रायगढ़
![कोटवारी जमीन पर बन रहा ढाबा, नोटिस के बाद भी कार्रवाई नहीं कोटवारी जमीन पर बन रहा ढाबा, नोटिस के बाद भी कार्रवाई नहीं](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/16404320831.jpg)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 25 दिसंबर। रायगढ अम्बिकापुर मार्ग में रोड किनारे कोटवारी जमीन पर गेरवानी के कोटवार द्वारा एक कबाड़ व्यवसाय करने वाले के साथ मिलीभगत कर अवैध ढाबा निर्माण कराया जा रहा है। जिसकी लगातार शिकायत के बाद तहसील न्यायालय से अक्टूबर माह में बेदलखी का नोटिस जारी किया गया लेकिन डेढ़ माह बीतने के बाद भी अतिक्रमण हटाने एवं जमीन की खरीद-फरोख्त करने वाले व कठोर कदम नहीं उठाया जा रहा है।
इस संबंध में रायगढ़ एसडीएम युगल किशोर उर्वसा का कहना है कि ग्राम गेरवानी में कोटवार द्वारा शासकीय भूमि की बिक्री और उस पर ढाबा निर्माण की शिकायत पहले भी मिली थी जिसके लिए उसे निर्देशित किया गया था। कोटवार ने अवैध निर्माण को जल्द साफ करने के लिए लिखित में दिया है यदि निर्माण कार्य अभी भी जारी है तब जांच करवाने के बाद उस पर कार्रवाई की जाएगी।
गौरतलब हो कि ग्राम गेरवानी के कोटवार गुलाब दास द्वारा बीते कई वर्षों से कोटवार जमीन का अवैध उपयोग किया जा रहा है शासन द्वारा उसके पिता को उक्त भूमि जीवन यापन करने के लिए दी गई थी। उसके पिता ने अपने कार्यकाल में जमीन को गलत उपयोग के लिए इस्तेमाल करने के बाद अब अपनी कोटवारी अपने बेटे को सौंप दी है। शुरुआत से ही कोटवार भूमि पर ढाबा और अन्य कार्य चल रहे थे लेकिन अब कबाड़ व्यवसाय करने वालों की नजर भी उक्त भूमि पर पड़ गई है।
अब इस कोटवार जमीन में सांठगांठ करके हजारों पेड़ों की कटाई कटवा कर वहां अवैध रूप से कंपनी का निकला हुआ डस्ट डालने का काम करवाया जा रहा है। इसके साथ ही उक्त स्थान पर अवैध व्यवसाय के लिए मकान और कमरे का निर्माण भी किया जा रहा है। इस पूरे प्रकरण को स्थानीय लोगों ने प्रमुखता के साथ प्रशासन के समक्ष रखा था। जिसके बाद एसडीएम के निर्देश पर तहसीलदार ने कोटवार भूमि के अवैध निर्माण को 10 अक्टूबर 2021 को आदेश जारी कर तत्काल तोडऩे के लिए लिखित में दिया था। जिसमें 7 दिनों में कब्ज हटाने का सख्त निर्देश भी था। वर्तमान में निर्माण कार्य लगातार जारी है।
बन रहा दुकान-गोदाम
यहां यह बताना लाजमी होगा कि कोटवार को करीब दो एकड़ भूमि दी गई थी, उक्त जमीने के पीछे बड़े भूभागों में वन भूमि जंगल है। वही सामने के जमीन में करीब 2 से ढाई हजार स्क्वायर फीट में ढाबा चलाने के लिए दुकान व गोदाम बनाया जा रहा है इसके अलावा पूर्व से भी इस जगह में रकबीर सिंह पिता सरदार सिंह का ढाबा है। इसे हटाने का आदेश जारी हुआ था लेकिन प्रशासनिक उदासीन रवैये के चलते एक और अवैध भवन तैयार हो रहा है।
ढाबा बनवाने पटवा रहे हैं राखड़
सूत्रों के मुताबिक उक्त भूमि को कुटचरित कर शहर के एक नामचीन ढाबा व कबाड़ कारोबारी वहां अपने दूसरे यूनिट के लिए सांठगांठ कर ढाबा बनवाने राखड़ डलवा रहा है। इससे जंगल के पेड़ मृत स्थिति में आ रहे है तो कई मृत हो चुके है इसका प्रमाण मौके पर कई पेड़ो के सूखने से ज्ञात हो रहा है दूसरी ओर यह राखड़ उडक़र ग्रामीणों के घरों में जा रहा है जिससे ग्रामवासियों का जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है।