रायगढ़
![ग्रामीण का एटीएम कार्ड बनवाया, खाते से निकाले 6.80 लाख ग्रामीण का एटीएम कार्ड बनवाया, खाते से निकाले 6.80 लाख](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/16438799961.jpg)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 3 फरवरी। खरसिया पुलिस द्वारा धोखाधड़ी की योजना बनाने वाले बैंक से निकाले गये कर्मचारी और अपराध में उसके सहयोगी को गिरफ्तार कर धोखाधड़ी के मामले में जेल भेजा गया है।
घटना के संबंध में 18 मार्च 2021 को ग्राम ओडक़ेला, थाना डभरा जिला जांजगीर-चांपा निवासी घसिया राठिया स्व इतवार सिह (58) द्वारा पुलिस चौकी खरसिया में आवेदन देकर रिपोर्ट दर्ज कराया कि आईडीएफसी बैंक खरसिया में उनका बैंक खाता है, यहां खाता में मोबाईल नंबर 9753345797 से जुड़ा हुआ है कि 2 मार्च 2021 को बैक में पैसा निकालने आया था तो पता चला कि बैक में पिछले दो तीन दिन में 6 लाख 80 हजार रूपये निकला है, जब बैंक में जानकारी लिया गया तो पता चला कि मोबाईल नं 9753345797 के द्वारा एक नया एटीएम कार्ड 25 फरवरी जारी हुआ है। अज्ञात आरोपियों द्वारा 26 फरवरी से 01 मार्च 2021 तक एवं 12 से 14 फरवरी तक आनलाईन टांजेक्शन कर खाता से 6 लाख 80 हजार रूपये निकल लिया गया था। पीडि़त के आवेदन पत्र पर अज्ञात आरोपी पर थाना खरसिया में धारा 420 का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
चौकी प्रभारी खरसिया उप निरीक्षक नंद किशोर गौतम द्वारा साइबर सेल से ऑनलाइन ट्रांजेक्शन की जानकारी ली गई, जिसमें जैजेपुर क्षेत्र से ट्रांजेक्शन की जानकारी हुई। चौकी प्रभारी द्वारा जैजेपुर, डभरा, जांजगीर क्षेत्र में अपने मुखबिरों को सक्रिय कर सूचना देने निर्देशित किया गया था, जिस पर उनके मुखबिर द्वारा सूचना दिया गया कि जैजेपुर का रहने वाला 23-24 साल का लडक़ा लाकेश्वर चंद्रा जो कुछ करता नहीं है पर जुआ में काफी रकम हार रहा है, तब चौकी प्रभारी द्वारा जैजेपुर की अपने स्टाफ के साथ दबिश देकर संदेही लाकेश्वर चन्द्रा को हिरासत में लेकर चौकी लाये। संदेही से जुआ, रूपयों के संबंध में कड़ी पूछताछ करने पर अपने गांव के शिव कुमार साहू के मिलकर ग्राम ओडेकेरा के ग्रामीण से धोखाधड़ी करना बताया। आरोपी लाकेश्वर चंद्रा से मिली जानकारी पर आरोपी शिव कुमार साहू को हिरासत में लिया गया।
आरोपी शिव कुमार साहू (27) साकिन गंजीपारा जैजैपुर थाना जैजैपुर जिला जांजगीर चाम्पा, चौकी खरसिया पुलिस को अपने मेमोरंडम कथन में बताया कि वर्ष 2019 से 2020 तक आईडीएफसी बैंक खरसिया में काम किया है।
इस दौरान तेलीकोट गांव की एक महिला के खाते से 4 लाख रूपये अपने खाते में ट्रांसफर कर लिया था, जिस कारण बैंक की नौकरी से निकाल दिया गया और आरबीआई द्वारा हाट लिस्ट कर दिया गया, जिससे कोई काम नही था और खाली बैठा था। आरोपी द्वारा इसके पास एक डायरी होना बताया जिसमें बैंक के बहुत से ग्राहक व अन्य लोगों के खाते नंबर और मोबाईल नंबर नोट है। बैंक में काम करते हुये इसे लगा कि बिना किसी सबूत के सिम और इटरनेट बैंकिंग तथा एटीएम के माध्यम से किसी के भी रूपये चोरी कर सकता है और इसने प्लान तैयार किया जिसके लिये गांव में इसके साथ जुआ खेलने वाले लाकेश्वर चंद्रा को शामिल किया। माह जनवरी 2021 में दोनों चांपा स्टेशन में मिले। लाकेश्वर अपने साथी सलमान के साथ चांपा बाइक पर गया था।
सलमान को दूर खड़ाकर शिव साहू और लाकेश्वर को पास बुलाकर उसे प्लानिंग समझाया और बोला कि आईडीएफसी बैंक खरसिया में काम करता था मुझे किस प्रकार से एटीएम निकालकर कैसे पैसा निकालना है और पकड में नही आना है इसकी पूरी जानकारी है। इसके बाद माह फरवरी में लाकेश्वर चंद्रा को ओडेकेरा में घसिया राठिया के घर दिखाकर उसके घर भेजा।
10 फरवरी को लाकेश्वर, घसिया राठिया के घर जाकर उन्हें आप लोग के खाते में मोबाईल नंबर एड है जो बंद होने वाला है कहकर धोखाधड़ी से सिम ले लिया और शिव को जाकर दे दिया। उसके बाद दोनों मोबाईल पर से पुराने एटीएम को ब्लाक करके नया एटीएम जारी कराये और दोनों ऑनलाइन ट्राजेक्शन और कई एटीएम बूथ से रूपये निकाले। लकेश्वर चन्रान को शिव कुमार साहू ढाई लाख रूपये दिया था जो जुआ में हार गया और कुछ पैसे खर्च कर दिया। वहीं आरोपी शिव कुमार साहू भी बटवारे में मिले रूपयों को जुआ में हार जाना बताया और घटना में प्रयुक्त एटीएम और हेलमेट को तोडकर हसदेव नदी में बहा देना बताया है।
आरोपी द्वारा घटना में प्रयुक्त मोबाईल विवो 81 आई को तोडक़र अपने गाड़ी के टूल बाक्स में रखा था। आरोपी शिव साहू से उसकी गाड़ी स्पेण्डर प्रो, मोबाइल तथा डायरी की बरामदगी की गई है तथा आरोपी लाकेश्वर से घटना में प्रयुक्त मोबाइल की जप्ती किया गया है। दोनों आरोपियों को धोखाधड़ी के अपराध में गिरफ्तार कर न्यायालय पेश किया गया।
जहां जेल वारंट पर दोनों को जेल दाखिल किया गया है।