छत्तीसगढ़ » महासमुन्द
कहा हमारे गांव में नहीं मिलती मूलभूत सुविधाएं
छत्तीसगढ़-ओडिशा की सीमा पर आंदोलनरत चढ्डापाली पंचायत के ग्रामीण
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 18 मार्च। छत्तीसगढ़ की सीमा से लगे ओडिशा के बरगढ़ जिले के चढ्डापाली ग्राम पंचायत के 18 गांवों के ग्रामीण छत्तीसगढ़ में शामिल होना चाहते हैं। ग्रामीणों की शिकायत है कि आजादी के बाद से उन्हें ओडिशा सरकार मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध नहीं करा पा रही है। इसके लिए वे बार-बार गुहार लगा चुके हैं, लेकिन उनकी समस्याओं का हल नहीं हो पा रहा है। लिहाजा वे अब छत्तीसगढ़ राज्य में शामिल होना चाहते हैं। इसे लेकर ग्रामीण छत्तीसगढ़-ओडिशा की सीमा में हफ्ते भर से आंदोलन पर बैठे हुए हैं।
आंदोलनकारियों ने छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले के सरायपाली विधायक किस्मतलाल नंद को आंदोलन स्थल बुलाया, और कहा कि हमारी बातें छत्तीसगढ़ सरकार तक पहुंचाई जाए। विधायक नंद का इस बारे में कहना है कि वे ग्रामीणों के बुलावे पर गये जरूर थे, लेकिन ओडिशा नहीं गए थे, बल्कि छत्तीसगढ़ की सीमा पर ही उन्होंने ग्रामीण आंदोलनकारियों से मुलाकात की है।
चढ्डापाली ग्राम पंचायत के अंतर्गत आने वाले गांव गुनचाडिही, चढ्डापाली, गस्तिडिही, लहंडीपुर, हुहुराकोट सहित कुल 18 गांवों के 4 हजार से अधिक लोग सात दिनों से ओडिशा सरकार के खिलाफ आंदोलनरत हैं। ग्रामीणों की एक ही मांग है कि उनके गांवों को छत्तीसगढ़ में शामिल किया जाए।
आंदोलनरत ग्रामीणों का कहना है कि आजादी के बाद से आज तक उन्हें मूलभूत सुविधाएं नसीब नहीं हुई है। इसलिए वे अब छत्तीसगढ़ राज्य में शामिल होना चाहते हैं। गुनचाडिही के पूर्व सरपंच नवघन साहू, पंचायत कमेटी के उत्तम नायक, जगन्नाथ बेहेरा, बलराम बेहेरा, रक्षपाल साहू, अरक्षित प्रधान एवं शेषदेव साहू ने मोबाइल से ‘छत्तीसगढ़’ को बताया कि पंचायत के अंतर्गत आने वाले गांव सबसे पिछड़े हैं। यहां न तो सडक़ है और न ही नदी-नालों में पुल-पुलिया। इसके चलते सभी को काफी परेशानी होती है। यही नहीं ओडिशा सरकार की योजनाओं का लाभ यहां के ग्रामीणों को नहीं मिल पा रहा है। वृद्ध, विधवा, विकलांग पेंशन और उन्हें आवास योजना का लाभ नहीं मिल रहा है, साथ ही क्षेत्र में स्वास्थ्य सुविधाओं का भी बुरा हाल है। आजादी के बाद से तीन दल के नेताओं ने मिलकर भी आज तक उनकी समस्याओं का समाधान नहीं किया।
आंदोलन में बैठे सुरेश कुमार प्रधान कहते हैं कि ओडिशा को छोडक़र छत्तीसगढ़ के साथ मिलने की इच्छा दुखदायी है। यातायात के लिये काफी समय से मांग किये जाने के बावजूद ओडिशा सरकार और किसी दल के नेताओं द्वारा इस मुद्दे पर कोई सुनवाई नहीं होने की से मजबूरन हमें छत्तीसगढिय़ा बनना पड़ रहा है।
जयराम साहू ने कहा कि पिछले कई वर्षों से हम सडक़ और अंग नदी पर पुल निर्माण की मांग करते आ रहे हैं, लेकिन सरकार इस ओर ध्यान नहीं दे रही है। सडक़ और पुल नहीं होने के कारण कई बार रोगियों को चिकित्सालय तक ले जाते समय उनकी मौत भी हो जाती है। एम्बुलेंस गांव तक नहीं पहुंच पाती। यह सिलसिला पिछले 30 वर्षों से चल रहा है।
आंदोलनरत अरक्षित प्रधान कहते हैं कि पिछले तीन दशक से चढ्डापाली पंचायत के अधीन निवास करने वाले ग्रामीण केवल एक ही मांग करते आ रहे हैं और वह है अंगनदी पर पुल निर्माण। लेकिन आज तक ये नहीं बन पाया। अब हमने छत्तीसगढ़ में खुद को शामिल करने का निर्णय किया है। छत्तीसगढ़ की सरकार कई अच्छी योजनाएं चला रही हैं।
इस मामले में बरगढ़ विधायक देवेश आचार्य ने ‘छत्तीसगढ़’ से कहा कि ओडिशा सरकार की हाईलेवल कमेटी ने इस संबंध में निर्णय लिया है। ग्रामीणों को हेल्थ, एजुकेशन के साथ ही पुल की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। अंग नदी में पहले सिंचाई प्रोजेक्ट आना था, इसलिए पुल निर्माण के लिए परमिशन नहीं मिल रहा था। लेकिन अब यह निर्माण होगा। सरकार से इस मसले पर बात हो चुकी है। उन्होंने सरायपाली विधायक के ग्रामीणों के आंदोलन में शामिल होने को दुर्भाग्यजनक बताया।
सरायपाली विधायक किस्मतलाल नंद ने इस मामले में ‘छत्तीसगढ़’ को बताया कि आजादी के बाद से ओडिशा राज्य के बरगढ़ जिले के चढ्डापाली ग्राम पंचायत के 18 गांव के ग्रामीणों को सुविधाएं नहीं मिल रही है। मैं उनके बुलावे पर ही वहां गया था और छत्तीसगढ़ की सीमा पर ही ग्रामीणों से मुलाकात की। शिक्षा, स्वास्थ्य सहित मूलभूत सुविधाओं के लिए ग्रामीणों की अनदेखी की जा रही है। अंग नदी पर पुल नहीं होने से और लखमरा नाला में पुलिया नहीं होने से वहां के निवासियों को सरायपाली होकर बरगढ़ जाना पड़ता है। मैंने ग्रामीणों को समझाया है कि ये इंटर स्टेट मामला है, मैं छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री को आपकी समस्या से अवगत कराऊंगा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 18 मार्च। बुधवार को नए राजीव भवन के कार्य आरंभ होने के पूर्व विनोद सेवन लाल चंद्राकर विधायक संसदीय सचिव, विधायक देवेंद्र बहादुर सिंह, विधायक एवं संसदीय सचिव द्वारिकाधीश यादव, किस्मत लाल नंद विधायक की सहमति से एवं महासमुंद कांग्रेस कमेटी जिलाध्यक्ष डॉ.रश्मि चन्द्राकर के नेतृत्व में नये राजीव भवन कार्य आरंभ करने के पूर्व विधि विधान से भूमि पूजन कार्य किया गया राजीव भवन निर्माण का शुभारंभ किया गया।
इस अवसर पर डॉ रश्मि चन्द्राकर के जिलाध्यक्ष बनने के एक साल पूर्ण होने के अवसर पर केक काटकर सभी कार्यकर्ताओं ने एक दूसरे को मिठाई खिलाई।
