बलौदा बाजार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भाटापारा, 26 दिसंबर। प्रदेश में शराब के खिलाफ आंदोलन एवं जनजागरण अभियान चलाने वाले गुरु घासीदास बाबा के संदेश शराबमुक्त हो हमर प्रदेश के आदर्शों पर चलने वाले जिला पंचायत के पूर्व सभापति मुरारी मिश्रा द्वारा लगातार 12 वें वर्ष की पदयात्रा चटवा धाम 28 दिसंबर को जयंती के अवसर में निकाली जाएगी। इसके पूर्व 27 दिसंबर को संध्या धाम में ही संगोष्ठी के माध्यम से एवं जनसंपर्क के माध्यम से आम जनो को शराब के होने वाले नुकसान को बताया जाएगा।
28 दिसंबर को निकलने वाली पदयात्रा सबसे पहले किरीतपुर पहुंचेगी, जहाँ आम जनों से मुलाकात कर शराब से होने वाले भयंकर नुकसान से अवगत कराया जाएगा।
तत्पश्चात 12 वे वर्ष की यह पदयात्रा ग्राम कठिया पहुँचेगी, जहाँ से ग्राम रांका होते हुए झलमला, ग्राम जेवरा से पथरी, बसनी से चोरभट्टी, मटका से गुनरबोड से कोबिया होते हुए बेमेतरा कलेक्टर ऑफिस पहुँचकर शराबबंदी को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी के नाम कलेक्टर को ज्ञापन देकर पदयात्रा का समापन किया जाएगा। कोरोना काल समाप्त नहीं हुआ है इसलिए व्यापक स्तर पर पदयात्रा का आयोजन नहीं किया जा रहा है। जैसे कि पूर्व में 8-9 दिन की पदयात्रा की जाती रही है।
विदित हो कि मुरारी मिश्रा पिछले 11 वर्षों में 394 गाँव एवम 1230 किलोमीटर की पदयात्रा कर चुके है एवम लगभग 4 लाख आम जनों के बीच शराब के खिलाफ जनजागरण फैला चुके हैं। इस तरह का व्यापक एवं वृहद जन आंदोलन जो छत्तीसगढ़ के हित से जुड़ा हो वो भी शराब के खिलाफ एवम बाबा के सपने का छत्तीसगढ़ पूरे राज्य में कोई दूसरा नहीं चलाया जाता है।
आज इसी आंदोलन का नतीजा है कि 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी को अपने घोषणा वचन पत्र में पूर्ण शराबबंदी की बात करनी पड़ी। जिसका नतीजा आम जनता ने भारी मतों से छत्तीसगढ़ में 15 सालों के बाद भारी मतों से जीता कर सत्ता में बैठाया। लेकिन दु:खद ये है कि सत्ता के 3 साल व्यतीत हो जाने के बाद भी शराबबंदी नहीं की गई है।