बालोद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बालोद, 29 सितंबर। आरक्षण पर हाईकोर्ट के फैसले के बाद छत्तीसगढ़ में यह एक बड़ा मुद्दा बन गया है। बालोद पहुंचे हाल ही में सर्व आदिवासी समाज के अध्यक्ष बने कांकेर सांसद मोहन मंडावी ने प्रदेश सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि यहां पर सरकार की कथनी और करनी में बड़ा अंतर है।
एक तरफ तो कहते रहे कि जंगल नहीं काटेंगे और दूसरी तरफ जंगल काटना शुरू कर दिए हैं और निर्दोष आदिवासियों पर कार्रवाई की जा रही है, साथ ही आरक्षण पर सरकार की मंशा को लेकर सवाल उठाया गया है।
एसटी-एससी विरोधी है सरकार
हाल ही में सर्व आदिवासी समाज के संरक्षक बने सांसद मोहन मंडावी ने कहा की 12 प्रतिशत आरक्षण कम होने के लिए राज्य सरकार जिम्मेदार है सरकार ने गंभीरता से अपना पक्ष प्रस्तुत नहीं किया तथ्य पेश नहीं किया रमन सिंह की सरकार ने तत्कालीन सरकार ने जनसंख्या के आधार पर हर वर्गों को देखते हुए आरक्षण लागू किया था यह सरकार आदिवासी विरोधी है पिछड़ा वर्ग विरोधी है।
सिंहदेव कहते हैं नहीं कटेगा जंगल
मोहन मंडावी ने बयान में कहा कि एक तरफ सरकार कहती है जंगल नहीं काटेंगे और दूसरी तरफ पेड़ काटे जा रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा था कि जंगल नहीं कटेंगे और यह आदेश भी था परंतु क्यों आज जंगल को काटने पर सरकार उतारू हो गई है और जल जंगल जमीन के लिए संघर्ष करने वाले आदिवासियों को आखिर क्यों गिरफ्तार किया जा रहा है।
बनेगी भाजपा की सरकार
सांसद मोहन मंडावी ने कहा कि जिस तरह से प्रदेश में अत्याचारी हावी है भूपेश बघेल की सरकार से जनता रूस्ट है उन्होंने तो आरक्षण के मुद्दे को लेकर बड़े आंदोलन की चेतावनी तक दी है और उन्होंने कहा कि आने वाले समय में यह सार्वभौमिक सत्य है कि प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार पुन: बैठेगी।