कांकेर
बरसते पानी में छत्ता ओढक़र किया चक्काजाम
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कांकेर, 14 सितंबर। जिला मुख्यालय से लगभग 11 किमी दूर ग्राम पंचायत माटवाड़ा लाल में शासकीय भूमि को दस्तावेज में कूटरचना कर दलालों के द्वारा निजी व्यक्ति को बेचे जाने का आरोप लगाते हुए ग्रामीणों ने तेज बारिश में भी छत्ता तान कर कांकेर- भानुप्रतापपुर मार्ग पर चक्काजाम किया। ग्रामीण सैकड़ों की संख्या में सडक़ पर जमा होकर शासकीय भूमि की खरीद-बिक्री करने वालों पर उचित कार्रवाई की मांग को लेकर प्रदर्शन किया।
ग्रामीणों का आरोप है कि माटवाड़ा लाल में करीब 4 एकड़ जमीन पर बोधघाट परियोजना के तहत वन विभाग द्वारा पौधा रोपण भी किया गया था। जिसे दो से तीन बार खरीदी बिक्री कर दिया गया है।
इस जमीन की खरीदी बिक्री मामले में कुछ नेताओं व अधिकारियों के भी नाम सामने आने के कारण यह मामला और भी गर्माने लगा है। कलेक्टर से लिखित शिकायत के बाद भी जब मामले में कोई सुनवाई नहीं हुई तो माटवाड़ा लाल के ग्रामीण सडक़ की लड़ाई लडऩे बरसते पानी में छाता लेकर सडक़ पर उतर आये हैं। ग्रामीणजन अपनी गांव की जमीन को वापस मांगने अड़े हुए हैं।
तेज बौछारों से होती रही बारिष के बावजूद ग्रामीणजन बैनर के माध्यम से जंगल बचाओ जमीन दलालों को जेल भेजो के नारे लगाते रहे। चक्काजाम करने की सूचना ग्रामीणों ने जिला प्रशासन को पहले ही दे चुके थे। ग्रामीणों ने जिला प्रशासन के समक्ष यह मांग रखी थी कि दोषियों पर उचित कार्रवाई नहीं हुई तो चक्काजाम किया जाएगा। जिसकी जवाबदेही शासन प्रशासन की होगी।
मामले को सुलझाने जिला प्रशासन की ओर से एसडीएम कल्पना ध्रुव को मौके पर भेजा गया था। प्रशासन की टीम के पहुंचने पर ग्रामीणों ने अपनी मांगों पर जिला प्रशासन का ध्यानाकर्षण करने नारेबाजी शुरू कर दी। दोषियों पर कार्रवाई करने एसडीएम के समझाईश के बाद लगभग दो घण्टे बाद ग्रामीणों ने चक्काजाम समाप्त किया।