उक्त कार्यक्रम में खिलावन बघेल अध्यक्ष शहर कांग्रेस कमेटी, जिला उपाध्यक्ष प्रमोद चन्द्राकर, महामंत्री संजय शर्मा, एल्डरमैन गुरमीत चावला, सुनील चन्द्राकर, अनवर हुसैन, प्रदीप चन्द्राकर, अजय थवाईत, ब्रिजेन बंजारे, छन्नू, गिरधर आवडे, नितेंद्र बेनर्जी, मिन्दर चावला, भरत बुंदेला, सन्नी महानन्द, लोकु साहू, दिनेश दुबे, राजेन्द्र साहू, रेखराज पटेल, जावेद जाफरी, बिल्लू आदि कांग्रेसजन उपस्थित थे।
महासमुन्द, 18 मार्च। गांजा की अवैध बिक्री करने वाले एक ग्रामीण को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। घर के अंदर से पुलिस ने 20 किलो गांजा बरामद किया है। जिसकी कीमत 2 लाख रुपए आंकी गई है। मामला सरायपाली थाना क्षेत्र के ग्राम मेढ़ापाली का है।
बताया जा रहा है कि आरोपी अवैध रूप से गांजा की बिक्री करता था। जिसकी शिकायत सरायपाली पुलिस को लगातार मिल रही थी। आरोपी के खिलाफ नारकोटिक्स एक्ट के तहत अपराध दर्ज कर लिया है। सरायपाली थाना प्रभारी वीणा यादव ने बताया कि अवैध बिक्री के लिए अपने घर में गांजा छिपाकर रखने वाले मेढ़ापाली निवासी टूल उर्फ ब्रम्हानंद पिता श्याम कुमार पटेल 40 साल को गिरफ्तार कर न्यायायिक रिमांड में जेल भेज दिया है। उन्होंने बताया कि मंगलवार को मुखबिर से सूचना मिली थी कि मेढ़ापाली का ब्रम्हानंद अपने दुकान में गांजा की अवैध रूप से बिक्री करता है। वह अपने घर के अंदर गांजा छिपाकर रखा है। सूचना मिलते ही टीम शाम को आरोपी के निवास में दबिश दी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 18 मार्च। पटेवा व पिथौरा थाना क्षेत्र में हुए दो सडक़ हादसे में दो लोगों की मौत हो गई है, वहीं चार लोग घायल हो गए हैं। घायलों का इलाज अस्पताल में जारी है। पहली घटना पटेवा के ग्राम छिलपावन एनएच.53 के पास की है। दूसरी घटना पिथौरा के ग्राम नयापारा कला के पास की है। दोनों ही मामलों में पुलिस ने जुर्म दर्ज कर लिया है।
पटेवा पुलिस के मुताबिक कार क्रमांक सीजी 04 केवी 3959 में ग्राम मुढ़ीपार पिथौरा के सोम जगत, भीष्म दीवान, चेतन दीवान एवं ज्ञानदत्त पटेल लडक़ा देखने ग्राम झारा पटेवा जा रहे थे। एनएच .53 छिलपावन बावनकेरा के पास पहुंच उनकी कार अनियंत्रित होकर पलट गई। इस हादसे में ग्राम मुढ़ीपार निवासी सोम जगत पिता धनीराम जगत 25 वर्ष की घटना स्थल पर मौत हो गई। वहीं सवार भीष्म दीवान, ज्ञान दत्त व चेतन दीवान गंभीर रूप से घायल हो गए। इस हादसे की सूचना मिलते ही डायल 112 की टीम घटना स्थल पहुंची और घालयों को इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पटेवा लाया गया।
पिथौरा पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार मंगलवार रात को पिकअप की ठोकर से बाइक सवार अंरड निवासी चंद्रशेखर ध्रुव की मौत हो गई है । मृतक अपने भांजे भारत ध्रुव को छोडऩे के लिए मंगलवार रात उसके गांव नयापारा कला अपनी बाइक से गया था।
जैसे ही दोनों गांव के पास पहुंचे, सामने से आ रही पीकअप क्रमांक सीजी 06 जआर 7164 के चालक ने तेज एवं लापरवाही पूर्वक चलाते हुए बाइक को ठोकर मारकर एक्सीडेंट कर दिया । इससे चंद्रशेखर ध्रुव की मौत हो गई।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 17 मार्च। जिला अस्पताल में पदस्थ स्त्रीरोग विशेषज्ञ, रेडियालॉजिस्ट, महिला चिकित्सा अधिकारी सभी इस वक्त किसी न किसी कारण से छुट्टी पर हैं।
जिला अस्पताल में पदस्थ स्त्रीरोग विशेषज्ञ के क ोरोना पॉजिटिव आने के बाद से गर्भवती महिलाओं का इलाज सही समय पर नहीं हो रहा है। उन्हें परिसर में घंटों इंतजार करना पड़ रहा है। गर्भवती माताएं चेकअप के लिए सुबह 9 बजे से अस्पताल पहुंच रही हैं, लेकिन साढ़े 11 बजे तक उन्हें चिकित्सक का इंतजार करना पड़ रहा है। सप्ताहभर से गर्भवती माताओं को चेकअप के लिए इसी तरह से परेशान होना पड़ रहा है। अस्पताल अधीक्षक के पास जब महिलाएं चिकित्सक नहीं होने की शिकायत करती हैं, तो वे आनन-फानन में ड्यूटी लगाते हैं।
अस्पताल अधीक्षक डॉ.एनके मंडपे का कहना है कि स्टाफ की कमी के कारण परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। हाल ही में एक महिला चिकित्सा अधिकारी कोरोना पॉजिटिव आ गई है। इसके कारण परेशानी बढ़ गई है। हमारी कोशिश रहेगी कि गर्भवती माताओं को परेशानी न हो। इसके लिए व्यवस्था में सुधार किया जाएगा।
ज्ञात हो कि जिला चिकित्सालय महासमुन्द में एक ही रेडियालॉजिस्ट है जो वर्तमान में रेडियोलॉजिस्ट छुट्टी पर हैं। ऐसे में गरीबों को इसके लिए निजी अस्पतालों में अधिक रुपए खर्च करने पड़ रहे हैं। पिछले एक सप्ताह से सोनोग्राफी की सुविधा बंद कर है।
अस्पताल अधीक्षक ने बताया कि रेडियोलॉजिस्ट डॉ. अलका परदल चिकित्सा अवकाश पर है। उनका मोतियाबिंद का ऑपरेशन हुआ है। इसलिए सोनोग्राफी अभी नहीं हो रही है।
जिला चिकित्सालय का ऑपरेशन थिएटर भी महीनेभर से बंद पड़ा है। इसके कारण मरीजों को निजी अस्पताल का सहारा लेना पड़ रहा है। मरम्मत पूरी हो गई है। इसके बाद ओटी का टेस्ट किया गया था। टेस्ट में ओटी में बैक्टीरिया पाया गया था। इसे क्लीन करने के बाद एक बार फिर से कल्चर रिपोर्ट जांच के लिए रायपुर भेजा गया है, लेकिन रायपुर से कल्चर रिपोर्ट अभी तक नहीं आई है। अस्पताल अधीक्षक का कहना है कि ओटी की कल्चर रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद ही इसे शुरू किया जाएगा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 17 मार्च। जिला महासमुन्द के पंचायती राज संस्थाओं के अधिकारियों एवं कर्मचरियों का कोविड टीकाकरण के प्रथम चरण में 91.61 फीसदी रहा, जो कि प्रदेश में प्रथम स्थान पर है।
जिला कलेक्टर डोमन सिंह एवं जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डा. रवि मित्तल के दिशा.निर्देशन में जिले के सम्बंधित कार्यालयों में कोविड वैक्सीनेशन के लिए कंट्रोल रूम बनाया गया है। जिसमें पंचायत राज संस्थाओं के अधिकारियों एवं कर्मचारियों को लगातार सम्पर्क कर प्रोत्साहित किया गया।
