रिफिलिंग नहीं करा पा रहे हैं। यही कारण है कि प्रति महीने उज्ज्वला की रिफिलिंग 20 प्रतिशत रह गई है।
ज्ञात हो कि महंगाई बढऩे के बाद गरीब परिवार फिर से चूल्हे में लकड़ी जलाकर खाना बना रहे हैं। पिछले तीन महीने के आंकड़ों पर नजर डालें तो उज्जवला के 22 हजार हितग्राहियों ने ही सिलेंडर रिफिलिंग कराया है। शेष हितग्राही चूल्हे में खाना बना रहे हैं, क्योंकि इन्होंने बढ़ती कीमतों के कारण सिलेंडर रिफिलिंग कराना छोड़ दिया है। इस सम्बंध में ऑयल कंपनी के एरिया मैनेजर सुनील कुमार का कहना है कि कीमत बढऩे के बाद रिफिलिंग का प्रतिशत एकदम कम हो गया है। जिसके कारण अभी उज्जवला के हितग्राही रिफिलिंग नहीं करा पा रहे हैं। महासमुन्द जिले में भारत पेट्रोलियम, हिंदुस्तान एवं इंडियन ऑयल पेट्रोलियम कंपनी के गैस वितरण किए जाते हैं। इनके 1 लाख 77 हजार 900 कनेक्शनधारी हैं।
सिलेंडरों की बढ़ती कीमतों का सबसे बड़ा असर बीपीएल परिवारों को मिलने वाला गैस कनेक्शन पर हो रहा है। सिलेंडरों की बढ़ती कीमत के बाद गरीब परिवार उसकी दोबारा रिफिलिंग नहीं करवा पा रहे हैं। एक बार नि:शुल्क या कम कीमत में गैस कनेक्शन मिलता है। इसके बाद लोगों को अपनी रकम से सिलेंडर लेना पड़ता है। सिलेंडर महंगा होने की वजह से लोग न तो उसकी बुकिंग करवा रहे है और न दोबारा खरीद रहे हैं। जिले की बात करें तो 22 हजार ही कनेक्शनधारी है, जो रिफिलिंग करा रहे हैं।
सिलेंडर की कीमत जितनी स्पीड से बढ़ रही है, उतनी ही तेजी से खातों में जमा होने वाली सब्सिडी कम होते जा रही है। सब्सिडी अब नहीं के बराबर आ रही है। कोरोना काल में लॉकडाउन के समय सरकार ने सब्सिडी हटाते हुए सिलेंडर के दाम कर कर दिए थे। कुल 605 रुपए में सिलेंडर लोगों को मिल रहा था। कीमत कम होने के बावजूद सरकार 61 रुपए कनेक्शधारियों के खाते में जमा कर रही थी। दिसंबर से मार्च तक सात बार सिलेंडर के दाम बढ़ाए गए हैं,लेकिन सब्सिडी अभी खाते में 61 रुपए ही जमा हो रही है। सरकार शेष सब्सिडी की शेष राशि खातों में जमा नहीं कर रही है। इसके बारे में पूछने पर कंपनी के मैनेजरों का एक ही जवाब मिल रहा है, सब्सिडी के बारे में जानकारी नहीं है।
फिल्टर प्लांट के खराब पंपों व टरबाईन की मरम्मत पूरी
नल में टोटी लगाएं और नलों में टूल्लू पंप का उपयोग न करें- नपाध्यक्ष
छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 15 मार्च। आर्थिक संकट व संसाधन की कमी के बावजूद बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने नगर पालिका की कोशिश निरंतर जारी है। 15 मार्च से शहरवासियों को तीन समय पानी की सप्लाई की जाएगी। इसके लिए 100 लोगों की ड्यूटी लगाई हैए जो दिन रात ड्यूटी पर तैनात रहेंगे।
यह बात नगर पालिका अध्यक्ष प्रकाश चंद्राकर ने रविवार दोपहर आयोजित प्रेसवार्ता में कहीं है। उन्होंने शहरवासियों से अपील की है कि घरेलू नल कनेक्शन में टोटी लगाएं और नलों में टूल्लू पंप का उपयोग न करें। उन्होंने कहा कि गर्मी के मद्देनजर तीन समय पेजयल आपूर्ति की जाएगी। यदि इस दौरान कोई भी टूल्लू पंप का उपयोग करते पाया गया तो, नल का कनेक्शन काट दिया जाएगा और टूल्लू पंप को राजसात कर लिया जाएगा।
सोमवार सुबह साढ़े 6, दोपहर 2 एवं शाम 7 बजे यानी तीन बार पानी की सप्लाई होगी। उन्होंने कहा कि इस बार 1 करोड़ लीटर पानी की सप्लाई शहरवासियों को की जाएगी। कोरोना काल में नगरपालिका की माली हालत ठीक है फिर भी हम किए गए वादों को पूरा कर रहे हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि बार-बार मांगने के बाद भी राज्य शासन से अभी तक पेयजल के लिए फंड नहीं मिला है। फिर भी हमने जनता से जो वादा किया है। उसने निभाते हुए इस साल भी तीन टाईम पानी दिया देंगे। फिल्टर प्लांट व इंटकवेल में सारी व्यवस्था पूरी कर ली गई है। गर्मी के दिनों में शहर के नल कलेक्शनधारियों को तीन टाइम पानी देने वाली राज्य की पहली पालिका महासमुन्द है।
श्री चंद्राकर ने बताया कि फिल्टर प्लांट के तमाम खराब पंपों व टरबाईन की भी मरम्मत करा ली गई है। इसके अलावा फिल्टर प्लांट की खराब जालियां भी बदल दी गई है। पालिका अब गर्मी भर शहर के कनेक्शनधारियों को पानी तीन टाइम देगी। इससे पानी की किल्लत दूर हो जाएगी। नगर पालिका का यह दूसरा साल है, जब गर्मी के दिनों में तीन टाइम पानी की सप्लाई की जा रही है। इसके अलावा एक खास बात और है कि शहर टैंकर मुक्त हो गया है।
गर्मी के दिनों में यहां के वाडों में अब टैंकर से पानी की सप्लाई नहीं होती है। पालिका ने तीन टाइम पानी देने के साथ-साथ जिन घरों में नल नहीं है, वहां मोहल्ले में 10 हजार लीटर पानी टंकी लगाकर लोगों को पेयजल की सप्लाई कर रहा है। श्री चंद्राकर कहा कि शहर की जनता को गर्मी के दिनों में पानी की किल्लत नहीं होने का वादा किया था। पिछले वर्ष गर्मी के दिनों में शहरवासियों को तीन टाइम पानी की सप्लाई की। किसी भी वार्ड में पानी की किल्लत नहीं हुई।
इस साल भी सभी वार्डों में पानी की सप्लाई तीन टाइम 15 मार्च से होगी। उनका कहना है कि इस बार पानी की रफ्तार भी तेज रहेगी। क्योंकि नए पाइपलाइन से कनेक्शन जुड़ गया है। जिन वार्डों में नहीं जुड़ा है, वहां को जोडऩे का काम जारी है। इसके अलावा कुछ ही वार्डों में पाइपलाइन बिछाने का काम शेष रह गया है, इस साल वह भी पूरा हो जाएगा।
पालिका के जल प्रभारी के मुताबिक इंटकवेल में तीन 50-50 एचपी का तीन टरबाईन लगा है। जो नदी के पानी को खींचकर फिल्टर प्लांट तक ले जाता है। ये कुछ महीनों से खराब था, लेकिन उसकी मरम्मत कर ली गई है।
महानदी से पानी खींचने के लिए तीनों टरबाईन चलेगी। इसके अलावा फिल्टर प्लांट में फिल्टर यूनिट में लगी जालियां भी जर्जर हो गई थी, जो टूट गई थी, उसे भी बदल कर नई जाली लगा दी गई है। मालूम हो कि शहरवासियों को पानी सप्लाई के लिए शहर में सात टंकियां है। इन्हीं टंकी के माध्यम से पूरे शहर में पानी की सप्लाई होती है। गर्मी के दिनों में इस टंकियों को अब तीन बार भरा जाएगा। ताकि सप्लाई तीन बार आसानी से हो सके। पानी की किल्लत न हो, इसके लिए पालिका ने पानी टंकी के नीचे तीन लाख लीटर का सम्पवेल भी लगाया है। यह सुविधा सभी सातों टंकियों में है।
