बालोद

आदिवासी समाज के लिए समर्पित हमारी सरकार ने किए कई कार्य- भूपेश
14-Aug-2022 3:11 PM
आदिवासी समाज के लिए समर्पित हमारी सरकार ने किए कई कार्य- भूपेश

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बालोद, 14 अगस्त। 
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि आदिवासियों के लिए हमने बहुत कुछ किया है। वनांचल की महिलाओं को आगे लाने हमने कार्य किए।
शनिवार दोपहर बालोद जिले के गुरुर नगर ब्लॉक अंतर्गत ग्राम कोलिहामार के प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल तहसील स्तरीय विश्व आदिवासी दिवस के कार्यक्रम में शामिल हुए, जहां आदिवासी समाज के लोगों सहित कांग्रेस एवं आम जनों ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का जोरदार स्वागत किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कई विकास कार्यों की स्वीकृति भी दी।

90 देशों में होता है आयोजन
मुख्यमंत्री ने कहा- 90 देशों में यह आयोजन मनाया जाता है। हमने जमीन वापसी देने का काम किया। आदिवासियों के लिए समर्पित हमारी सरकार ने 5 लाख जमीन पट्टा दिया है। वन संसाधन अधिकार भी दिया जा रहा है पेसा कानून के लिए हमें नियम बनाएं सभी समाज के लिए 50 प्रतिशत और बाकी में आदिवासी समाज के लोग रहेंगे पशुपालक लोग भी आज आगे आ रहे हैं।
गोबर खरीदी की चर्चा आज पूरे देश में है और जमीन में रासायनिक खाद के कारण जमीन की उर्वरक क्षमता खत्म होती जा रही है इसके लिए हम जैविक खाद की व्यवस्था कर रहे हैं। वर्मी कम्पोस्ट जो खेत में डाल रहे हैं उनके लिए भी फायदे का सौदा है, आवारा पशुओं में कमी आई है गोबर के लिए गाय के पीछे पीछे जा सकते हैं पर गो मूत्र के लिए तो गाय तो घर में बांधकर रखना पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि गांव में दूध का उत्पादन होगा तो बच्चे दूध पिए बच्चे स्वास्थ्य तंदुरुस्त होंगे तो छत्तीसगढ़ भी तंदुरुस्त बनेगा।

दूरस्थ जंगल में निवासरत आदिवासियों का रखा ख्याल
मंत्री अनिला भेडिय़ा ने सभा को संबोधित करते हुए कहा की प्रदेश के मुख्यमंत्री ने जो आदिवासी समाज के लिए किया है उतना शायद कोई यहां आदिवासियों के लिए कर पाए इसलिए आज हम आजादी की 75 वी वर्षगांठ पर सब को नमन कर रहे हैं शिक्षा में आदिवासियों को कैसे बढऩा है जंगल में रहने वाली हमारी बहनों की से कैसे बढ़ानी है और मुख्यमंत्री के सोच के परिणाम यह सब साकार हो पाया है।

गुरुर क्षेत्र के स्वतंत्रता सेनानियों का हो सम्मान
समाज के तरफ से मंच के माध्यम से तहसील अध्यक्ष उत्तरा मरकाम ने यह मांग रखा गया की गुरुर ब्लॉक के ग्राम नारागांव में जो स्वतंत्रता संग्राम सेनानी हुए थे उनका नाम आज इतिहास से गायब हो गया है समाज ने मांग किया की उनके नाम को याद किया जाय और उनकी स्मृतियों को सहेजने की कोशिश हो इसके साथ ही संजारी बालोद विधानसभा क्षेत्र के प्रथम आदिवासी विधायक महिला के नाम से कॉलेज के नामकरण के साथ ही प्री मैट्रिक छात्रावास पोस्ट मैट्रिक छात्रावास सहित अन्य मांगों को मुख्यमंत्री के समक्ष रखा गया।

करोड़ों लोगों के परिश्रम को कर रहे याद
संजारी बालोद विधानसभा क्षेत्र की विधायक संगीता सिन्हा ने कहा कि प्रकृति की जो रक्षा कर रहे हैं वे आदिवासी समाज हैं। ब्रिटिश शासन काल में जब भारत छोड़ो आंदोलन चल रहा था तो आदिवासी समाज के लोगों ने सबसे ज्यादा हिस्सेदारी ली। करोड़ों लोगों ने जो आजादी की लड़ाई में हिस्सेदारी की, उसे आज हम आजादी की 75वीं वर्षगांठ में याद कर रहे हैं।

हाथी से निजात दिलाने की मांग
हाथी के प्रकोप को लेकर विधायक संगीता सिन्हा ने कहा कि दो दंतैल हाथी लगातार क्षेत्र में लोगों को नुकसान पहुंचा रहे हैं और फसलों को भी नुकसान पहुंचा रहे हैं। उन्होंने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भवन की मांग, बालोद में ऑडिटोरियम निर्माण जलाशय किनारे गार्डन निर्माण की बात कही।
गुंडरदेही विधायक व संसदीय सचिव कुंवर सिंह निषाद ने गीत गाकर समाज की विभिन्न बातों को सभी के समक्ष रखा।
गोंडवाना महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं कांकेर विधायक व  संसदीय सचिव शिशुपाल सोरी ने कहा कि समाज का गौरव दिवस के रूप में इसे मनाया जाता है, जिसके परिणाम स्वरूप आज प्रदेश में आदिवासी समाज विकास की ओर आगे बढ़ रहा है।
 

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