जिससे कोविड.19 से लडऩे में मदद मिली। इसके अलावा प्रचार-.प्रसार के माध्यम से भी प्रेरित किया गया। महासमुन्द जिले को प्राप्त लक्ष्य 1358 के विरूद्व 14 मार्च तक 91.61 प्रतिशत लोगों का सफल वैक्सीनेशन का कार्य किया जा चुका है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 17 मार्च। मुख्य सचिव अमिताभ जैन ने कल वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश में चल रहे विकास कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने कोरोना के तीसरे लहर के रोकथाम के लिए किए जाने वाले उपाय, गर्मी के दौरान होने वाली पानी की किल्लत के समाधान, गोधन न्याय योजना, वृक्षारोपण की तैयारी, नए स्वीकृत स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम स्कूलों के संचालन की तैयारी, नरवा योजनाओं की प्रगति, वर्षा जल संचयन और कस्टम मिलिंग हेतु धान के उठाव की समीक्षा की। मुख्य सचिव श्री जैन ने कोरोना के बढ़ते हुए मामलों को देखकर कोरोना प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन सुनिश्चित करने और मास्क नहीं लगाने वालों पर दो-दो सौ रुपए जुर्माने की कार्यवाही के निर्देश दिए।
उन्होंने स्वास्थ्य कर्मी, प्रथम पंक्ति के कोरोना वारियर्स, 60 वर्ष से अधिक के बुजुर्ग और 45 वर्ष से अधिक के मरीजों के टीकाकरण में तेजी लाने के निर्देश दिए। कलेक्टर डोमन सिंह ने कोरोना पर रोकथाम के लिए अतिरिक्त सतर्कता बरतने तथा अंतर्राज्यीय सीमाओं पर तथा अन्य राज्यों से आ रहे लोगों के कोरोना की जांच में तेजी लाने की बात कही। मुख्य सचिव श्री जैन ने आगामी बोर्ड परीक्षाओं में शारीरिक दूरी सुनिश्चित करने के लिए परीक्षार्थियों को पर्याप्त दूरी पर बिठाने, सामाजिक समारोहों में कम से कम लोगों की उपस्थिति सुनिश्चित करने और त्यौहारों के समय कोरोना प्रोटोकाल का पालन सुनिश्चत करने के निर्देश दिए।
आगामी गर्मी के दौरान लोगों को पेयजल और निस्तारी जल की समस्याओं से निजात पहुंचाने के लिए आवश्यक तैयारी सुनिश्चित करने, खराब हैण्डपंपों की तत्काल मरम्मत सुनिश्चित करनेके साथ ही पेयजल स्त्रोतों की साफ.सफाई और शुद्धिकरण, ग्रामवार जल उपलब्धता, जलस्त्रोतों के संरक्षण, नगरीय क्षेत्रों में भी पेयजल की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने, अप्रैल और मई में लू चलने की संभावनाओं को देखते हुए आवश्यक सतर्कता बरतने, निर्माण क्षेत्र, यातायात पुलिस और वरिष्ठजनों के लू के चपेट में आने की संभावनाओं को देखते हुए सभी आवश्यक तैयारी सुनिश्चित करने, स्वास्थ्य विभाग के माध्यम से लू से बचने के लिए प्रशिक्षण, गोधन न्याय योजना की समीक्षा के दौरान सभी गोठानों को स्वावलंबी बनाने के लिए तेजी से कार्य करने के निर्देश दिए।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 17 मार्च। ध्रुव गोंड़ समाज सिरपुर परिक्षेत्र का वार्षिक अधिवेशन पिछले दिनों आयोजित हुआ। अधिवेशन में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। बैठक में मृत्यु भोज में मीठा परोसने से मना किया गया है। इसी तरह समाज में किसी की मृत्यु होने पर अंतिम संस्कार में कपड़ा न ले जाकर परिवार को आर्थिक सहायता के रूप में राशि देने की बात पर सहमति बनी है।
इसके साथ ही समाज के किसी परिवार में छट्ठी कार्यक्रम में भी कपड़ा न ले जाकर आर्थिक रूप से मदद करने पर चर्चा कर सहमति बनी है। सिरपुर के रायकेश्वर नाथ मंदिर प्रांगण में संपन्न हुई बैठक में समाज के सभी वरिष्ठ पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद थे।
बैठक में ध्रुव गोंड़ समाज के सिरपुर परिक्षेत्र की नई कार्यकारिणी का गठन किया गया। इसके अनुसार अमलोर निवासी रामप्रसाद ध्रुव को अध्यक्ष, लहंगर निवासी गौतम ध्रुव को उपाध्यक्ष, जोबा निवासी सुशील नेताम को सचिव, परसाडीह निवासी जयलाल ध्रुव को कोषाध्यक्ष और छपोराडीह निवासी बाबूलाल ध्रुव को संचालक नियुक्त किया गया है। सिरपुर निवासी प्रेम नेताम सर्वराकार होंगे।
सहसचिव की जिम्मेदारी फुसेराडीह निवासी रामलाल ध्रुव, महामंत्री बांसकुडा निवासी रेशमलाल ध्रुव और ऑडिटर खड़सा निवासी परदेसीराम ध्रुव को बनाया गया है। इसी प्रकार परिक्षेत्र के लिए चक प्रधान भी नियुक्त किया गया है। इसमें लहंगर चक के प्रधान लीलखराम ध्रुव, सिरपुर चक के प्रधान कुमार ध्रुव, सुकुलबाय के पंचराम ध्रुव और छपोराडीह के चक प्रधान शिवप्रसाद ध्रुव होंगे। पुराणिक ध्रुव केडियाडीह, किशन ध्रुव सेनकपाट, दीनानाथ ध्रुव रिसाली, चन्दू ध्रुव गुडरुडीह कार्यकारिणी सदस्य होंगे।
तत्कालीन बैंक मैनेजर सहित तीन के खिलाफ मामला दर्ज
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 17 मार्च। विमल प्रमोद प्रधान व अन्य तीन ग्राम लमकेनी थाना बसना जिला महासमुन्द द्वारा पुलिस अधीक्षक कार्यालय में शिकायत के बाद तीन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
जानकारी के अनुसार पुलिस अधीक्षक कार्यालय महासमुन्द में 2 फरवरी 2021 को आवेदक विमल, प्रमोद प्रधान व अन्य तीन लोग ग्राम लमकेनी थाना बसना जिला महासमुन्द ने जानकारी दी थी कि खसरा नं. 191 रकबा 0.440 का फर्जी ऋण पुस्तिका बनवाकर पंजाब नेशनल बैंक सरायपाली से तीन लाख रुपए का केसीसी लोन श्रीराम प्रधान ने लिया है। इस मामले में तत्कालीन बैंक प्रबंधक ने गलत सत्यापन करते हुए और अधिवक्ता केके बारीक ने गलत सर्च रिपोर्ट तैयार कर आरोपी श्रीराम प्रधान को तीन लाख रुपए केसीसी लोन का आहरण कराया है।
आरोपी श्रीराम प्रधान, तत्कालीन बैंक प्रबंधक पंजाब नेशनल बैंक सरायपाली एवं अधिवक्ता केके बारीक द्वारा वर्ष 2017 में कुटरचित दस्तावेज तैयार कर फर्जी ऋणपुस्तिका एवं फार्म नंबर बनाकर आवेदक विमल प्रमोद प्रधान से धोखाधड़ी की है और पंजाब नेशनल बैंक सरायपाली से फर्जी तरिके से रकम आहरण किया है।