बौद्ध भिक्षुओं से ‘छत्तीसगढ़’ की बातचीत
उत्तरी विदानी
महासमुंद, 15 मार्च (‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता)। सिरपुर में कल शाम तीन दिनी समारोह में शामिल होने के बाद वापस लौटते हुए बौद्ध भिक्षुओं से ‘छत्तीसगढ़’ ने मुलाकात करते हुए बात की। इस दौरान उन्होंने कहा कि सिरपुर छत्तीसगढ़ ही नहीं बल्कि देश और दुनिया के लिए अहम स्थान रखता है। यह स्थान बीते कई पीढिय़ों की कहानियां कहता है और आने वाली कई पीढिय़ों के लिए अपने गर्भ में ढेर सारी संपदाएं संजोकर रखा हुआ है। हम हर साल आकर केवल बुद्ध के बारे में चिंतन नहीं करते, बल्कि मानव समाज और उनकी सभ्यता के बारे में चिंतन करते हैं, विश्लेषण करते हैं। हम मनुष्य समाज की शक्तियों को सही दिशा की ओर ले जाने संकल्पित हैं। जाने कहां और कब हमारा अंत हो, इससे पहले हम सारे विश्व को शांति का संदेश देने की कोशिश में हैं। हम बताना चाहते हैं कि धरोहर को संरक्षित कर खासकर युवा पीढ़ी को समाज को इससे जोड़ें, ताकि युवा अपने अपने देश की बागडोर चिरस्थाई ढंग से संभालें। हम राजनीति के विरोधी नहीं हैं बल्कि हम चाहते हैं कि राजनीति को समाज से जुड़े रहने की परम्परा का निर्वाह होना चाहिए।
रविवार शाम साढ़े तीन बजे सिरपुर में बौद्ध भिक्षु थेरो पामन्द्र बौद्ध विहार आमला बरेली उत्तरप्रदेश, बुद्धिष्ट इंटरनेशल नेटवर्क भिक्षु संघ के प्रभारी भिक्षु अक्षय दीप उत्तरप्रदेश, भिक्षु धम्मेरत्न हरदोई उत्तरप्रदेश, भंते धम्मुचेति, चंद्रपुर महाराष्ट्र, भंते सेनुत्तर टोडोबा चद्रपुर महराष्ट्र, भिक्षु डॉ. संघदीप महाराष्ट्र, भंते महेन्द्र चंद्रपुर महाराष्ट्र, भंते प्रियदर्शी तपोवन बुद्ध विहार चंद्रपुर, भंते श्रीपल्ली गुजरात, भंते बोधिरत्न पन्ना मध्यप्रदेश से मुलाकात हुई। ये सभी अंतरराष्ट्रीय बौद्ध सम्मेलन सिरपुर से लौटने की तैयारी में थे। इनसे ही पता चला कि चीन, जापान, कोरिया, नेपाल आदि 13 देशों से पहुंचे भिक्षु 14 मार्च की सुबह-सुबह लौट चुके हैं।
सिरपुर के बारे में इनका कहना है कि यह भगवान बुद्ध, शिव और विष्णु का अद्भुत स्थान है। यहां की पूरी विरासत दुनिया की विरासतों से ज्यादा खास है। हम बुद्ध के बार में नई-नई जानकारियां एकत्र कर मानव समाज को समर्पित करते हैं। सिपुर में हमें अनेक जानकारियां हासिल हो सकती हैं। यदि यहां पर्याप्त खुदाई हो और खुदाई में मिले अवशेषों का संरक्षण सही ढंग से हो तो यह स्थान विश्व के आकर्षण का केन्द्र बन सकता है। दुनिया का कोई भी पुरातत्व विशेषज्ञ यहां मिले निशानियों को झुठला नहीं सकता। यह देश का ही नहीं बल्कि विश्व शांति का केन्द्र बन सकता है। यहां की मिट्टी के गर्भ में अकूत पुरातात्विक सम्पदा हैं। यदि शासन प्रशासन चाहें तो सिरपुर को वापस विश्व मंत्रणा का केन्द्र बनाया जा सकता है। जिसकी खोज में दुनिया के तमाम वैज्ञानिक जुटे हुए हैं, बरसों से, वह सारा सामान सिरपुर की धरती के भीतर है।
सिरपुर में पुरातात्विक अवशेष से छेड़छाड़- डॉ. रतन लाल
पूरे भारत में बुद्ध की विरासत पर डाका डाला गया है। ये घटना नहीं, संकेत है कि यहां भी डाका डाला जाएगा। ऐसे में इसे अंतरराष्ट्रीय पहचान देते हुए सिरपुर में बौद्ध विवि खोला जाए। यहां खुदाई में जो स्ट्रक्चर मिले हैं, उसे बाजार का अवशेष कहा गया, लेकिन यह वास्तव में बाजार नहीं यहां विश्वविद्यालय के अवशेष हैं। यह कहना है दिल्ली विश्वविद्यालय के इतिहास विभाग के प्रोफेसर डॉ. रतन लाल का। वे तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सिरपुर बौद्ध महोत्सव और शोध संगोष्ठी में शामिल होने के लिए सिरपुर पहुंचे हुए थे।
उन्होंने कहा कि सिरपुर को मैनुफैक्चरिंग आर्कियोलॉजी बनाया गया है। यहां पुरातात्विक अवशेष के साथ छेड़छाड़ किया गया है। किसने कहा कि यहां खुदाई में बाजार मिला है, ये बाजार नहीं है बल्कि विवि का कैंपस है। क्योंकि यहां 10 हजार बौद्ध भिक्षु अध्ययनरत थे, इसलिए ये विश्वविद्यालय है। इनका आरोप है कि यहां के पुरातात्विक मूर्तियों के साथ छेड़छाड़ की गई है। यहां खोज नहीं किया गया, बल्कि अवशेषों को दबाने का काम किया गया है।
बातचीत के दौरान डॉ. रतन लाल ने कहा कि राजनीतिक कारणों से तथ्यों में मिलावट हुई है। सिरपुर की खुदाई में जितनी चीजें मिलना बताया गया, उन सभी का दस्तावेज कहां है, इसे आज तक सार्वजनिक नहीं किया गया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बसना, 14 मार्च। बसना के किसान सप्ताह में 3 दिन गोबर खरीदने की लिमिट से नाराज हैं। शनिवार को उन्होंने कलेक्टर के नाम से तहसीलदार और एसडीएम सरायपाली को ज्ञापन सौंपा। जिसमें पूरा गोबर खरीदने की मांग की है।
ज्ञात हो कि राज्य सरकार ने किसानों को बढ़ावा देने के लिए गो पालने का आश्वासन दिया और गोबर खाद खरीदने के लिए लगभग हर पंचायत में गौठान का निर्माण किया गया और किसानों से गोबर खरीदना शुरू कर दिया। इसी तरह बसना में भी गोबर खरीद जा रहा था जिसमे नापतौल के काटा को लगभग 30 फीसदी के हिसाब से फर्क़ रखे थे । जिसे बसना के गो पालको ने पकड़ लिया। तब कहीं जा करके नापतौल के कांटे को बदला गया। जिसके हिसाब से लगभग 51हजार क्विंटल गोबर अधिक लिया गया था। फिर भी गो पालक किसानों ने कुछ नहीं बोला।
