रायगढ़
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 25 जनवरी। रायगढ़ जिले के धरमजगढ़ वन परिक्षेत्र में एक लंबे अर्से से हाथी और मानव के बीच द्वंद जारी है। बीती रात धरमजयगढ़ के सागरपुर गांव में किसान के खेत में लगे हरे भरे फसल को हाथी के द्वारा रौंदकर क्षति पहुंचाने का मामला सामने आया है।
रायगढ़ जिला ही नहीं प्रदेश के कई जिलों में पिछले कुछ सालों से जंगली हाथियों का देखने को मिल रहा है। विभागीय अधिकारियों के द्वारा हाथी के आतंक से लोगों को निजात दिलाने योजनाएं तो बनाई जाती है। परंतु अभी तक सभी योजनाएं विफल ही साबित हुए हैं। जबकि दूसरी ओर लगातार जंगली हाथियों की संख्या में इजाफा हो रहा है।
जिले के धरमजयगढ़ वन मंडल में हाथियों आतंक लगातार जारी है एक प्रकार से क्षेत्र में हाथी डेरा जमा लिए है। आए दिन किसी न किसी ग्रामीण के फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं, हाथी द्वारा पहुंचाए गए फसल नुकसानी का विभाग द्वारा समय पर उचित मुआवजा राशि भी नहीं दिया जा रहा है।
जिसे लेकर क्षेत्र के किसान भारी परेशान है। बीती रात एक हाथी किसान के खेत में लगे धान को पूरी तरह बर्बाद कर दिया है। बताया जा रहा है कि सागपुर निवासी ईश्वर यादव के खेत में लगे धान को हाथीयों ने पूरी तरह से रौंध दिया है। किसान ईश्वर यादव की माने तो लगभग एक एकड़ खेत में फसल लगाया गया था जिसे हाथी पैरों तले रौंद डाले है।
सागरपुर, पोटिया के जंगल में एक हाथी लगभग सप्ताह भर से अपना ठिकाना बना लिया है और शाम ढलते ही गांव में लगे फसल को हाथी खाने के लिए आ जाता है, जिस वजह से ग्रामीण रात रात भर रतजगा करने को मजबूर हैं, फिर भी गरीब किसान अपनी फसल को हांथियों से नहीं बचा पा रहे हैं, इन हालातों में किसानों के अनुसार वन विभाग हाथी जैसी विकराल समस्या का कोई स्थाई विकल्प निकाले ताकि प्रभावित ग्रामीणों की जान माल की सुरक्षा हो सके।