आरोपियों के विरूद्ध धारा 420, 467, 468, 471,34 का मामला दर्ज कर विवेचना में लिया गया। विवेचना में यह बात सामने आई कि लमकेनी के प्रमोद प्रधान व अन्य ने खसरा नं.191 का नया ऋण पुस्तिका बनाकर बंधक बनाकर बैंक सरायपाली से पत्राचार करके लोन प्रक्रिया के एवं लोन लेने सम्बंधी दस्तावेजों को संकलित कर राजस्व विभाग सरायपाली से सत्यापन कराया। जिस पर खसरा नं. 191 रकबा 0.440 का भू स्वामी नहीं पाये जाने की जानकारी प्राप्त हुई। उक्त खसरा नं.191 खगेश्वर, विमल व प्रमोद वगैरह के नाम पर होना लेखकर जानकारी दी गई है। पंजाब नेशनल बैंक ने बिना दस्तावेज सत्यापन किये अनावेदक को जानबूझकर आर्थिक लाभ पहुंचाने हेतु गलत सर्च रिपोर्ट तैयार कर आर्थिक लाभ पहुंचाया।
नहीं मिल रहा गरीबों को मोतियाबिंद के ऑपरेशन का लाभ
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 17 मार्च। सीएचएमओ कार्यालय के कर्मचारियों की लापरवाही के चलते गरीबों को मोतियाबिंद के ऑपरेशन का लाभ नहीं मिल रहा है। इससे नाराज भाजपाइयों ने मंगलवार को सीएमएचओ कार्यालय का घेराव कर नारेबाजी की। भाजपाइयों ने वहां मौजूद अधिकारी नेत्र सर्जन मंजूषा चंद्रसेन से भुगतान के सम्बंध में चर्चा करते हुए जल्द ही वेरीफिकेशन के बाद भुगतान की बात कही।
आश्वासन मिलने के बाद भाजपाइयों ने प्रदर्शन समाप्त करते हुए कहा कि यदि सात दिवस के अंदर राजधानी स्थित चिकित्सालय का भुगतान व अंदर गरीबों को योजना का लाभ नहीं मिलेगा तो उग्र आंदोलन किया जाएगा। भाजपा के चिकित्सा प्रकोष्ठ के संयोजक डॉ. विमल चोपड़ा ने बताया कि राजधानी के एक निजी नेत्र चिकित्सालय में महासमुन्द जिले के लोगों का मोतियाबिंद का ऑपरेशन किया जाता है।
इसके एवज में सरकार द्वारा निजी अस्पताल को प्रति ऑपरेशन दो हजार रुपए का भुगतान करती है। निजी चिकित्सालय द्वारा पिछले तीन महीनों में जिले के मरीजों का ऑपरेशन किया है। इसके बाद उन्होंने भुगतान के लिए सीएमएचओ कार्यालय को पत्र लिखा, लेकिन उनका भुगतान आज तक नहीं हुआ है। यही कारण है कि चिकित्सक ने भुगतान का हवाला देकर ऑपरेशन बंद कर दिया गया है।
प्रदर्शन के दौरान महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष कौशिल्या बंसल, पूर्व जिलाध्यक्ष इंद्रजीत सिंह गोल्डी, भाजपा महामंत्री प्रदीप चंद्राकर, पार्षद महेन्द्र जैन, देवीचंद राठी, मोहन साहू, पवन साहू, हिरेन्द्र सोनी, अरविंद प्रहरे,उत्तरा पहरे सहित भाजपाई मौजूद थे। बता दें कि राजधानी के निजी नेत्र चिकित्सालय ने ऑपरेशन करने वाले 80 मरीजों की सूची सीएचएमओ कार्यालय को भेजी है। यह सूची तीन महीने पहले विभाग को मिल चुकी है, लेकिन अभी तक वैरिफक़िेशन नहीं हुआ है। नेत्र चिकित्साधिकारी मंजूषा चंद्रसेन ने बताया कि 80 लोगों की सूची प्राप्त हुई है। इनका वैरिफक़िेशन चल रहा है। वैरिफक़िेशन होने के बाद भुगतान किया जाएगा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 17 मार्च। गर्मी का मौसम शुरू होते ही जिले के शहरों और ग्रामीण अंचलों में पेयजल की समस्या हो रही है। दोनों ही जगहों पर जल स्तर धीरे-धीरे घट रहा है। अभी शुरूआती दौर से ही ग्रामीणों को पेयजल की किल्लत से जूझना पड़ रहा है। जिले के ग्राम मोहंदी के आश्रित ग्राम नया बस्ती थरछपरा के ग्रामीणों को पानी लेने के लिए तीन किलोमीटर दूर जाना पड़ता है। उनके मोहल्ले में एक बोर है, लेकिन उसका पानी पीने योग्य नहीं है।
वे पिछले 15 दिनों से परेशान हैं। स्थानीय स्तर पर जब समस्या को निदान नहीं हुआ तो, ग्रामीणों ने सांस्कृतिक प्रकोष्ठ भाजपा के प्रदेश कार्य समिति सदस्य हिमांशु चंद्राकर के नेतृत्व में डिप्टी कलेक्टर रितु हेमनानी को ज्ञापन सौंप अपनी समस्या से अवगत कराया। ग्रामीणों ने हैडपंप से लाए पानी को भी अधिकारी को दिखाया। ग्रामीण दामजी साहू, प्रमोद साहू, सुखराम कमार ने बताया कि उनके गांव में 100 की जनसंख्या में सिर्फ 1 बोर है। जिसका पानी पीने योग्य नहीं है। इसीलिए ग्रामीण पीने का पानी लेने के लिए तीन किलोमीटर मोहदी गांव जाते हैं।
ऐसे में उन्हें अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ज्ञापन सौंपने वालों में सोहद्रा बाई, दुखिया बाई दीवान के अलावा ग्रामीण शामिल हैं।
महासमुन्द, 17 मार्च। ग्राम गुडरूडीह में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह आयोजन जंगल के जतन में महिलाओं की भूमिका व सामुदायिक वन प्रबंधन विषय को लेकर आयोजित किया गया जिसमें बड़ी संख्या में लोगों ने हिस्सा लिया। मानव अधिकार कार्यकर्ता हेमलता राजपूत ने बताया कि एक पहल की तरह यह आयोजन किया गया। जहां सभी महिलाओं ने जंगल बचाने व बढ़ाने का संकल्प लिया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर जनपद पंचायत महासमुंद सभापति रमाकांत ध्रुव शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने कहा कि इस प्रकार का आयोजन होना चाहिए ताकि महिलाओं को ताकत मिले। विशेष तौर पर उपस्थित वक्ता सखी वन स्टाप सेंटर की टी ज्योति दुर्गा राव ने महिलाओं को उनके अधिकारों व प्रताडऩा के सम्बंध में कानूनी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि महिलाओं को भी अपने गांव व ग्राम पंचायत के ग्रामसभा बैठक में हिस्सा लेना चाहिए। इस अवसर पर अतिथि प्रेरक समिति गरियाबंद के राम गुलाल सिन्हा ने महिला दिवस के उपलक्ष्य पर विस्तृत बातें कहीं।
इसमें महिला समानता, समान वेतन व अन्य बातें प्रमुख रहीं। वहीं उन्होंने वन अधिकार दावा के सम्बंध में भी विस्तृत जानकारी दी। इस कार्यक्रम में 30 गावों उमरदा, गौरखेड़ा, सेवनकपाट, फुसेराडीह, कुहरी के साथ अन्य गावों की महिलाएं शामिल रहीं। कार्यक्रम में आयोजक प्रेरक समिति महासमुन्द के डिगेश्वरी कुर्रे, पारुल पवार, हीना साहू व अजय ध्रुव के साथ अन्य मौजूद रहे।