किसानों का आरोप है कि नपं के अफसर ने सप्ताह में 3 दिन गोबर खरीदने की बात कही है। और लिमिट मात्रा में एक किसान से 15 से 20 किलो गोबर खरीदेंगे। इसके बाद किसानों से गोबर को खरीदने के लिए इनकार कर दिया। किसान नाराज होकर कलेक्टर के नाम से शनिवार को ज्ञापन सौंपा। किसानों का कहना है कि सरकार गोबर खरीदे तो सबको खरीदे आधा क्यों? किसानों का कहना है कि सरकार गो पालने का आश्वासन दिया और गोबर खरीदा। लेकिन राज्य के सभी गौठान तथा गोबर खरीदी केंद्र में अन लिमिटिड गोबर खरीदा जा रहा है। लेकिन बसना में सप्ताह में 3 दिन गोबर खरीदने का मौखिक आदेश क्यों दिया। किसानों का कहना है, कि सरकार गोबर खरीदे तो पूरा खरीदे आधा क्यों इस संबंध में बसना नगर पंचायत सीएमओ से पूछने पर ‘छत्तीसगढ़’ को बताया कि सरकार का मौखिक आदेश है लिखित नहीं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बसना, 14 मार्च। आज बसना थाना में पुलिस अधीक्षक महासमुंद प्रफुल्ल कुमार ठाकुर के निर्देशन में एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मेघा टेम्भूरकर साहू, पुलिस अनु. अधिकारी के मार्गदर्शन में महासमुन्द पुलिस विभाग के द्वारा थाना बसना में महिलाओं की सुरक्षा जागरूकता विषय पर जिले में सात दिवसीय जागरूकता कार्यक्रम के तहत ‘अभिव्यक्ति’ कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
महिला सुरक्षा विषय पर विस्तृत उद्बोधन दिया गया। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक द्वारा प्रेषित महिला संबंधित अपराधों का पॉम्पलेट वितरण कर महिलाओं-बालिकाओं को घरेलू हिंसा, छेडख़ानी, लैंगिक उत्पीडऩ, साइबर सुरक्षा, पाक्सो एक्ट, आत्म रक्षार्थ, पीडि़त क्षतिपूर्ति योजनाओं, मानव तस्करी, टोनही निवारण, नशा मुक्ति, आदि से संबंधित जानकारी दी गई।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
पिथौरा, 14 मार्च। महासमुन्द डाक संभाग के 45 ग्रामों को सुकन्या ग्राम घोषित किया गया है। संभाग के ग्रामीण डाकघर शासन की सभी योजनाओं के क्रियान्वयन में सबसे आगे है।
नगर के जनपद सभागार में आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रवर अधीक्षक हरीश महावर ने उपस्थित डाक सेवकों को संबोधित करते हुए आगे कहा कि जनता के नजदीक सुदूर ग्राम तक पहुंच में भारतीय डाक विभाग की अग्रणी भूमिका है। हर क्षेत्र में आज विभाग की साख बढ़ी है और गरीब जनता से लेकर सभी वर्गों के लिए बचत का सशक्त और पारदर्शी कार्य डाक विभाग संचालित कर रहा है।
आगे कहा कि ग्रामीण डाक सेवक आम जनता के घरों तक पहुंच रहे हैं। लोगों को स्वावलंबी बनाने के साथ, साथ बचत के लिए भी प्रेरित कर रहे हैं। रायपुर डाक संभाग आज भी डाक जीवन बीमा, ग्रामीण डाक जीवन बीमा, सुकन्या समृद्धि, योजना इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक के खाता खुलवाने आधार पेमेंट, करने सभी क्षेत्रों में आगे है और इसका श्रेय हमारे ग्रामीण डाककर्मियों को जाता है।
डाक अधीक्षक जे एस पारधी ने उपस्थित कर्मियों को एकता के साथ-साथ विभागीय कार्य और दिए गए लक्ष्यों को पूर्ण करने के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया। महासमुंद उपसंभाग के डाकनिरीक्षक शैलेंद्र ठाकुर ने अपने उप संभाग के अब तक के कार्यों का ब्यौरा प्रस्तुत किया। सेवानिवृत्त हुए सुकुल राम एवं शिव प्रसाद साहू का शाल, श्रीफल से सम्मानित किया। कार्यक्रम में ग्रामीण डाक सेवक संघ के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष लखन डडसेना ने कर्मियों के रुके कमीशन और कुछ अन्य मांगों को पूर्ण करने ज्ञापन सौंपा। कार्यक्रम का संचालन नरेंद्र साहू एवं लखन डडसेना ने किया।
कार्यक्रम में बागबाहरा के उप डाकपाल दीपक यादव, सरायपाली के उप डाकपाल जेआर ध्रुव, महासमुंद के उप डाकपाल संजय ठाकुर सिस्टम मैनेजर समीर सहित डाक सहायक अंकित नेहरा कोमल सिंह डाक अधिदर्शक रवि ध्रुव एवं हरिराम नायक शामिल हुए। कार्यक्रम में आभार प्रदर्शन पिथौरा के उपडकपाल प्रवीण बंजारा ने किया।
आज के कार्यक्रम में डाक विभाग ने करीब 14 करोड़ का बीमा व्यवसाय प्राप्त किया। कार्यक्रम में सर्वाधिक बीमा करने वाले डाक कर्मियों, सर्वाधिक सुकन्या खाता खोलने वालों, सर्वाधिक इंडिया पोस्ट पेमैंट बैंक से भुगतान करने वाले कर्मियों को भी पुरस्कृत किया गया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
पिथौरा, 14 मार्च। महासमुंद,जिले में इस वर्ष एक महिला समूह ने हर्बल गुलाल तैयार किया है। महिला समूह का दावा है कि उनके द्वारा निर्मित गुलाल पूरी तरह हर्बल है जो फूलों से बनाया गया है। इसमें खुशबू के लिए भी सुगन्धित फूलों का ही इस्तेमाल किया गया है।
बताया जाता है कि इस बार जिले की एक महिला स्व सहायता समूह के स्वरोजगार से जुड़ी महिलाएं दिन-रात हर्बल गुलाल तैयार करने में जुटी हैं। समूह की महिलाओं का दावा है कि इस गुलाल को लगाने से चेहरे पर कोई साइड इफेक्ट नहीं होता है। महिला स्वसहायता समूह के द्वारा तैयार किए जा रहे उक्त हर्बल गुलाल और हर्बल रंग की कई विशेषताएं हैं। इसमें फूलों के रंग का इस्तेमाल किया जाता है।
इतना ही नहीं गुलाल और रंग में सुगन्ध के लिए भी फूलों का ही इस्तेमाल किया जा रहा है। इसमें किसी भी तरह का केमिकल नहीं मिलाया जा रहा है, जो नुकसान करे। इसी कारण इस गुलाल और रंग की मांग जि़ले ही नहीं प्रदेश के अन्य हिस्सो से भी आ रही है। वहीं, महिलाओं को घर बैठे स्वरोजगार भी उपलब्ध हो रहा है।
महासमुन्द विकासखण्ड के ग्राम पंचायत बिरकोनी के माया महिला स्व सहायता समूह द्वारा इस वर्ष की होली के लिए जड़ी, बूटी व फूलों से हर्बल गुलाल बनाने का कार्य कर रही है।
संस्था से जुड़ी 10 ग्रामीण महिलाओं के द्वारा होली के लिए हर्बल गुलाल बनाया जा रहा है। समूह की डैडी इन्द्राणी कश्यप ने बताया कि सिफऱ् एक दिवसीय प्रशिक्षण पाकर महिलाओं के द्वारा प्राकृतिक साग-भाजी, टेसू फूल आदि से हाथों से इस हर्बल गुलाल को तैयार किया जा रहा है। उन्होंने दावा किया है कि इस गुलाल का कोई साइड इफेक्ट नहीं है। महिलाएं घर बैठे इस अबीर को तैयार कर रही है ताकि उन्हें आर्थिक लाभ के साथ-साथ स्वरोजगार मिल सके।
महिलाओं का स्वरोजगार
हिन्दू पर्व होली में केमिकल मिश्रित रंग गुलाल से आंखों में एवम शरीर के नाजुक अंगो में इसका सुसप्रभाव देखने मिलता रहता है।परन्तु इस बार प्रदेश में महिला समूहों का गठन कर महे स्वरोजगार के अवसर देने से अब महिलाएं स्वयम का रोजगार कर अपना घर परिवार आसानी से चल रहा है।इसके अलावा विभिन्न अवसरों पर समूह द्वारा पूरी तरह हर्बल वस्तुओं से दैनिक उपयोग की सामग्री बना कर आम उपभोक्ताओं की गाढ़ी कमाई बचा रही है वही रासायनिक पदार्थो से बने उत्पादों को भी टक्कर देकर देशी अपना कर स्वस्थ रहने का मंत्र भी दे रही है।
