बिलासपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 25 अगस्त। एक ओर पुलिस लगातार लोगों में जागरूकता अभियान चलाकर ऑनलाइन ठगी से बचने के लिए कह रही है, दूसरी तरफ नए-नए हथकंडे अपनाकर ठग अपना काम कर रहे हैं। लोगों को भनक भी नहीं लगती कि वे ठगी के शिकार हो रहे हैं। ऐसे ही एक मामले की रिपोर्ट सिविल लाइन थाने में दर्ज कराई गई है।
भाजपा नेता और पेट्रोल पंप संचालक राकेश तिवारी के फोन पर बीती रात एक अज्ञात व्यक्ति ने फोन किया और कहा कि वह अपनी गाड़ी भेज रहा है, उसमें 30 हजार रुपये का डीजल भरना है। वह रकम ऑनलाइन भेज रहा है। थोड़ी देर में मेसैज बॉक्स पर तिवारी ने चेक किया तो उसके अकाउंट में पैसे आ गए थे। इसके बाद उसी नंबर से तिवारी के पास फिर फोन आया और उसने कहा कि गाड़ी ब्रेक डाउन हो गई है, उसे फिलहाल डीजल नहीं भरवाना है, इसलिए पैसे वापस ट्रांसफर कर दे।
तिवारी ने हामी भरी और इसी दौरान उनके अकाउंट में 40 हजार रुपये और दिखने लगा। अब तीसरी बार ठग ने फोन किया और कहा कि मेरे कर्मचारी की गलती से आपके अकाउंट में कुल 70 हजार रुपये चले गए हैं। आपको कुल 70 हजार रुपये मुझे लौटाना है। तिवारी ने उसकी बात पर यकीन कर लिया और 70 हजार रुपये उसने बताए गए नंबर पर ट्रांसफर कर दिए। इसके बाद उन्होंने अपना अकाउंट चेक किया तो पता चला कि उसके पास पेमेंट जमा होने का सिर्फ मेसैज आ रहा था, पैसे आए नहीं थे। ठग की जाल में फंसकर वे 70 हजार रुपये गंवा चुके थे। उन्होंने तुरंत अपने खाते को होल्ड कराया और सिविल लाइन थाने में शिकायत दर्ज कराई। मामले की साइबर सेल जांच कर रही है।