कांकेर के समूह ने गौठान में चल रही गतिविधियों का किया अवलोकन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 16 मार्च। कलेक्टर डोमन सिंह ने कहा कि राज्य शासन की महत्वाकांक्षी योजना नरवा, गरवा, घुरवा अउ बाड़ी एवं गौधन न्याय योजना ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के जीवन और आर्थिक कल्याण की गुणवत्ता में सुधार करने की योजना है, एक प्रक्रिया है। खासकर अपेक्षाकृत पृथक और कम आबादी वाले क्षेत्र में राज्य शासन आर्थिक और बुनियादी स्थिति को लेकर गंभीर है।
गौधन न्याय योजना ग्रामीण पशुपालकों, ग्रामीण समुदायों के सामाजिक और आर्थिक विकास को आगे बढ़ाना है। उक्त बातें बरोण्डाबाजार के गौठान में कांकेर जिले से आये समूह को सम्बोधित करते हुए कही। जिल के गौठान में की जा रही गतिविधियां और कुछ बेहतर सुझाव के लिए छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले के गौठान में अच्छे जीविकोपार्जन के काम एवं अच्छी गतिविधियां करने वाले समूह के 25 सदस्य एवं कृषकों का गौठान दर्शन योजनांतर्गत एक दल कल महासमुन्द पहुंचा था।
कलेक्टर सहित पुलिस अधीक्षक प्रफुल्ल ठाकुर, मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. रवि मित्तल एवं वनमंडलाधिकारी पंकज राजपूत ने दल के सदस्यों का आत्मीय स्वागत किया। कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का सपना था कि प्रत्येक गांव में स्वरोजग़ार को बढ़ावा देने कुटीर उद्योग की स्थापना किया जाए। गांधी जी के हर सपने को साकार करने का प्रयास राज्य शासन की महत्वाकांक्षी योजना नरवा, गरवा, घुरवा अउ बाड़ी योजना के माध्यम से किया जा रहा है। कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक छत्तीसगढ़ी भाषा में सम्बोधित किया।
कलेक्टर ने भ्रमण पर आए लोगों को बताया कि पुलिस अधीक्षक कांकेर जिले के ही निवासी हैं, तो भ्रमण दल के सदस्य काफी प्रसन्न हुए। श्री ठाकुर ने कहा कि आप लोग यहां से अच्छी चीजें सीखकर जाएं तथा अपने जिले के लोगों को भी इस बारे में अवगत कराएं। यहां के गांवों में एक ही छत के नीचे कम लागत पर स्वसहायता समूह की महिलाएं आजीविका से सम्बंधित विभिन्न प्रकार की गतिविधियों का संचालन कर रहीं हैं। कांकेर से आए समूह ने सर्वप्रथम महासमुन्द विकासखण्ड के ग्राम बम्हनी के गौठान केन्द्र पहुंचकर वहां स्वसहायता समूह द्वारा संचालित विभिन्न गतिविधियों का अवलोकन किया।
उन्होंने गौठान में बनाए जा रहे वर्मी कम्पोस्ट खाद, फेंसिंग पोल, बटेर पालन, समूह बकरी पालन, बाड़ी में लगाए गए साग-सब्जियों तथा समूह द्वारा बनाए गए विभिन्न उत्पादनों की जानकारी ली। इसके अलावा उन्होंने उनके द्वारा कांकेर जिले में गौठान में किए जा रहे विभिन्न गतिविधियों के कार्यों के बारे में स्वसहायता समूहों को जानकारी साझा की। इस दौरान अधिकारियों ने उन्हें पांच-पांच किलो वर्मी कम्पोस्ट खाद का वितरण किया।
भ्रमण दल ने बरोण्डाबाजार के गौठान बाजार का अवलोकन किया। जहां स्वसहायता समूह की महिलाओं द्वारा टेराकोटा के माध्यम से बनाए गए जग, पत्तल, दोना, गिलास, कटोरी, मूर्तियां, दीया, कलश, विभिन्न प्रकार की झूमर सहित अन्य सजावटी सामग्रियां बनाई जा रही हैं तथा गौठान बाजार में महिलाओं द्वारा मशीन के माध्यम से सिलाई का कार्य एवं कैंटिन का भी अवलोकन किया। इस दौरान जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ मित्तल ने कहा कि यह हमारे लिए खुशी की बात है कि भ्रमण दल हमारे जिले में आए हैं। जो एक-दूसरें से अपने कार्य करने के तरीके यहां के लोगों को भी बताएंगे। इससे यहां के लोगों को भी इसका लाभ मिलेगा।
इस दौरान भ्रमण दल के कुछ सदस्यों ने कांकेर में किए जा रहे कार्यों के बारे में जानकारी दी। इस अवसर पर अनुविभागीय अधिकारी राजस्व सुनील कुमार चंद्रवंशी, कृषि विभाग के उप संचालक एस.आर. डोंगरे, जिला सहकारी बैंक के नोडल अधिकारी डी.एल. नायक सहित सम्बंधित विभाग के अधिकारी-कर्मचारी, गौठान समिति के अध्यक्ष तथा पंचायत प्रतिनिधि उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 16 मार्च। महासमुन्द जिले के सभी शासकीय टीकाकरण केंद्रों में न्यूमोकोकल की वैक्सीन लगाई जाएगी। इसे शुरू करने के लिए तैयारी शुरू हो चुकी है और जल्द ही सरकारी केंद्रों में इस वैक्सीन को लगाने का काम शुरू कर लिया जाएगा। इसमें 0 से 3 महीने के बच्चों को यह टीका लगाया जाता है। वर्तमान में इसकी सुविधा केवल प्राइवेट अस्पतालों में ही है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार बच्चों को इस टीके का तीन डोज दिया जाता है। पहला डोज डेढ़ माह, दूसरा ढाई और तीसरा साढ़े तीन महीने में दिया जाता है। न्यूमोकोकल वैक्सीन बच्चों को निमोनिया और हड्डियों के वायरल से बचाती है। जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. अरविंद गुप्ता ने बताया कि न्यूमोकोकल वैक्सीन, जो पहले सिर्फ निजी अस्पतालों में लगाई जाती थी, वह जल्द ही शासकीय केंद्रों में भी लगेगी। यह वैक्सीन ऐसे वायरस से बचाने के लिए लगाया जाता है, जिससे निमोनिया व हड्डियों में इंफेक्शन को रोका जा सके। इसके लिए वर्तमान में डेटा व कार्ययोजना पर कार्य चल रहा है। इस टीके की कीमत डेढ़ हजार से 4 हजार रुपए के बीच में होती है, जो सरकारी जगहों पर लगने से लोगों की काफी बचत होगी।