माया समूह की महिलाओं ने बताया कि अभी वे पीला, संतरा, लाल एवं चंदन रंग के गुलाल का निर्माण कर रही है। जिसका विक्रय स्व-सहायता समूह की महिलाओं द्वारा गौठान परिसर बिरकोनी के दुकान के माध्यम से किया जा रहा है। जल्दी ही आसपास के जंगलों में जाकर टेसू फूल चुनकर उनका भी हर्बल गुलाल बनाया जाएगा। इंद्राणी ने बताया कि हर्बल गुलाल का आर्डर स्व-सहायता समूह के मोबाईल नम्बर में कॉल करके भी ले सकते है। हर्बल गुलाल बनाने में हल्दी, इत्र, पलास का फूल एवं खाने का चुना आदि का उपयोग किया गया है। 100 ग्राम हर्बल गुलाल की क़ीमत मात्र 10 रुपए है । वर्तमान में समूह द्वारा 06 किलोग्राम गुलाल निर्मित किया जा चुका है और हर्बल गुलाल बनाने का कार्य किया जा रहा है।
समूह की महिलाओं को हर्बल गुलाल बनाने का प्रशिक्षण गत 25 फरवरी को बिरकोनी के गौठान में कृषि महाविद्यालय कांपा के प्रशिक्षकों के द्वारा दिया गया था।
मुख्य कार्यपालन अधिकारी जि़ला पंचायत डॉ. रवि मित्तल ने बताया कि समूह से जुड़ी महिलाओं को उनकी अभिरुचि और स्थानीय बाज़ार माँग और समय को देखते हुए विभिन्न कार्यों के प्रशिक्षण की व्यवस्था की गई है । इसके अलावा कई तरह के प्रशिक्षण दिया गया है ताकि महिलाएं घर बैठे ही स्वरोजगार से जुड़ सके हैं और उसका लाभ ले सकें। कुटीर उद्योग को बढ़ावा देने और महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रशिक्षण दिए जा रहे है।
उन्होंने कहा कि गोधन योजना के तहत जि़ले की गौठानो में मल्टीएक्टिविटी भी की जा रही है। उन्होंने बताया की अभी होली आने वाली है इसलिए महिलाओं को हर्बल गुलाल बनाने का प्रशिक्षण दिया गया है। महिलाएं अपने गांव में घरों में एक साथ बैठकर आरारोट और नेचुरल रंग से हर्बल गुलाल तैयार कर रहे हैं। इस हर्बल गुलाल को बाजार में बिक्री के बाद महिलाओं को काफी फायदा होगा और उन्हें घर बैठे स्वारोजगार भी मिलेगा, जिससे महिलाएं आत्मनिर्भर बनेगी। राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को प्रशिक्षित करके इस स्तर पर लाया जाता है कि उनके द्वारा तैयार किए गए समान को बाजार में एक अच्छी क्वालिटी के साथ उपलब्ध कराया जा सके।
बोले-युवराज के लगाए छक्के और सचिन के चौके जीवन भर याद रहेंगे
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद 14 मार्च। विशेष पिछड़ी आदिवासी जनजाति कमार के कक्षा 20 वी और 12 वी के 27 विद्यार्थियों ने शनिवार को नवा रायपुर स्थित शहीद वीर नारायण सिंह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम पहुंचें और रोड सेफ्टी क्रिकेट वल्र्ड सीरीज 2021 के अन्तर्गत इंडिया लीजेंड और साउथ अफ्रीका लीजेंड के बीच हुए मैच का आनंद लिया। युवी की बल्लेबाज़ी देख रोमांचित हुए। खुश होकर बोलें युवराज के लगाए छक्कों और सचिन के चौक़े जीवन भर याद रहेंगे।
छात्र-छात्राओं ने इस यादगार पल के लिए कलेक्टर और सीईओ जि़ला पंचायत का आभार व्यक्त किया। देर रात सभी छात्र सुरक्षित घर पहुँच गए । कलेक्टर डोमन सिंह ने ख़ास तौर पर क्रिकेट मैच के टिकट के साथ आने-जाने और भोजन आदि की व्यवस्था की। कलेक्टर डोमन सिंह और डॉ.मित्तल ने इन बच्चों को स्कूल के पाँच शिक्षकों के साथ बस द्वारा मैच देखने के ख़ास इंतज़ाम किए थे।
ज्ञात हो कि छत्तीसगढ़ एक ऐसा राज्य है जो अपने अंदर कई तरह की विशिष्टताओं को समेटे हुए है। यहां की आदिवासी जनजातियां, उनकी सभ्यता और संस्कृति हमेशा से ही दुनिया को अपनी ओर आकर्षित करती रही हैं। इन्हीं में से एक यह विशेष पिछड़ी कमार जनजाति। जनजाति को विशेष संरक्षित जनजाति का दर्जा प्राप्त है और इसके साथ ही इन्हें राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र कहा जाता है। कलेक्टर अन्य जाति के साथ जाति के परिवारों पर विशेष ध्यान दे रहे है। महासमुंद जिले के महासमुंद एवं बागबाहरा विकासखण्ड में भी इनके कुछ परिवार निवासरत हैं। इस जनजाति को भारत सरकार द्वारा विशेष पिछड़ी जनजातिका दर्जा दिया गया है।
मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. रवि मित्तल ने बताया कि महासमुंद जि़ले में इन कमार आदिवासी महिलाओं को बिहान समूह और पुरुषों को स्व रोजगार से जोडऩे और उन्हें अभिरुचि के अनुसार विशेष प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है । बच्चों की पढ़ाई लिखाई का विशेष ध्यान रखा जा रहा है ।
ज्ञात हो कि अभी अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके कलेक्टर डोमन सिंह ने पिछड़ी जनजाति कमार जाति के एक वर्ष से 49 उम्र की बालिकाओं -महिलाओं की अच्छी सेहत की फि़क्र कर मुख्यमंत्री सुपोषण योजना के तहत उनके आहार में अण्डा देने की अभिनव पहल की है । इस अनूठी पहल में इस जाति के 3 वर्ष से लेकर 6 वर्ष के बच्चों को भी अण्डा मिल रहा है । आंगनबाड़ी कार्यकर्ताएं सप्ताह में तीन दिन चिह्नांकित परिवारों की 1500 से ज़्यादा बालिकाओं और महिलाओं के साथ 100 से ज़्यादा बच्चों उनके घर अण्डा पहुँचा रही है । ताकि कुपोषित बच्चों और एनिमिक पीडि़त महिलाओं की सेहत में जल्दी सुधार हो सके । इससे पहले कलेक्टर ने इन बच्चों को अपने सरकारी निवास पर आमंत्रित किया था। वनाधिकार पट्टा भी मुहैया कराया गया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 14 मार्च। कंपनी का महत्वपूर्ण डाटा लैपटॉप और पेन ड्राइव लेकर प्रोडक्शन मैनेजर के फरार होने का मामला सामने आया है। इसकी रिपोर्ट आज कंपनी के स्टेट मैनेजर ने दर्ज कराई है।
बिरकोनी स्थित मनोरमा इण्डट्रीज लिमिटेड स्टेट मैनेजर गौतम दास ने महासमुंद पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कर बताया है कि उनके कंपनी का महत्वपूर्ण डाटा लैपटॉप और पेन ड्राइव लेकर यहां पदस्थ मैनेजर भाग गया है। उन्होंने अपने आवेदन में पुलिस को बताया है कि वेस्ट गोदावरी आंध्रप्रदेश के रहने वाले श्रीहरि पिल्लई रामाराव (48) इस कंपनी में मैनेजर प्रोडक्शन के पद पर कार्यरत था। जो यहां के गुप्त डाटा को बेचने की कोशिश कर रहा है।
