दन्तेवाड़ा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बचेली, 4 नवंबर। विदेश में सामाजिक कल्याण, मानव संसाधन विकास , कला साहित्य और आर्थिक योगदान के लिए छत्तीसगढ़ शासन के द्वारा नाचा (नार्थ अमेरिका छत्तीसगढ़ एसोसिएशन ) एवं ब्लड फॉर अस के संस्थापक और एग्जीक्यूटिव प्रेसीडेंट गणेश कर को ‘छत्तीसगढ़ अप्रवासी भारतीय सम्मान’ के लिए चयनित किया हैं।
गणेश कर की संस्था नाचा द्वारा समय समय पर भारत विशेषकर छत्तीसगढ़ राज्य के लिए अनेक योगदान दिये हैं । कोरोना काल के विकट समय प्रवासी भारतीयों की सहायता से सहयोग राशि जुटाना, आक्सीजन कंस्ट्रेटर की व्यवस्था, यूक्रेन युद्ध में फंसे छात्रों की सहायता, छत्तीसगढ़ लोक संस्कृती का प्रचार प्रसार, छत्तीसगढ़ भाषा के शब्द कोष के लिए एप्लिकेशन बनाना , छत्तीसगढ़ शब्दकोष की रचना , व्यवसायियों के लिए बिजनस समिट, रक्तदान हेतु ब्लड फॉर अस की स्थापना, सहित अनेक कार्यों को देखते हुए इस पुरस्कार के लिए चुना गया। स्कूल से अध्ययन प्रारंभ कर अमेरिका पहुंचते तक की यात्रा आसान नहीं थी। परंतु मेधावी गणेश ने शिक्षा के प्रति लगन दसवीं कक्षा में 100 में 100 अंक लाकर साबित कर दिया था। कबड्डी सहित अन्य खेलों में भी अच्छा प्रदर्शन रहता था।
हरीश शर्मा ने बताया सुदूर बस्तर संभाग के छोटे से शहर से नाचा (नार्थ अमरिका छत्तीसगढ़ एसोसिएशन) जैसे वैश्विक संगठन के मुखिया बनने के पीछे कठिन परिश्रम, परोपकार, जनकल्याण की भावना जैसे गुण हैं। प्रारंभ से ही कुछ विशेष करने की सोच रही हैं। अभी भी बचेली आने पर सहपाठियों, पुराने स्कूल एवं परिचितों से एकदम सामान्य व्यवहार करते हैं। इतने बड़े पद एवं सम्मान के बाद भी जड़ों से जुड़े रहने का गुण उन्हें बाकियों से अलग बनाता है।