रायगढ़
![देर रात मेडिकल कॉलेज के जूनियर डाक्टरों ने युवक को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा देर रात मेडिकल कॉलेज के जूनियर डाक्टरों ने युवक को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1640699867.jpg)
लिखित शिकायत नहीं हुई है- टीआई
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 28 दिसंबर। रायगढ़ का मेडिकल कॉलेज एक बार फिर से सुर्खियों में है। यहां दूसरी बार जूडो डॉक्टरों की एक टीम ने देर रात जूटमिल क्षेत्र में रहने वाले एक युवक को इसलिए दौड़ा-दौड़ाकर पीट दिया, चूंकि उसकी देर रात एक युवक के इलाज के दौरान डॉक्टर से बहस हो गई थी। देखते ही देखते यह मामला इतना तूल पकड़ा कि 50 से अधिक जूनियर डॉक्टर अपने साथी के एक फोन से रातों रात अस्पताल पहुंच गए और फिल्मी अंदाज में युवक को दौड़ाते हुए काफी दूर पहुंचकर पकड़ा, उसके बाद पिटाई करते हुए उसे अधमरा कर दिया।
इस पूरे मामले में ‘छत्तीसगढ़’ ने रायगढ़ शहर के थाना प्रभारी मनीष नागर से मोबाईल पर बात की तो उन्होंने अस्पताल परिसर में हुज्जतबाजी होने की पुष्टि की और बताया कि इस मामले में अभी तक कोई लिखित शिकायत किसी पक्ष से नहीं की गई है। अगर कोई भी पक्ष शिकायत करता है तो तत्काल कार्रवाई की जाएगी।
ज्ञात हो कि स्व. लखीराम मेडिकल कॉलेज में कुछ महीने पहले कुछ डाक्टरों की टीम ने रायगढ़ के एक नेता के बेटे व उसके साथी की बेतहाशा पिटाई कर दी थी और वह मामला राजनीतिक दबाव के चलते फाईलों में दब गया था और मामले की जानकारी सब को थी, पर रिपोर्ट किसी ने नहीं की थी और ऐसा ही कुछ कल की घटना में हुआ है। फिर से मेडिकल के कुछ जूनियर डॉक्टरों के द्वारा एक युवक को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा गया।
इस संबंध में विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जूटमिल के बंटी सिंह को सांप ने काट लिया था, जिसके इलाज के लिए कुछ युवक देर रात मेडिकल कॉलेज पहुंचे थे और वहां मोनू नाम के युवक से किसी मामले पर वहां मौजूद गार्ड व डॉक्टर से बहस हो गई।
इस घटना की जानकारी डॉक्टर व गार्ड ने तत्काल ओडिशा रोड स्थित मेडिकल कॉलेज के साथियों को दी और देखते ही देखते 50 से अधिक जूनियर डॉक्टर अस्पताल पहुंच गए। जहां जूनियर डाक्टरों की टीम ने एक युवक को गार्ड के द्वारा पहचानने के बाद उसे दौड़ाया और फिर पकडक़र बेहताशा पिटाई करते हुए उसे अधमरा कर दिया।
पुलिस ने लिया है संज्ञान
मेडिकल कॉलेज के जूनियर डाक्टरों द्वारा युवक की पिटाई का मामला पुलिस की जानकारी में है। सूत्र बताते हैं कि जब यह मारपीट हो रही थी, तब अस्पताल परिसर में मौजूद अकेले पुलिस कर्मी ने भारी भीड़ को देखते हुए इसकी सूचना तत्काल सिटी कोतवाली को दी थी और वहां से फोर्स आने के बाद काफी हद तक इस पर काबू पाया गया।