ज्ञात हो कि फैक्ट्री में साल बीज से आयल, सिया बीज से आयल, आम गुठली से आयल निकाल कर उसका उपयोग कोको, बटर में इक्वीवेलेंट (सामान्य) चाकलेट उत्पादन में किया जाता है। इस कंपनी में आरोपी मैनेजर 8 मार्च 2019 से कार्यरत है। जिसमें कम्पनी की कम्पलीट ड्राईंग, कम्पलीट प्रोसेस डाटा, सिस्टम आफ प्रोडक्शन एवं इमपार्टेंट (महत्वपूर्ण) कंपनी की जानकारी, जिसमें स्पेशल टेक्नोलाजी को सुरक्षित रखने गोपनीय रखने एवं पूर्णरूपेण संभालकर रखने की पूरी जिम्मेदारी यहां के मैनेजर को दी गई थी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
पिथौरा, 13 मार्च। नगर में सक्रिय श्याम सेवा समिति द्वारा 14 एवम 15 मार्च को श्री श्याम फाल्गुन महोत्सव मनाया जाएगा।समिति से मिली जानकारी के अनुसार रविवार14 मार्च को नगर के प्रमुख हनुमान मंदिर से दोपहर 2 बजे एक विशाल निशान पदयात्रा निकाली जाएगी।ये यात्रा कार्यक्रम स्थल राइस मिल के सामने समाप्त होगी।इसके बाद 15 मार्च सोमवार को फुलेरा दूज के दिन कार्यक्रम स्थल पर भब्य दरबार लगेगा।इसमें अलौकिक श्रृंगार , अखंड ज्योति , छप्पन भोग ,सवामणी प्रशाद, फूलों की होली एवम इत्र वर्षा के बाद श्याम संकीर्तन में श्याम भजन का कार्यक्रम होगा।जिसमें मुम्बई से नम्रता करवा,अयोध्या से पप्पू सांवरिया,कोलकाता से संजय मित्तल एवम सराईपाली के खगेश डड़सेना भजन प्रस्तुत करेंगे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 13 मार्च। बिजली विभाग ने उपभोक्ताओं को बेहतर सुविधा देने के लिए मोर बिजली एप को अपडेट कर दिया है। इस अपडेट से उपभोक्ताओं को काफी राहत मिलेगी।
अब घर बैठे ही बिजली कनेक्शन के लिए आवेदन कर सकते हैं। इसके अलावा यदि कई बिजली फाल्ट दिखता हो तो इसकी फोटो खींचकर भी एप में डाल डालेंगे तो निकटतम बिजली केंद्र द्वारा समस्या को शीघ्र ही सुलझा लेगा। इसके अतिरिक्त विभाग ने गर्मी के पहले उपभोक्ताओं को कई प्रकार की सुविधा इस एप के माध्यम से दे रही है।
विद्युत विभाग से मिली जानकारी के अनुसार मोर बिजली एप अब 12 प्रकार की सुविधाएं से लैस है। ये सभी सुविधाएं काफी एडवांस और उपभोक्ताओं के लिए बड़े काम की है। पहले एप में बिल पटाना, बिल की रिपोर्ट देने जैसे काम ही हो रहे थे, लेकिन अब कनेक्शन के लिए आवेदन से लेकर शिकायत करने तक कई प्रकार की सुविधाओं को समावेश किया गया है। इस अपडेट की वजह उपभोक्ताओं को बेहतर सुविधा के साथ उन्हें विद्युत विभाग के चक्कर लगाने के झंझट से मुक्ति देना है। इस एप के माध्यम से मिलने वाले आवेदन पर विभाग जल्द ही समस्या को दूर करेगा।
मोर बिजली एप में पहले सिर्फ 6 माह बिल और पेमेंट दिखता था। इसे अपडेट कर 1 साल का कर दिया गया है। अब उपभोक्ता बिजली बिल के लेने के अलावा एक साल का हिसाब इस एप में देख सकता है। पहले एप में उपभोक्ता सिर्फ अपना ही बिजली बिल पटा सकता था, अब पड़ोसी दोस्त यार सहित अन्य लोगों का भी पेमेंट कर सकता है। इस एप में सबसे बड़ा अपडेशन इमरजेंसी विंडो है।
गर्मी के दिनों में आमतौर पर ट्रांसफार्मरों में आग लगने की शिकायत मिलती है। वहीं बारिश में तार टूटनेए खम्मा गिरने की शिकायत आती है। लोग घटना स्थल पर होते हुए शिकायत नहीं कर पाते है, क्योंकि उन्हें बिजली विभाग का नंबर मालूम नहीं होता है।
अब इस एप की मदद से लोग आसानी से शिकायत कर सकेंगे। इस एप की मदद से उन्हें घटना स्थल का बस फोटो खींचकर अपलोड करना होगा। फोटो खींचते वक्त जीपीएस लोकेशन ऑन करना होगा। फोटो नजदीक बिजली केंद्र में स्वत: ही चली जाएगी।
शिकायतकर्ता को एक शब्द लिखने की ज़रुरत नहीं है। कोई भी राह चलता व्यक्ति इस प्रकार की शिकायत कर सकता है। बिजली कनेक्शन के लिए आवेदन देने के लिए अब लोगों को विद्युत विभाग के दफ्तर की ज़रुरत नहीं है। मोर बिजली एप में आवेदन करने की सुविधा दी गई है। आवेदन स्वीकृत होने के बाद उपभोक्ता को मोबाइल पर ही डिमांड नोट भेज दिया जाएगा। इसके बाद उपभोक्ता ऑनलाइन या ऑफलाइन पेमेंट जमा कर सकता है। पेमेंट होने के बाद बिजली कनेक्शन मिल जाएगा।
महासमुन्द, 13 मार्च। करुणा रोती है और ज्ञान हंसता है। आप रोइए, रोने से जन्मों के दोष धुल जाते हैं। जन्म-जन्मांतर का मैल केवल आंसुओं से धुलता है। पत्थर दिल अर्थात जिसमें करुणा, दया व प्रेम नहीं हो वह रो नहीं सकता।
साहेब को जानना है, उन्हें पाना है तो कोमल हृदय का होना पड़ेगा। साहेब को मान रहे हैं तो आपके भीतर दया व करुणा के गुण आना चाहिए। शैतान सबके अंदर हैं और परमात्मा भी सबके अंदर हैं। जिस पल किसी और की पीड़ा से आपके आंसू टपकने लगे तो जान लीजिए कि आपके भीतर साहेब विराजमान हो गए हैं। उक्त बातें कल शुक्रवार से आयोजित सद्गुरू कबीर सत्संग समारोह में महंत अमरदास साहेब ने कहा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 13 मार्च। आपके द्वार आयुष्मान अभियान का शुभांरभ संसदीय सचिव एवं महासमुन्द विधायक विनोद चंद्राकर के द्वारा 6 मार्च को किया गया।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एन.के.मंडपे ने बताया कि इस अभियान के तहत् 01 मार्च 2021 से 31 मार्च 2021 तक आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना डा. खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना अंतर्गत पात्र परिवारों का लोक सुविधा केन्द्रों च्वाइस सेंटरों एवं ग्रामों में शिविर आयोजित कर नि: शुल्क पंजीयन किया जा रहा है। अभियान के दौरान लोक सुविधा केन्द्र च्वाइस सेंटरों एवं शिविर में पात्र हितग्राहियों का पंजीयन कर आयुष्मान कार्ड कागज में प्रिंट कर प्रदान किया जाएगा। कुछ दिनों उपरांत लोक सुविधा केन्द्र च्वाइस सेंटरों के केन्द्रीय कार्यालय से हितग्राहियों के प्लास्टिक कार्ड सम्बंधित च्वाइस सेंटरों को प्रेषित किया जाएगा।