न्यूमोकोकल वैक्सीनेशन को शुरू करने के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से जानकारी मांगी गई थी। जिला स्वास्थ्य विभाग की ओर से इस संबंध में उचित जानकारी तैयार कर भेज दी गई है। जिले में उपलब्ध संसाधन, डॉक्टर, स्टॉफ नर्स सहित अन्य जानकारी राज्य को भेजी गई है। डॉ. अरविंद गुप्ता ने बताया कि गर्भवती माताओं व बच्चों का टीकाकरण बहुत जरूरी है। इस पर स्वास्थ्य विभाग का पूरा फोकस रहता है। इसलिए जिले में भी टीकों के रखने व वहां से केंद्रों में आदान प्रदान के लिए 23 सेंटर हैं। इसकी हर रोज मॉनिटरिंग होती है, जिसमें सेंटर का तापमान व अन्य तकनीकी चीजें शामिल हैं। सभी प्रकार का डेटा राज्य को भेज दिया गया है।
देशभर में महिलाओं और बच्चों को विभिन्न प्रकार की बीमारियों से बचाने के लिए रेगुलर टीकाकरण प्रोग्राम चलाया जाता है। इसमें गर्भवती महिलाओं के साथ-साथ छोटे बच्चे भी शामिल होते हैं। इसमें बीसीजी, हेपेटाइटिस बी, ओरल पोलियो, इंजेक्टेड पोलियो, टीटी व टीडी रुबेला वैक्सीन, डीहीटी एमआर के साथ अन्य टीकाकरण अभियान चलते हैं।
जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ.अरविंद गुप्ता कहते हैं कि कोरोना काल में अन्य रेगुलर टीके पर प्रभाव न होए इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने सप्ताह के दो दिन मंगलवार और शुक्रवार निर्धारित किया था जो काफी समय से चल रहा है। इस दिन रेगुलर टीकाकरण अभी भी हो रहा है और इसके लिए इन दिनों कोविड.19 के टीका नहीं लगाया जाता है। इसलिए इस पर बहुत ज्यादा प्रभाव नहीं पड़ा है। हाल ही में संपन्न हुए पल्स पोलियो टीकाकरण अभियान में भी हमारा जिला बेहतर रहा। इसके तहत 111941 बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाने का लक्ष्य दिया गया था। इसमें से 14439 शहरी लक्ष्य व 97502 ग्रामीण लक्ष्य था। इसके तहत शहरी क्षेत्र में हमने 16695 को और ग्रामीण क्षेत्रों में 98.40 फीसदी बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाई गई। यह टीका बच्चों के लिए बहुत आवश्यक है। इसलिए इसे लक्ष्य से ज्यादा करने पर भी ध्यान दिया जाता है।
बच्चा कहीं का भी हो उन्हें टीका लगाना चाहिए।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 16 मार्च। महासमुन्द में वैक्सीनेशन की रफ्तार बढ़ाने के लिए अब टीकाकरण केंद्र बढ़ाया जाएगा। जिले में करीब 7 नए केंद्र शुरू किए जाएंगे, जहां वैक्सीनेशन शुरू होगा। इसके लिए तैयारी शुरू हो गई है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार 1 मार्च से शुरू हुए तीसरे चरण के टीकाकरण अभियान के तहत अब तक जिले में 15200 लोगों को टीका लगाया जा चुका है। इसमें 2398 लोग 45 से 59 उम्र के बीमार लोग हैं और 12802 लोग 60 वर्ष से अधिक आयु के हैं। वहीं जिले में हेल्थ वर्कर्स का लक्ष्य 8669 में से 7765 को पहला डोज दिया जा चुका है।
अब तक कुल 6035 लोगों को टीके का दूसरा डोज दिया गया है। इनमें से बचे लोगों के 28 दिन पूरा होने में समय है, जिसके आधार पर दूसरा डोज दिया जाएगा। इसी तरह 4840 का लक्ष्य फ्रंट लाइन वर्कर के लिए था, जिसमें से 4361 लोगों को पहला डोज दिया गया है और 1669 को दूसरा डोज दिया गया है। जिले के सीएमएचओ डा. एनके मंडपे ने बताया कि वर्तमान में कोरोना टीका के लिए 28 केंद्र बनाए गए हैं, जिसमें 24 सरकारी व 4 निजी हैं। इसे हम बढ़ाने की योजना पर काम कर रहे हैं। कोरोना से लोगों को बचाने के लिए हम टीकाकरण के स्वरूप को बढ़ाने के लिए 7 नए सेंटर बनाए जाने की योजना पर काम कर रहे हैं, जिसे जल्द ही शुरू किया जा सकता है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 16 मार्च। संकुल केंद्र खट्टी में आयोजित टीएलएम(टिचिंग लर्निंग मटेरियल) सामग्री प्रदर्शनी में संकुल के टीचरों ने एक से बढक़र एक टीएलएम बनाया। संकुल केंद्र खट्टी के प्राथमिक व पूर्व माध्यमिक शालाओं के टीचरों के द्वारा बनाए गए टीएलएम की सोमवार को प्रदर्शन किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में विकासखंड शिक्षा अधिकारी एस चंद्रसेन उपस्थित थीं।
कार्यक्रम की अध्यक्षता संकुल प्राचार्य शशि साहू ने की। कार्यक्रम में विशेष अतिथि के रूप में ग्राम पंचायत खट्टी के सरपंच दूज राम साहू मौजूद थे। इस अवसर पर कार्यक्रम की शुरुआत सरस्वती पूजन व वंदना के साथ की गई। प्रदर्शनी के सम्बंध में संकुल समन्वयक अशोक साहू ने विस्तार पूर्वक बताया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विकास खंड शिक्षा अधिकारी एस चंद्रसेन ने कहा कि शिक्षक सहायक सामग्री के माध्यम से विषय वस्तु को सहज व सरल तरीके से बच्चों तक पहुंचा सकते हैं। श्रीमती चंद्रसेन ने कहा कि बच्चों को सीखने का अवसर देने के लिए ये बेहद जरूरी है। बच्चे जब स्वयं से किसी विषय वस्तु का अवलोकन करते हैं तो इससे वे आसानी से सीखते हैं।
महासमुन्द, 16 मार्च। नेहरू युवा केंद्र संगठन महासमुन्द द्वारा सरायपाली के बलोदा सरकारी कॉलेज में आसपास युवा संसद का आयोजन किया गया। युवा संसद में स्टूडेंट्स ने पूरे उत्साह से हिस्सा लिया और पक्ष-विपक्ष में शामिल होकर विभिन्न मुद्दों पर अपने-अपने विचार प्रस्तुत किया। युवा संसद का आयोजन जिला युवा अधिकारी प्रज्ञा पांडे के नेतृत्व में किया गया जहां 60 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया।
युवा संसद में युवाओं ने महिला सुरक्षा, आत्मनिर्भर भारत, वित्तीय संकट, अप्रवासी मजदूर व नई शिक्षा नीति पर चर्चा की गई। इस दौरान युवाओँ ने देश, राज्य व महासमुन्द के मुद्दों पर भी बात की। आस-पड़ोस युवा संसद का उद्देश्य संसद के स्ट्रक्चर व कार्यप्रणाली समझाना था। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर वीरेंद्र वर्मा व कमला दीवान शामिल रहे। वहीं जज की भूमिका में नीतू राहुल, माधुरी प्रधान, हितेश भोई व ऋतुराज भोई रहे। युवा संसद में हिस्सेदारी को लेकर प्रथम स्थान पर लक्ष्मी चरण, दूसरे स्थान पर पंकज नायक व तीसरे स्थान पर नंदनी सिदार रहीं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 16 मार्च। महासमुन्द ब्लॉक में सोमवार से 9वीं व 11वीं की लोकल परीक्षाएं शुरू हो गई हैं। इसके तहत स्कूल अपनी सुविधा अनुसार दोनों कक्षाओं के विषयों की परीक्षाएं आयोजित कर रहे हैं।
