गरियाबंद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजिम, 30 जून। राजिम के विश्राम गृह में बुधवार को भाटापारा विधायक शिवरतन शर्मा एवं पूर्व सांसद चंदूलाल साहू ने केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना के संबंध में पत्रकार वार्ता ली।
नेताओं ने संयुक्त रूप से कहा कि अग्निपथ योजना केंद्र सरकार का युवाओं के लिए सकारात्मक सोच का परिणाम है, जिसका कुछ लोगों द्वारा विरोध किया जा रहा है। दोनों ने कहा कि अग्निपथ का विरोध तो एक बहाना है बल्कि इसके विरोध की आड़ में देश में अराजकता फैलाने बड़ी संख्या में लोग सक्रिय हैं। इसी तरह जुमे की नमाज पर भी बवाल किया गया। एनआरसी का भी काफी विरोध हुआ।
उनका कहना था कि लोकतंत्र में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता है लेकिन स्वतंत्रता के नाम पर हिंसक घटना की अनुमति नहीं है। इसके लिए शांतिपूर्वक अपनी बात रखी जा सकती है। लोकसभा और राज्यसभा के अलावा कोर्ट के रास्ते भी हैं।
प्रथम किस्त में 46 हजार सैनिकों की भर्ती की जानी है लेकिन आश्चर्य की बात है कि जगह-जगह इसका विरोध किया जा रहा है जिसका बिहार केंद्र बिंदु बना हुआ है। दोनों नेताओं ने स्पष्ट करते हुए कहा कि 4 वर्ष के लिए भर्ती होगी, उसके बाद रिटायर हो जायेंगे।
22 साल में भर्ती होगी तो 26 साल में रिटायर होंगे, यह उम्र एक जोश की रहती है। सीएम भूपेश बघेल का बयान आया था कि 4 वर्ष बाद सेना रिटायर होने के बाद हथियार चलाना सीख जायेंगे और अराजकता पैदा करेंगे। दोनों ने कहा-भूपेश बघेल का यह बयान मानसिक विकलांगता है। आप लोगों के माध्यम से मैं भूपेशजी को पूछना चाहता हूं कि छत्तीसगढ़ में हजारों पुलिस, सीआरपीएफ, बीएसएफ, सैनिक रिटायर हुए हैं। क्या वे अराजकता पैदा कर रहे हैं? उन्हें पता होना चाहिए कि सेना में अनुशासन का पाठ पढ़ाया जाता है और वह रिटायर होने के बाद अच्छे नागरिक बनकर आते हैं।
औद्योगिक क्षेत्र में नौकरी दिलाने रिटायर सैनिकों की गारंटी कोई लेगा इस सवाल पर, उनका कहना था कि गारंटी तो नहीं है लेकिन सभी नौकरी पर रखने की बात कह रहे हैं। दोनों ने युवाओं से आह्वान किया कि गलत कदम न उठाएं और अग्निपथ बहुत अच्छी योजना है, जिसका लाभ उठाएं। चर्चा के दौरान जिला भाजपा अध्यक्ष राजेश साहू ,पूर्व भाजपा जिला अध्यक्ष डॉ. रामकुमार साहू, जिला भाजपा उपाध्यक्ष जितेंद्र सोनकर, भाजपा मंडल अध्यक्ष कमल सिन्हा, संजीव चंद्राकर, शरद पारकर आदि मौजूद थे।