च्वाइस सेंटर को प्लास्टिक कार्ड प्राप्त होने के बाद सूचना हितग्राहियों को दी जाएगी। हितग्राही जिस च्वाइस सेंटर में अपना पंजीयन कराएं है वहीं से पुन: बायोमेंट्रिक अथेंटीकेशन उपरांत प्लास्टिक आयुषमान कार्ड प्राप्त कर सकेगें।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 13 मार्च। पंडित रविशंकर शुक्ल विवि की ओर से जारी मेरिट सूची में इस बार पीजी कॉलेज के 4 छात्र-छात्राओं ने अपना स्थान बनाया है। ये सभी टॉप 10 की सूची में शामिल है। कॉलेज के छात्र-छात्राओं को इस प्रदर्शन के लिए इतिहास विभाग की ओर से सम्मानित किया गया।
शुक्रवार को कॉलेज परिसर में सम्मान समारोह के साथ इतिहास परिषद का मनोनयन किया गया। इतिहास विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. रीता पाण्डेय के संयोजन में आयोजित इस कार्यक्रम में कॉलेज की प्राचार्य डॉ जयोति पाण्डेय बतौर अतिथि शामिल हुई।
इस दौरान मेरिट सूची में स्थान बनाने वाले लोकेश सिन्हा तीसरा स्थान, हीराधर ध्रुव सातवां स्थान, गंगा टंडन आठवां स्थान एवं ज्योति नवां स्थान को डॉ. ज्योति पाण्डेय एवं इतिहास विभाग की ओर से प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।
इस अवसर पर प्राचार्य डा. ज्योति पाण्डेय ने विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि कुछ बनने के लिए लक्ष्य निर्धारण करना जरूरी है। विद्यार्थी को विश्वास और निष्ठा से अध्ययन करना चाहिए।
डॉ. जया ठाकुर विभागाध्यक्ष समाजशास्त्र ने कहा कि इतिहास में मेरिट आने वाले विद्यार्थी महाविद्यालय को गौरवान्वित किया है। इसी तरह डा. मालती तिवारी विभागाध्यक्ष राजनीतिशास्त्र ने कहा कि विद्यार्थियों में प्रतिस्पर्धा की होड़ होनी चाहिए। बिना ज्ञान एवं मेहनत के कुछ भी प्राप्त नहीं होता। डॉ. दुर्गावती भारतीय सहायक प्राध्यापक हिन्दी. सीमारानी प्रधान सहायक प्राध्यापक हिन्दी ने भी सभा को संबोधित किया।
इस अवसर पर सत्र 2020.21 हेतु इतिहास परिषद के लिए पदाधिकारियों का मनोनयन किया गया। इसें अध्यक्ष धन्नू बघेल, उपाध्यक्ष दुर्गा साहू, सचिव नेहा यादव, सहसचिव थलेश साहू, सांस्कृतिक प्रभारी टामेश्वरी साहू, खिलेश्वरी माण्डले, सीनल बरडिया, मीडिया प्रभारी उषा साहू, नीतू साहू मनोनित किए गए। कार्यक्रम का संचालन सीनल बरडिया ने एवं आभार प्रदर्शन डॉ.रीता पाण्डेय ने किया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 13 मार्च। जिला कांग्रेस कमेटी महासमुन्द की बैठक स्थानीय कांग्रेस भवन में विधायक देवेंद्र बहादुर, विधायक विनोद सेवन लाल चंद्राकर, विधायक द्वारकाधीश यादव, जिला अध्यक्ष डॉ. रश्मि चंद्राकर एवं पूर्व संसदीय सचिव मकसूदन लाल चंद्राकर की उपस्थिति में संपन्न हुई। बैठक में ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के 13 ब्लॉकों में संगठन के कार्यकारिणी के गठन के संदर्भ में विस्तृत चर्चा करते हुए दस व पंद्रह दिनों में संपूर्ण कार्यकारिणी के गठन करने का निर्देश ब्लॉक अध्यक्षों को दिया गया। उपस्थित सभी ब्लॉकों के अध्यक्षों ने विधायकों से संपर्क करके वरिष्ठ कांग्रेसीजनों से संपर्क करके संघर्षशील कांग्रेसीजनों को कार्यकारिणी में स्थान देने की बात कहीं।
बैठक के दूसरे महत्वपूर्ण बिंदु राजीव भवन के निर्माण के संदर्भ में विस्तृत चर्चा की गई। जिसमें कांग्रेस के वरिष्ठ कांग्रेसजनों ने अपनी पुरानी यादों को ताजा करते हुए कहा कि रायपुर का कांग्रेस भवन एवं महासमुन्द कांग्रेस भवन अपने आप में मिसाल है। साथ ही महासमुन्द का कांग्रेस भवन शहर के हृदय स्थल पर स्थापित है। आजादी के पश्चात इन कांग्रेस भवन में स्वतंत्रता सेनानी एवं वरिष्ठ कांग्रेसजनों ने तन मन धन से सहयोग करके अपने पराक्रम से भवन का निर्माण करने में योगदान दिया है। ठीक उसी प्रकार आज राजीव भवन के निर्माण की जिम्मेदारी हम सभी जनों के ऊपर है। हमें इस यज्ञ में बढ़ चढक़र हिस्सा लेना है।
उपस्थित कांग्रेसजनों ने राजीव भवन के निर्माण में खुले हाथों से सहयोग देने की बात कही और देखते ही देखते लाखों रुपए वहां पर एकत्रित किए हवन सामग्री की घोषणा भी कांग्रेसजनों के द्वारा की गई। समय-समय पर कांग्रेसजनों के द्वारा श्रमदान करके कांग्रेस भवन के निर्माण पर योगदान देने की बात भी रखी।
बैठक में 13 ब्लाक अध्यक्ष जिला कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारी युवक कांग्रेस सेवादल महिला कांग्रेसी विभिन्न प्रकोष्ठ के पदाधिकारी जिला पंचायत जनपद पंचायत के सदस्य, पार्षद वार्ड पंच, सरपंच एवं कांग्रेस के वरिष्ठ कांग्रेसी उपस्थित थे। बैठक की जानकारी जिलाध्यक्ष चन्द्राकर कांग्रेस के शहर अध्यक्ष खिलावन बघेल ढेलू निषाद जिला महामंत्री संजय शर्मा सयुक्त महासचिव सोमेश दावे, सुरेश द्विवेदी, प्रमोद चंद्रकार, गुरमीत चावला, सुनील चन्द्राकर, प्रदीप चन्द्राकर, इमरान, जावेद जाफरी, बसन्त चन्द्राकर एवं सारे कांग्रसी उपस्थित थे ।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 13 मार्च। महासमुन्द विकासखण्ड के ग्राम पंचायत बिरकोनी के माया महिला स्व सहायता समूह द्वारा इस वर्ष की होली के लिए जड़ी, बुटी व फूलों से हर्बल गुलाल बनाने का कार्य कर रही है। उनके द्वारा वर्तमान में पीला, संतरा, लाल एवं चंदन रंग के गुलाल का निर्माण किया जा रहा है। जिसका विक्रय स्वसहायता समूह की महिलाओं द्वारा गौठान परिसर बिरकोनी के दुकान के माध्यम से किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि हर्बल गुलाल का आर्डर स्वसहायता समूह के मोबाईल नम्बर 93400.00982 में कॉल करके भी दिया जा सकता है। हर्बल गुलाल बनाने मेंं हल्दी, ईत्र, पलास का फूल एवं खाने का चूना आदि का उपयोग किया गया है। वर्तमान में समूह द्वारा 06 किलोग्राम गुलाल निर्मित किया जा चुका है और हर्बल गुलाल बनाने का कार्य किया जा रहा है। समूह की महिलाओं को हर्बल गुलाल बनाने का प्रशिक्षण गत 25 फरवरी को बिरकोनी के गौठान में कृषि महाविद्यालय कांपा के प्रशिक्षकों के द्वारा दिया गया है।
3 साल में नगर सरकार जमीन नहीं तलाश पाई थी
आमसभा में फिर से यह मामला उठेगा- नेता प्रतिपक्ष
