रायगढ़
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 16 नवंबर। मणिपुर में आतंकी हमले में शहीद कर्नल विप्लव और उनकी पत्नी अनुजा तथा 5 वर्षीय बेटे अबीर के पार्थिव शरीर सोमवार को रायगढ़ पहुंचे, तब हजारों लोगों ने नम आंखों से अपने वीर शहीद को अंतिम विदाई देकर फूलों की वर्षा करते हुए अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
उच्च शिक्षा एवं खेल मंत्री उमेश पटेल ने इस शहादत पर अपने मन की बात कहते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की। चूंकि छत्तीसगढ़ के मंत्री व खरसिया विधायक उमेश पटेल ने झीरम घाटी के नक्सली हमले में अपने पिता नंदकुमार पटेल व बड़े भाई दिनेश पटेल पटेल को खोया था। उन्हें कल यह मंजर देखकर वही शहादत याद आ गई।
‘छत्तीसगढ़’ ने जब उनसे बात की तो उमेश पटेल ने कहा कि यह बहुत ही दुखद घटना है, जिले का सपूत आज हमारे बीच नहीं है। हम लोग आज अंतिम विदाई देने आए हैं, और ये सारे लोग कोई अपने सखा को कोई अपने भाई को तो कोई अपने बेटे को सभी की अपनी एक अलग भावना है। बातचीत के दौरान उमेश पटेल का यह भी कहना था कि जब किसी की शहादत होती है तो उसकी पीड़ा क्या होती है मैं इसे अच्छी तरह से समझ सकता हूं।
त्रिपाठी परिवार से मेरा पारिवारिक संबंध है, जिससे मंै इस घटना से और अधिक दुखी हूं।
मंत्री उमेश पटेल मुक्तिधाम तक इस अंतिम विदाई में साथ रहे और राजकीय सम्मान के दौरान अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए वीर शहीद कर्नल विप्लव और उनकी पत्नी अनुजा के साथ-साथ पांच साल के अबीर को नम आंखों से विदाई दी।