बालोद
गोला बारूद के आवाज के बीच पनपते प्रेम पर बनाई ‘नवा बिहान’
शिव जायसवाल
बालोद, 10 नवंबर (‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता)। बालोद जिले के युवा फिल्म निर्माताओं ने अपने पहले प्रयास में ही छत्तीसगढ़ की संस्कृति बस्तर की सभ्यता बोली को अपने फिल्म में प्रदर्शित करने का प्रयास किया है।
दरअसल बालोद शहर के फिल्म निर्माता रवि बहादुर सिंह ने पहली बार फिल्म बनाने का निर्णय लिया और उन्होंने बस्तर जो कई सारी घटनाओं को अपने भीतर समा कर रखे हुए हैं, परंतु आज कहीं न कहीं पूरे देश और विश्व में पहचान की मोहताज है, नक्सली मांद में घुसकर फिल्म की शूटिंग की। पल-पल इनके मूवमेंट की रेकी नक्सली करते रहे, पर यह नहीं रुके और गोले बारूद के आवाज के बीच पनपते एक प्यारे की कहानी फिल्म ‘नवा बिहान’ के रूप में लेकर आए हैं जो 11 नवंबर को रिलीज होने जा रही है। उन्होंने समर्पित नक्सलियों को भी अपने फिल्म में हिस्सा बनाया है।
पहला प्रयास
निर्माता रवि बहादुर सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि इस फिल्म का निर्देशन आशीष जंजीर ने किया है और इसमें लगभग 100 लोगों की टीम ने हिस्सा लिया, इसकी शूटिंग बालोद जिले के कई अलग-अलग क्षेत्रों में और बीजापुर के नक्सली मांद में की गई है।
भय के बीच सफलता से शूट हुआ फिल्म
दरअसल नक्सली गतिविधियों के बीच पनपते एक प्रेम कहानी का फिल्मांकन इस फिल्म के माध्यम से किया गया है और इसे शूटिंग करने के लिए बीजापुर के घने जंगलों में जाना पड़ा, जो नक्सली मूवमेंट का प्रमुख क्षेत्र है बॉर्डर के बीच उन्होंने सफलतापूर्वक अपनी फिल्म का शूटिंग किया है।
संसाधनों की कमी
निर्माता रवि बहादुर सिंह ने कहा कि बीजापुर में जब इन फिल्मों की शूटिंग हुई तो वहां पर सबसे ज्यादा संसाधनों की कमी देखने को मिली दरअसल जंगलों के बीच हमें कई सारी चीजों की समस्याएं हुई परंतु हमने हार नहीं मानी।
समर्पित नक्सलियों को लिया फिल्म में
कल 11 नवंबर को रिलीज होने वाली इस फिल्म में सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि नक्सली गतिविधियों की वास्तविकता को फिल्म अंकित करने के लिए यहां पर समर्पित नक्सली जो कि अब मुख्यधारा में जुड़ चुके हैं, उन्हें इस फिल्म में लिया गया और इस फिल्म के माध्यम से उन्हें रोजगार भी दिया गया है।
पहली ऐसी फिल्म जो पूर्णत: बस्तर पर
बस्तर संभाग अपने भीतर कई सारी सुखद एवं दुखद पलों को संजोए हुए हैं यह पहली ऐसी फिल्म है, जो पूरी तरह बिस्तर पर अंकित है। बस्तर की कला संस्कृति इस फिल्म में अंकित की गई है और वहां की स्थानीय हल्बी-गोंडी बोली को भी इसमें शामिल किया गया है। इस फिल्म में मुख्य भूमिका में आकाश सोनी इशिका यादव व रवि साहू शामिल हैं।