बालोद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दल्लीराजहरा, 14 अप्रैल। शासकीय नैमीचंद जैन महाविद्यालय दल्लीराजहरा के राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के स्वयं सेवको द्वारा ग्राम बिटाल में जल ही जीवन है थीम पर तालाब की सफाई की गई व समूह कि महिलाओं के साथ मिलकर ग्रामीण जनों को जल संरक्षण व सफाई के लिए जागरूक किया गया।
यहां कार्य एनएसएस कि स्वयं सेवयिका कल्पना बम्बोड़े के नेतृत्व में किया गया, जिसमें विशेष रुप से स्वयंसेवयिका आंचल मेश्राम, येशु साहू, त्रिवेणी, प्रिया दुग्गा, दीपिका साहू, स्वयंसेवक दोवेन्द्र निषाद, मन्नत कुमार, पुष्पांक साहु, व ग्राम कि समूह कि महिलाओं का सहयोग रहा।
वर्तमान में मार्च-अप्रैल में ही जल की कमी होने लगती है तलाब सूख जाते हैं निस्तारी की समस्या उत्पन्न होती है । पशुओं व जंगली जानवरों को पीने के पानी की समस्या होती है पेड़ पौधों को भी जल की आवश्यकता है। इसलिए हमें जल संरक्षण करना चाहिए जल संरक्षण के लिए बरसात के जल को वाटर हार्वेस्टिंग के माध्यम से सीधी भूमि पर भेज सकते हैं जिससे भूजल स्तर बना रहेगा और गर्मियों में जल की कमी नहीं होगी, जितने जल की आवश्यकता हो उतना ही खर्च करना चाहिए। बेवजह पानी का दुरुपयोग नहीं करना चाहिए।