कवर्धा
बहन की अफेयर के चलते नाराज था नाबालिग भाई
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कवर्धा, 24 अप्रैल। जिला पंचायत कवर्धा के सामने स्थित भोजली तालाब किनारे शनिवार सुबह एक युवक की अधजली लाश मिली। शव की पहचान रोहित सिन्हा पिता शंकर लाल (30) के रूप में हुई, जो कृषि केंद्र संचालक है। जांच में जुटी पुलिस ने कुछ घंटों के भीतर ही रोहित हत्याकांड के आरोपी (नाबालिग) को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी की बहन का मृतक रोहित के साथ अफेयर था, जिस पर उसे ऐतराज था। इसी नाराजगी के चलते आरोपी ने रोहित की हत्या कर दी।
वारदात शुक्रवार रात करीब 11.30 बजे की है। आरोपी ने पहले रोहित को शराब पीने के बहाने धोखे से बुलाया। रोहित की बुलेट पर दोनों शराब खरीदकर लाए। तालाब किनारे दोनों ने बैठकर शराब पी। इसी दौरान आरोपी ने जेब से चाकू निकाला और रोहित का गला रेत दिया। फिर उसी के गमछे से गला कसकर उसकी हत्या कर दी व पेट्रोल डालकर शव को जलाकर घटनास्थल से फरार हो गया।
मामले का खुलासा करते हुए एसपी डॉ. लाल उमेंद सिंह ने बताया कि यह एक प्री- प्लान मर्डर था। आरोपी की बहन से मृतक रोहित का अफेयर था। कुछ दिन पहले दोनों का ब्रेकअप हो चुका था। इसके बाद भी मृतक उससे मिलने की कोशिश कर रहा था, जिससे आरोपी नाराज था। उसने रोहित की हत्या का पूरा प्लान कर लिया था। शुक्रवार रात उसने शराब पीने के बहाने धोखे से उसे बुलाया। रोहित अपनी बुलेट लेकर आया था। पहले पंप गए, जहां बुलेट की टंकी फुल कराई। लांग ड्राइव के बहाने पेट्रोल कम न पड़ जाए, इसलिए आरोपी ने डिब्बे में एक्स्ट्रा पेट्रोल भरवा लिया, ताकि हत्या के बाद लाश को जला सके। उसी ने हत्या को अकेले अंजाम दिया।
रोहित की हत्या के बाद आरोपी ने उसकी सोने की अंगूठी निकाल ली। मृतक की बुलेट मोटर साइकिल लेकर भागा। वीर स्तंभ चौक स्थित पंप में पेट्रोल भरवाया। उसके बाद वह रात में ही पोंडी के अपने एक दोस्त (नाबालिग) के घर पहुंचा, जहां बुलेट और अंगूठी को छिपा दिया। फिर उसका दोस्त उसे अपनी बाइक से कवर्धा छोडऩे आया और वापस चला गया। मामले में दोस्त को भी आरोपी बनाया गया है।
मृतक रोहित सिन्हा कवर्धा के रामनगर में रहता था। पैतृक गांव गांगीबहरा है, जहां उसकी कृषि केंद्र की दुकान है। मृतक पहले से शादीशुदा था और उसके दो बच्चे भी हैं। इसके बावजूद उसका आरोपी की बहन से अफेयर था। इस अफेयर का पता मृतक की पत्नी को भी हो चुका था, जिसके चलते दोनों में अक्सर विवाद भी होते रहता था। मृतक रोज रात करीब 7 बजे दुकान बंद करता था। अक्सर वह देर रात तक घर से बाहर रहता था।
जांच के लिए बनाई गई थी पुलिस की तीन टीम
तालाब किनारे लाश मिलने के बाद पुलिस तुरंत हरकत में आ गई। घटनास्थल पर एसपी डॉ. उमेंद सिंह, एएसपी मनीषा ठाकुर रावटे पहुंच गईं। एसपी के निर्देशन में 3 टीमें बनी। एक टीम घटनास्थल पर जांच कर रही थी, जिसमें खुद एसपी मौजूद रहे। दूसरी टीम मृतक के परिजन से हत्या का क्लू ढूंढने में लग गई। वहीं तीसरी टीम घटनास्थल पर पहुंचने वाले रास्तों पर सीसी कैमरे की फुटेज खंगाल रही थी। कुछ घंटे के भीतर ही हत्या का मुख्य आरोपी पकड़ा गया। इस त्वरित कार्रवाई के लिए एसपी ने जांच टीम के सदस्यों को 5 हजार इनाम देने का ऐलान किया है।