सोमवार परीक्षा का पहला दिन रहा जो दोपहर 12 से 3 बजे तक चला। परीक्षा आयोजन के दौरान छात्रों ने मास्क, सेनेटाइजर व कोरोना गाइडलाइन का पालन किया। आदर्श हायर सेकेंडरी स्कूल में गेट पर ही ऑटोमेटिक सेनेटाइजर मशीन है, जिसका उपयोग सभी बच्चे करते रहे और अपने परीक्षा कक्ष में दाखिल होते रहे। स्कूल की प्रभारी प्राचार्य व बीईओ एस चंद्रसेन ने बताया कि स्कूल में दोनों ही कक्षाएं की परीक्षाएं 30 मार्च तक पूरी हो जाएंगी। कल 11वीं कक्षा की परीक्षा हुई, जिसमें एग्रीकल्चर व बैंकिंग विषय पर बच्चों ने परीक्षाएं दी। एग्रीकल्चर विषय में 19 छात्र-छात्राएं व बैंकिंग परीक्षा में 15 छात्र शामिल रहे और 2 अनुपस्थित रहे। वहीं आज मंगलवार को 9वीं कक्षा की परीक्षा आयोजित है जिसमें ब्लॉक के लगभग 45 स्कूलों में 9वीं व 11वीं की परीक्षा आयोजित हैं।
महासमुन्द, 16 मार्च। महासमुन्द विधानसभा क्षेत्र के 6 ग्राम पंचायतों में 16-16 लाख की लागत से निर्माण कार्य कराए जाएंगे। संसदीय सचिव विनोद सेवनलाल चंद्राकर के प्रयास से इसके लिए स्वीकृति मिली है। जिस पर ग्रामीणों ने संसदीय सचिव श्री चंद्राकर का आभार जताया है।
ग्राम पंचायत बरेकेलकला के वार्ड 9 व 10 में नाली निर्माण व आंगनबाड़ी 2 से गोड़पाली तक सीसी रोड सह नाली निर्माण, ग्राम पंचायत बंबूरडीह में संत कुमार घर से बड़े तालाब तक सीसी रोड सह निर्माण, नीम तालाब में दो नग निर्मला घाट, आंगनबाड़ी केंद्र में शौचालय निर्माण, मंगल भवन से पक्की सडक़ तक सीसी रोड सह नाली निर्माण व बंबूरडीह से रामडबरी मार्ग पर पुलिया निर्माण, ग्राम पंचायत बेलटुकरी के ग्राम अमावश के अंबेडकर तालाब व बस्ती तालाब में पचरी निर्माण, प्राशा में अतिरिक्त कक्ष निर्माण, राम प्रसाद सतनामी घर से हालर मिल तक नाली निर्माण, ग्राम पंचायत कुकराडीह के तेंदूवाही के दोडग़ी नाला डेरहा ब्यारा के पास पुलिया निर्माण, प्राशा में जीर्णोद्धार कार्य, प्राथमिक शाला में शौचालय निर्माण, आंगनबाड़ी में आहाता निर्माण, सधवा तालाब में निर्मला घाट आदि शामिल हैं।
महासमुन्द, 16 मार्च। सरकारी बैंकों में कर्मचारियों ने दो दिन हड़ताल किया। लिहाजा सरकारी बैंकों के दरवाजे में दिन भर ताला लगा रहा। इस दौरान भी लोग अपने बैंकिंग कार्य को लेकर बैंक पहुंचते रहे लेकिन वहां लटके ताले व पोस्टर देखकर वापस जाते रहे। हालांकि इस दौरान निजी बैंकों में कार्य हमेशा की तरह ही चलते रहा।
सरकारी बैंकों के एटीएम में भी कैश सम्बंधी कोई समस्या कल सामने नहीं आई फिर भी लोगों को इससे थोड़ी परेशानी जरूर हुई। शहर में लोन के सिलसिले में भी कल कुछ लोग एसबीआई बैंक पहुंचे थे और उन्हें जानकारी नहीं थी।
महासमुन्द, 16 मार्च। जैन जगत के तीसरे दादा गुरुदेव जिनकुशल सुरी का 688 वां स्वर्गारोहण महोत्सव का आयोजन कल सोमवार को किया गया। महोत्सव में दिनभर पूजा पाठ के बाद भजन संध्या का आयोजन किया गया।
इंदौर से पहुंचे भजन गायक के भजनों ने भक्तिमय माहौल तैयार किया। यह महोत्सव गांधी चौक स्थित श्री शांतिनाथ भगवान जैन मंदिर में जैन श्री संघ के तत्वावधान में आयोजित किया गया। दादा गुरुदेव भक्त ग्रुप के राहुल बोथरा ने बताया कि खरतरगच्छ के तीसरे दादा गुरुदेव जिनकुशल सुरी की स्वर्गारोहण जयंती फाल्गुन बदी अमावश को मनाया जाता है। जिसके तहत ही हर साल की तरह इस बार भी धार्मिक आयोजन किया गया। इस प्रकार से गत 13 सालों से यहां धार्मिक समारोह आयोजित किया जा रहा है। समाज के राहुल बोथरा ने बताया कि गुरुदेव जयंती के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में इंदौर से पधारे प्रसिद्घ संगीतकार व भजन गायक लवेश बुरड और हिमांशु बुरड द्वारा सुमधुर भजनों प्रस्तुत किया गया।
इस अवसर पर दादाबाड़ी प्रांगण में भव्य सजावट किया गया व गुरुदेव की प्रतिमा पर आकर्षक अंगियां सजाई गई। वहीं 12.30 बजे गुरुदेव की महाप्रसादी स्वरूप स्वामीवात्सल्य का आयोजन किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 16 मार्च। कोरोना की त्रासदी ने लोगों को घर के भीतर रोक दिया। कोरोना अभिशाप के रूप में आया जरूर लेकिन यह वरदान भी साबित हुआ है क्योंकि इतना शांत व एकांत समय साहित्यकारों को और कभी नहीं मिला। लेखन सृजन ऐसे ही वातावरण में होता है।
गत दिवस शासकीय माता कर्मा कन्या महाविद्यालय के हिंदी विभाग द्वारा आयोजित राष्ट्रीय वेबिनार में मिथिला विश्वविद्यालय के डॉ. राजेंद्र साहू ने कही। वेबिनार का विषय भाषा व साहित्य पर कोविड.19 का प्रभाव था। जिस पर देशभर के वक्ताओं ने अपने-अपने विचार प्रस्तुत किया। वेबिनार में कर्नाटक, केरल, गाजियाबाद, लखनऊ व अन्य शहरों के प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया।
इस अवसर पर महाप्रभु वल्लभाचार्य कॉलेज की डॉ. अनुसुइया अग्रवाल ने कहा कि कोरोना काल में भी साहित्यकारों ने अपनी कलम से दुनिया को फिर से जोड़े रखने का कार्य किया है। इस समय भी गद्य और पद्य में लेखन बहुत हो रही है। वहीं सोशल मीडिया में भी लोग अपनी रचनाओं को शेयर कर रहे हैं। वेबिनार में नागरी लिपि परिषद नई दिल्ली के कार्याध्यक्ष प्राचार्य डॉ. शहाबुद्धीन नियाज मोहम्मद शेख ने कहा कि समाज का ऐसा कोई क्षेत्र नहीं, जो कोविड.19 की चपेट में न आया हो। इससे हमारी भाषाएं और साहित्य भी प्रभावित हुई है। कोविड.19 के साथ आई अंग्रेजी शब्दावली ने हमारे बीच अपनी पैठ बनाई है। हिन्दी सहित सभी भारतीय भाषाएं डिजिटल कृत हो चुकी हैं।