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 13 मार्च। नपा अध्यक्ष प्रकाश चंद्राकर कहते हैं कि बस स्टैंड की फाइल 2016 से लेकर 2018 तक चलती रही और 3 सालों में नगर सरकार बस स्टैंड के लिए जमीन नहीं तलाश पाई। इसी वजह से नए बस स्टैंड की फाइल अभी ठंड बस्ते में है। हमारी कोशिश इस ओर जारी रहेगी।
सभी पार्षदों की बातों का सम्मान करते हुए और आमजनों के हितों को ध्यान में रखते हुए हाईटेक बस स्टैंड निर्माण के लिए प्रयास जारी रहेगा। बता दें कि शहर में नए हाईटेक बस स्टैंड और ट्रांसपोर्ट नगर की मांग को जल्द पूरा करने के लिए नगर पालिका के सभापाति, नेता प्रतिपक्ष और पार्षद आम सभा में इस मुद्दे को उठाने वाले हैं। सभी का एक स्वर में कहना है कि नए बस स्टैंड के निर्माण के लिए बहुत पहले ही प्रस्ताव पास हो चुका है और पालिका के पास राशि भी आ चुकी है। लेकिन सही जगह पर जमीन का चयन नहीं हो पाने के कारण यह निर्माण अटका पड़ा है। इसलिए आमसभा में इस विषय को एक बार फिर से रखकर प्रशासन को जमीन के लिए पत्र लिखा जाए। इसके साथ ही ट्रांसपोर्टेशन से जुड़े हुए लोगों की सुविधा के लिए भी ट्रांसपोर्ट नगर की मांग करते आए की जाएगी। इन दोनों ही विषयों पर तेजी लाने के लिए शहर के पार्षद आम सभा में मांग रखेंगे।
जिला मुख्यालय में हाईटेक बस स्टैंड के निर्माण के लिए नगरीय प्रशासन विभाग ने स्वीकृति दी थी जिसके लिए 4.40 करोड़ रुपए की राशि भी पालिका को प्रदान की जा चुकी है। लेकिन जमीन के चयन के कारण ही नए बस स्टैंड का निर्माण रुका हुआ है। वर्तमान गुरूघासीदास बस अड्डे में यात्रियों के लिए पर्याप्त सुविधा के साथ बसों के खड़ी होने के लिए भी पर्याप्त जगह नहीं है। महासमुन्द शहर के लिए हाईटेक बस स्टैंड और ट्रांसपोर्ट नगर के लिए बजट से पहले होने वाली आमसभ में यह बात रखी जाएगी। पालिका के उपाध्यक्ष कृष्णा चंद्राकर, सभापति संदीप घोष, मनीष शर्मा, रिंकू चंद्राकर,नेता प्रतिपक्ष राशि महिलांग सहित पालिका के पार्षद मंगेश टांकसाले, अमन चंद्राकर का कहना है कि नए बस स्टैंड के लिए पहले संजय कानन व बेलसोंडा के पास जमीन देखी गई थी लेकिन कुछ कारणों के कारण जमीन का चयन नहीं हो पाया था और निर्माण पेंडिंग हो गया है। वहीं ट्रांसपोर्ट नगर की बात भी उठते रही है। इन निर्माण कार्यों के माध्यम से शहर के विकास के लिए इस बार जरूर चर्चा कर तेजी से करेंगे। बजट में भी इसके लिए बात उठाएंगे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 13 मार्च। द्रोणिका का असर पडऩे से रात में आंधी तूफान के साथ पानी गिरा और आज सुबह से भी तेज ठंडी हवा बह रही है। शुक्रवार को भी दिन भर बादल छाए रहे और शाम होते ही अंधड़ चली। मौसम में बदलाव होने से तापमान में भी गिरावट आ गई है। मौसम के बदलाव से सरसों, अलसी व सब्जी बोने वाले किसानों की चिंता बढ़ गई है। महासमुन्द जिले में 5 हजार हेक्टेयर में सब्जी व अन्य फसल किसानों ने लिया है।
मौसम विभाग के अधिकारियों की मानें तो 13 मार्च तक मौसम इसी तरह बना रहेगा। इन दिनों एक.दो स्थानों पर बारिश व ओले गिरने की संभावना जताई जा रही है। बता दें कि बारिश से सबसे ज्यादा परेशानी अलसी व सरसों की कटाई करने वाले किसानों को हो सकती है। वर्तमान में सरसो व असली की फसल पककर तैयार हो गई है। कई जगहों में कटाई चल रही है।
वहीं कई जगहों में कटाई पूरी हो गई है। कृषि विज्ञान केंद्र के संचालक एसके वर्मा ने बताया कि मौसम में बदलाव आया है। बारिश की संभावना है, इसलिए असली व सरसों व अलसी की कटाई करने वाले किसानों को अभी कटाई रोक देनी चाहिए, नहीं तो नुकसान हो सकता है। सब्जी की फसल लेने वाले किसानों को भी नुकसान होगा।
मौसम विभाग के एसपी चंद्रा के अनुसार मध्य महाराष्ट्र के उत्तरी भाग में एक चक्रीय चक्रवाती घेरा 0.9 किलोमीटर ऊंचाई पर स्थित है। जिले के 138 धान केंद्रों में 25 लाख क्विंटल धान खुले में पड़ा हुआ है। प्रशासनिक व्यवस्था की लापरवाही से खुले में पड़े धान का उठाव नहीं हो पा रहा है।
मौसम में बदलाव व बारिश की संभवना जताई जा रही है, इसके बावजूद अफसर उठाव को ध्यान नहीं दे रहे हैं। वर्तमान में मौसम बदल गया है। यदि बारिश हुई तो समितियों में रखा धान भीग जाएगा। हालांकि समितियों के कर्मचारियों ने धान को बचाने के लिए पॉलिथिन को ढक़ दिया गया है, लेकिन तेज हवा के कारण ये पॉलिथिन भी उड़ रहा है।
महासमुन्द, 13 मार्च। स्थाई रोजगार की मांग को लेकर संघर्षशील प्रेरक पंचायत कल्याण संघ अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। स्थाई रोजगार की मांग के साथ घोषणा-पत्र में किए गए वादों को पूर्ण करने की भी मांग शामिल है। संघ की ओर से पटवारी कार्यालय के सामने हड़ताल जारी है।
संघ ने चेतावनी भी दी है कि यदि 10 दिन के अंदर आश्वासन नहीं मिला तो वे भूख हड़ताल पर चले जाएंगे। बता दें कि संघ के द्वारा असाक्षरों को साक्षर बनाने का काम किया है। जिले में करीब 800 प्रेरक हैं। संघ के गिरधारी नायक ने बताया कि यह जिलास्तरीय आंदोलन है। आगामी 10 दिन में आश्वासन नहीं मिलने पर भूख हड़ताल किया जाएगा। संघ की ओर से पूर्व में भी नियमितीकरण की मांग को लेकर कलेक्टर, स्थानीय विधायक को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंप चुके हैं, लेकिन अब तक मांगों पर गौर नहीं किया गया। इसके चलते मजबूरन धरना प्रदर्शन शुरू किया गया।
प्रेरकों ने सरकार से स्थाई रोजगार की मांग की है। मांग करने वालों में प्रदेश संगठन मंत्री गिरधारी लाल, जिला अध्यक्ष बालाराम साहू, सचिव हरेंद्र कुमार साहू, संतोषी चंद्राकर, संतोष कुमार निषाद, भुवन, मयाराम ध्रुव, अतीलाल चौहान, शोभाराम तांडी, देवेंद्र गहीर आदि प्रेरक उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 13 मार्च। पटेवा क्षेत्र के ग्राम लखनपुर के जंगल में 11 जुआरियों को पटेवा पुलिस और साइबर सेल की टीम ने घेर लिया। जुआरियों ने भागने की कोशिश भी की लेकिन सफल नहीं हुए।
