बलौदा बाजार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 10 जनवरी। बेल लिपि का अविष्कार करने वाले लुई ब्रेल की जयंती पर सक्षम छत्तीसगढ़ प्रांत व दृष्टिबाधित विकास संघ के तत्वावधान में शुक्रवार को कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें दृष्टिबाधित रमाकांत चंदेल ने लुई ब्रेल पर स्वरचित कविता पाठ कर कार्यक्रम की शुरुआत की। इंडियन मेडिकल एसोसियेशन के बिलासपुर डिस्ट्रिक्ट चेयरमैन डा. संदीप तिवारी ने कोविड 19 की तीसरी लहर को ध्यान में रखते हुए महत्वपूर्ण जानकारियां दी। उन्होंने कहा कि कपड़ा का मास्क सुरक्षित नहीं है, कोविड से बचाव के लिए ध्यान देना जरूरी है।
उन्होंने बताया कि दक्षिण आफ्रिका में पहली बार पाए गए कोविड 19 के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन का संक्रमण स्पीड पूर्व के वैरिएंट से अधिक तीव्र है। कोविड 19 के नए हमले से बचाव के लिए चार प्रमुख नियम पर हमें ध्यान देने की आवश्यकता है। पहला नियमित रूप से साबुन या हैंडवास से हाथ धोएं, दूसरा नियमित मास्क खासकर पब्लिक प्लेस पर मास्क का अनिवार्य प्रयोग करें, कपड़े के डिजाइन मास्क किसी भी स्थिति में बचाव का साधन नहीं है हमें सर्जिकल या एन-95 आदि मास्क का ही प्रयोग करना चाहिए, तीसरा शारीरिक दूरी का अनिवार्य पालन किया जाए और चौथा किसी भी प्रकार के कोविड संबंधित लक्षण दिखाई देने पर उसे छुपाएं नहीं तुरंत जांच करवाएं।
संक्रमण पांच दिन तक रहता है सामान्य, बाद में होता है गंभीर
डा. तिवारी ने बताया कि कोविड-19 का संक्रमण एक से पांचवें दिन तक सामान्य रूप में रहता है। लेकिन 6 से 9वें दिन के बीच ही मरीज ज्यादा गंभीर व हास्पिटल में एडमिट की स्थिति में होता है। जिसके कारण 6वें से 9वें दिन तक मरीज को विशेष ध्यान रखने की आवश्यकता होती है। जिनका टीकाकरण नहीं हुआ है वे टीकाकरण अनिवार्य करवाएं जिन्हें प्रथम डोज टीका बस लगा है वे द्वितीय डोज टीका जरूर लगवाएं। दोनों डोज कोविड 19 टीका लगाए व्यक्ति को हास्पिटलाइज होने की संभावना कम ही रहती है। द्वितीय डोज टीकाकरण के 6 माह पश्चात एंटीबाडिज कम होने लगते हैं अत: निर्धारित समय में बुस्टर टीका लगवाना भी अनिवार्य है।