कॉलेज के प्राचार्य डॉ. रमेश कुमार देवांगन ने कहा कि कोरोनाकाल में भी साहित्यकारों ने अपने लेखन के माध्यम से सामाजिक वास्तविकता को परिलक्षित किया है और ऐसे समय में भी साहित्यकार सतत लेखन कर रहे हैं। इस अवसर पर संगोष्ठी की संयोजक डॉ.स्वेतलाना नगल, डॉ. सरस्वती वर्मा के साथ डॉ. शीलभद्र कुमार, अजय कुमार श्रीवास, वीके साहू व फलेश दीवान ने भी हिस्सा लिया।
महासमुन्द, 16 मार्च। जिले में मादक द्रव्यों एवं पदार्थों के उपयोग की रोकथामए पीडि़तों को नशामुक्ति करने तथा नशापान के दुष्परिणामों के प्रति जनचेतना विकसित करने के लिए नशा पीडि़तों हेतु 15 बिस्तरों का एकीकृत पुनर्वास केन्द्र नशामुक्ति केन्द्र की स्थापना समान्यत: शासकीय चिकित्सालयों एवं जिला मुख्यालय में की जाएगी।
समाज कल्याण के उप संचालक संगीता सिंह ने बताया कि इसके लिए समाज कल्याण विभाग से मान्यता प्राप्त स्वैच्छिक संस्था या धर्मार्थ चिकित्सालय या शासकीय चिकित्सालय अथवा समाज कल्याण विभाग द्वारा अनुमोदित अभिकरण से आवेदन पत्र आमंत्रित की गई है। इच्छुक संस्था समाज कल्याण विभाग, पुराना कलेक्ट्रेट परिसर जिला महासमुन्द के फोन नम्बर 07723.223544 पर सम्पर्क कर सकते हंै।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 16 मार्च। फिंगेश्वर में उत्पात मचाने के बाद दो हाथी फिर से महासमुन्द पहुंच चुके हैं। सोमवार की सुबह 6 बजे दोनों हाथी कोसरंगी पहुंचे। यहां दंतैल एक ग्रामीण के घर में घुसे और कोठे में बंधी गाय को गंभीर रूप से घायल कर दिया। हाथी काफी देर तक कोसरंगी गांव की गलियों में घूमते रहे।
ग्रामीणों ने किसी तरह दोनों हाथी को खदेड़ा। इसके बाद हाथियों के अरंड स्टेशन पहुंचने पर यहां पहले से ही एक ट्रेन खड़ी हुई थी। यहां दंतैल की फोटो खींचने के लिए लोग उसके करीब जाने लगे। इसी दौरान दंतैल ने एक युवक को दौड़ाया। दोनों हाथी इसके बाद सुबह 6 बजे कोसरंगी पहुंचे।
ग्रामीणों ने एक-एक कर पूरे गांव को सतर्क किया। इसी दौरान हाथी ग्रामीण मनहरण बंजारे के घर में घुस गया और कोठार में पहुंच गया। जहां दो गाय बंधी हुई थी। हाथी ने एक गाय को चोट पहुंचाई है।
ग्रामीणों ने हाथियों को बस्ती से बाहर खदेड़ दिया। यहां से हाथी निकलकर अरंड स्टेशन पार करते हुए अरंड के जंगल में पहुंचे और आज प्रात: 10 बजे समचार लिखते तक यहीं मौजूद हैं। डीएफओ पंकज राजपूत ने बताया कि हाथियों के मूवमेंट पर वन विभाग की टीम नजर रख रही है। गौरखेड़ा, उमरदा, चोरभट्टी, सोरिद, बनसिवनी में अलर्ट जारी कर दिया है। दोनों दंतैल 18 दिन पहले 24 फरवरी को बंजारी, घोंघीबाहरा, सोरिद, कौआझर होते हुए फिंगेश्वर के जंगल में पहुंचे थे। यहां हाथी फिंगेश्वरए छुरा के जंगल में करीब 18 दिन रहे।
15 दिन पहले ही कोरोना का दूसरा डोज लगा था
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 16 मार्च। जिले में कोविड वैक्सीनेशन के दो डोज लगने के बाद भी कोविड पॉजिटिव आने का पहला मामला सामने आया है। सोमवार को एक हेल्थ वर्कर की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है, जिसे 15 दिन पहले ही कोविड का दूसरा डोज लगा था।
प्राप्त जानकारी के अनुसार हेल्थ वर्कर जलकी स्थित उप स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ है। सोमवार को उसने शरीर में दर्ज की शिकायत लेकर जांच कराई, जिसमें उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई। स्वास्थ्य विभाग ने इसकी पुष्टि की है। सीएमएचओ डॉ एनके मंडपे ने बताया कि एक स्वास्थ्यकर्मी पॉजिटिव आया है। उसे वैक्सीन लग चुकी है। फिलहाल उसे कोई तकलीफ नहीं है। इस मामले में जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ अरविंद गुप्ता ने बताया कि दो डोज लगने के बाद भी पॉजिटिव हो सकते हैं।
इसी तरह जिले में वैक्सीन की एक डोज लगने के बाद एक महिला दो दिन पहले पॉजिटिव आई है, जिसे कोविड अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं कुछ दिन पहले एक पुलिस अधिकारी भी वैक्सीन का एक डोज लगवाने के बाद पॉजिटिव आया था।
बागबाहरा ब्लॉक के स्कूल में कक्षा 12वीं की एक छात्रा कोरोना पॉजिटिव आई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार 12 मार्च को उक्त छात्रा पॉजिटिव आई। इसके बाद छात्रा के संपर्क में आए छात्र-छात्राएं और शिक्षकों को होम आइसोलेशन पर रहने के निर्देश दिए गए हैं। वहीं बच्ची के साथ रहने वाले 5 छात्राओं का भी टेस्ट हुआ है, जिनकी रिपोर्ट निगेटिव आई है। ऐहतियात के तौर पर स्कूल के सभी बच्चों को बुधवार के लिए स्कूल परिसर में ही कोविड टेस्ट के लिए बुलाया गया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार छात्रा के संपर्क में करीब 15 बच्चे थे। वहीं प्राचार्य ने आगामी 14 दिनों के लिए स्कूल को बंद रखने का आदेश जारी किया है।
बागबाहरा बीईओ ने बताया कि स्कूल में छात्रा के पॉजिटिव आने की जानकारी मिली है। इसके बाद ऐहितियात के तौर पर स्कूल को बंद कर दिया गया है।
सोमवार को जिले में 19 पॉजिटिव प्रकरण सामने आए हैं। स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी मेडिकल बुलेटिन के अनुसार महासमुन्द ब्लॉक में सर्वाधिक 10 पॉजिटिव प्रकरण सामने आए हैं। इसी तरह बागबाहरा ब्लॉक में 6, बसना में 2 और सरायपाली में 1 पॉजिटिव सामने आया है। सोमवार को कुल 883 सैंपल की जांच की गई। जिले में अब तक कुल 9574 पॉजिटिव केस सामने आ चुके हैं। इनमें से 9347 स्वस्थ हो चुके हैं। इस माह 1 मार्च के बाद सोमवार को फिर से एक व्यक्ति की मौत हुई।
प्राप्त जानकारी के अनुसार पटेवा क्षेत्र के 70 वर्षीय एक व्यक्ति को पॉजिटिव आने के बाद 8 मार्च को कोविड अस्पताल में भर्ती कराया गया था। यहां उसका इलाज चल रहा था। इसी दौरान उसकी मौत हो गई। उसे कोविड.19 के अलावा अन्य गंभीर बीमारियां भी थी। इसके साथ महासमुन्द जिले में कोरोना से मरने वालों की संख्या 150 पहुंच गई है।