पुलिस ने बताया कि पकड़े गये जुआरियों में तुमगांव नगर पंचायत के वार्ड क्रमांक 10 का कांग्रेस पार्षद भी शामिल है। पार्षद का नाम कृष्ण कुमार साहू बताया जा रहा है। उसके साथ ही कुल 11 जुआरियों को पुलिस ने पकड़ा है और कुल 56 हजार 980 रुपए नगद, 7 मोटरसाइकिल एवं 11 नग मोबाइल भी जब्त किया है। इन सभी के खिलाफ पटेवा पुलिस ने 13 जुआ एक्ट के तहत कार्रवाई की है। पकड़े गए जुआरियों में ग्राम मुनगारेस निवासी राहुल चंद्राकर, सिंघनपुर निवासी लालजी सिन्हा, पटेवा निवासी रिशु सलूजा, टिकरापारा थाना पटेवा निवासी लव किशन देवांगन, गजेंद्र ध्रुव, तुमगांव निवासी कृष्ण कुमार साहू, श्यामनगर झलप निवासी मधु शुक्ला, अमलीड़ीह झलप निवासी राजा ध्रुव, लव कुमार ध्रुव, हनी लाल ध्रुव, बस्तीपारा झलप निवासी छोटू उर्फ टिकेश्वर पटेल तथा देवनारायण ढीमर शामिल हंै।
सिरपुर बौद्ध महोत्सव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 13 मार्च। तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सिरपुर महोत्सव की आगाज शुक्रवार से हुई। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के तौर पर पहुंचे वाराणसी से पधारे हिंदी के विद्वान व वरिष्ठ साहित्यकार प्रो. चौथीराम यादव ने कहा- जब जब देश में सामाजिक क्रांति हुई है। उसकी प्रतिक्रांति भी हुई है। चाहे वह बुद्ध का युग हो, मध्य कालीन संतों का युग रहा हो या अंबेडकर. फुले का युग रहा हो। वहीं जामिया मिलिया विवि के हिंदी विभाग की एचओडी प्रो. हेमलता महिश्वर ने कहा कि बुद्ध ने कहा है कि तुम्हे जो भी निर्णय लेना हो अपने ज्ञान के आधार पर लो। इसलिए मत लो की मैंने कहा है। कार्यक्रम में दिल्ली विवि के प्रो. रतन लाल ने कहा कि सिरपुर दक्षिण कौशल की राजधानी रही है। बोधगया व अन्य स्थानों से ज्यादा बौद्ध पुरातत्व यहां प्राप्त हो रहा है, जिसको सहेजने की जरूरत है।
महोत्सव की शुरुआत जापान से आए बौद्ध विद्वान भदंत नागार्जुन सुरई ससाई ने त्रीशरणं व पंचशील का पाठ देकर किया। महानदी तट पर लगे मेला स्थल के ओपन मंच में कलाकारों ने प्रेरक प्रस्तुतियां दी जिसमें आध्यात्म, सामाजिक जागरूकता व महिला समानता जैसे बिंदु शामिल रहे। इन सांस्कृतिक कार्यक्रमों में समसामयिक विषयों के साथ-साथ छत्तीसगढ़ की आध्यात्मिक व सांस्कृतिक छटा का प्रदर्शन किया गया। इसके पहले महानदी तट पर मेला स्थल में ओपन मंच पर दोपहर 12 बजे तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सिरपुर बौद्घ महोत्सव एवं शोध संगोष्ठी का शुभारंभ संविधान की प्रस्तावना का सामूहिक वाचन एवं समस्त आगंतुकों को बाबा साहब द्वारा लिखित पुस्तक भेंट कर अभिवादन किया गया।
महोत्सव के मुख्य अतिथि भदंत नागार्जुन सुरई ससाई ने कहा कि सिरपुर के उत्खनन में प्राप्त बौद्ध अवशेषों से यह प्रमाणित हो गया है कि सिरपुर व इसके आसपास के क्षेत्र बुद्ध से जुड़े हैं। मेरा प्रयास होगा की आने वाले दिनों में सिरपुर को पुरातात्विक दृष्टि से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता दिलाई जाए। इस दौरान उन्होंने त्रीशरण व पंचशील का पाठ भी कराया।
पुरातत्ववेत्ता डॉ. मधुकर कठाने ने कहा कि सिरपुर के उत्खनन और साक्ष्यों से स्पष्ट होता है कि किस प्रकार से सही तथ्य और साक्ष्यों को उलट दिया गया है। उन्होंने कहा कि चीनी यात्री हेन्सांग ने अपने यात्रा में सिरपुर का उल्लेख किया है और कहा है कि उन दिनों सिरपुर में दस हजार बौद्ध भिक्षु रहा करते थे। इसके साथ ही अन्य वक्ताओं ने अपने विचार रखे। सांस्कृतिक प्रस्तुतियों की कड़ी में बच्चों द्वारा शरणं गच्छामि थीम पर प्रस्तुति और पंथी नृत्य में घासीदास बाबा के संदेश व बाबा आंबेडकर के संघर्ष को याद किया गया।
साथ ही शिव घृतलहरे व टीम के कबीर बैंड ने कबीर दास के संदेश को बहुत ही रोचक तरीके से प्रस्तुत किया। इस दौरान आर्केस्ट्रा, जादूगरी व बुद्ध ही बुद्ध पर एकल नृत्य की प्रस्तुतियां भी हुईं। इसके साथ ही सुभांगी भीमटे ने बुद्व ही बुद्व पर एकल डांस प्रस्तुति दिया। मोतीमाला कोलेकर आकेस्ट्रा प्रस्तुत किए। दिनेश पटेल जबलपुर ने जादू दिखाया। शिव घृतलहरे ने कबीर बैंड की प्रस्तुति दी। बबीता ने गीत बुद्व और संविधान पर आधारित गीत प्रस्तुत किया। शैलेश बागगड़े और टीम समता सैनिक कला दल नागपुर से समता समानता पर मुक नाटक मंचन किया। कबीर कला बैंड पंथी नृत्य की मनमोहक प्रस्तुति मंच पर दी गई।
पिथौरा, 12 मार्च। बसना विकासखंड के ग्राम आमापाली के शहीद जवान गौरहरी साव की 11 मार्च 1998 को हुई शहादत को याद करते हुए स्थानीय शहीद स्मारक पिथौरा में दीप प्रज्वलित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। इस दौरान उपस्थित जनों ने मोमबत्ती जलाकर दो मिनट का मौन रखा। श्रद्धांजलि कार्यक्रम में अन्य शहीद परिवार के जिसमें अहिल्याबाई त्रिपाठी एवं एवं रामेश्वर सोनवानी सहित इनका एवं पूरा परिवार उपस्थित रहा। अमर शहीद को श्रद्धांजलि देने सत्यनारायण अग्रवाल, यूके दास ,विजय प्रधान,जसवीर आजमानी, मयंक पांडे, शुभम अग्रवाल,रमेश यादव, मुकेश गुप्ता ,संतोष गुप्ता एवं रमेश सोनी उपस्थित थे।
महासमुन्द, 12 मार्च। जिला मुख्यालय के समीपस्थ ग्राम बरकोनी में सद्गगुरु कबीर सत्संग समारोह का आयोजन 12 एवं 13 मार्च को किया गया है। इस दौरान महंत अमरदास साहेब राजनांदगांव वाले एवं महंत विशालदास साहेब बैहार आरंग वाले अपनी संगीत मंडली के साथ सत्संग प्रवचन करेंगे।
बाजार चौक के पास केवल चंद्राकर के बियारे में शुक्रवार प्रात: 10 बजे कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। दो दिनों तक प्रात: 10 बजे से संध्या 6 बजे तक सत्संग प्रवचन एवं सुमधुर संगीत के साथ सद्गुरु कबीर साहेब के वाणी-वचनों की अनुगूंज रहेगी। दोपहर को समस्त आगंतुकों के लिए भोजन-प्रसाद की व्यवस्था श्रीराम जानकी शिशु मंदिर भवन में रहेगी। सत्संग प्रेमी ग्रामवासियों एवं क्षेत्रवासियों के सहयोग से यह आयोजन कबीरपंथी समाज बिरकोनी द्वारा किया गया है साथ ही आम लोगों से कार्यक्रम में शामिल होकर सत्संग का लाभ उठाने की अपील की गई है।